दक्षिण अफ्रीका की क्रिकेट दुनिया में तेज़ गेंदबाज़ों का हमेशा दबदबा रहा है। एलन डोनाल्ड की तेज़ रफ्तार, शॉन पोलक की सटीक गेंदबाज़ी, डेल स्टेन की खतरनाक स्पेल और कगिसो रबाडा की नई पीढ़ी की ताकत ने इस परंपरा को और मजबूत किया है। लेकिन इन सभी तेज़ गेंदबाज़ों की चमक के बीच स्पिनर केशव महाराज ने चुपचाप अपनी पहचान बनाई है।
बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिनर महाराज अब दक्षिण अफ्रीका के टेस्ट इतिहास में सबसे सफल स्पिनर बन गए हैं। यह उपलब्धि खास इसलिए है क्योंकि वह एक ऐसी टीम में चमके हैं जहां तेज़ गेंदबाज़ों का बोलबाला रहा है। 2010 के आसपास घरेलू क्रिकेट से शुरुआत करने वाले महाराज ने मेहनत, धैर्य और लगातार अच्छे प्रदर्शन के दम पर खुद को तीनों फॉर्मेट में टीम का सबसे भरोसेमंद स्पिनर बना लिया है।
टेस्ट क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीका के लिए सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले 3 स्पिनर
3. पॉल एडम्स – 45 टेस्ट मैचों में 134 विकेट
पॉल एडम्स ने उस समय दक्षिण अफ्रीका की टीम में अपनी खास जगह बनाई जब टीम में तेज़ गेंदबाज़ों का दबदबा था। अपने अनोखे और अलग अंदाज़ वाले बॉलिंग एक्शन के कारण उन्हें “फ्रॉग इन ए ब्लेंडर” (मिक्सर में बैठा मेंढक) कहा जाता था। बाएं हाथ के यह कलाई के स्पिनर 1995 में सिर्फ एक किशोर के रूप में टीम में आए और अपने अजीब गेंदबाज़ी एक्शन और बेखौफ अंदाज़ से दुनिया का ध्यान खींचा।
हालांकि, एडम्स गेंद को ज़्यादा स्पिन नहीं करा पाते थे, लेकिन उन्होंने बल्लेबाज़ों को धोखा देने के लिए अपनी फ्लाइट, अजीब कोण और चालाकी का इस्तेमाल किया। 2004 तक चले अपने 9 साल के टेस्ट करियर में उन्होंने 45 टेस्ट मैचों में 134 विकेट लिए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 128 रन देकर 7 विकेट था, जो दिखाता है कि वो मैच पर असर डालने वाले गेंदबाज़ थे। एडम्स भले ही परंपरागत स्पिनर न रहे हों, लेकिन उन्होंने अपनी अलग शैली और जुझारूपन से दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट में अपनी एक खास पहचान बनाई और वे आज भी टीम के सबसे यादगार गेंदबाज़ों में गिने जाते हैं।
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2. ह्यूग टेफील्ड – 37 टेस्ट में 170 विकेट
टेफील्ड को दक्षिण अफ्रीका का सबसे क्लासिकल और हुनरमंद ऑफ स्पिनर माना जाता है। वे अपने बेहतरीन नियंत्रण, सटीक लाइन-लेंथ और शांत स्वभाव के लिए मशहूर थे। उन्होंने 1949 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया और 1960 तक दक्षिण अफ्रीका के लिए खेले। इस दौरान वे टीम के गेंदबाजी आक्रमण का अहम हिस्सा बन गए। टेफील्ड विकेट के पास से गेंदबाजी करते थे और उनकी गेंदों में अच्छी ड्रिफ्ट और टर्न आता था। वे बिना थके लंबे समय तक गेंदबाजी कर सकते थे और अपनी लाइन-लेंथ में कभी चूक नहीं करते थे। वे बल्लेबाजों पर लगातार दबाव बनाते थे और छोटी सी गलती का भी फायदा उठा लेते थे, खासकर जब पिच स्पिनरों की मददगार हो। उन्होंने केवल 37 टेस्ट मैच खेले, लेकिन इन मैचों में 25.91 की शानदार औसत से 170 विकेट लिए। यह रिकॉर्ड कई वर्षों तक कायम रहा और उनके बेहतरीन स्पिन गेंदबाज होने का सबूत है।
1. केशव महाराज – 59 टेस्ट में 202 विकेट (और गिनती जारी है)
महाराज का चमकना उस समय शुरू हुआ जब दक्षिण अफ्रीकी घरेलू क्रिकेट में स्पिन गेंदबाजी को ज़्यादा महत्व मिलने लगा। 2014-15 और 2015-16 के लगातार दो शानदार सीज़न के बाद उन्हें टेस्ट टीम में मौका मिला, और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। चाहे उपमहाद्वीप की स्पिन वाली पिचें हों या फिर घर में तेज़ गेंदबाज़ों के लिए मददगार विकेट, महाराज ने हर जगह खुद को साबित किया और लाल गेंद वाले क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीका के सबसे भरोसेमंद स्पिनर बन गए।
बुलावायो में जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले टेस्ट के दूसरे दिन, उन्होंने इतिहास रच दिया। महाराज टेस्ट क्रिकेट में 200 विकेट लेने वाले पहले दक्षिण अफ्रीकी स्पिनर बन गए। यह खास विकेट उन्हें तब मिला जब उन्होंने जिम्बाब्वे के कप्तान क्रेग एर्विन को आउट किया, जिसे विकेटकीपर काइल वेरिन ने शानदार तरीके से स्टंप किया। उस मैच में महाराज ने टीम की कप्तानी भी संभाली थी और अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया।