पंजाब किंग्स अपने पहले आईपीएल खिताब से बस एक कदम दूर रह गई। फाइनल में उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के हाथों हार का सामना करना पड़ा। पूरे टूर्नामेंट में पंजाब ने धैर्य, निरंतरता और शानदार खेल दिखाया और नरेंद्र मोदी स्टेडियम जैसे बड़े मंच तक पहुंची। हालांकि उन्होंने फाइनल में कड़ी टक्कर दी, लेकिन मजबूत आरसीबी टीम के सामने उनका सपना टूट गया और वे उपविजेता बनकर रह गए।
शशांक सिंह ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया
इस सीजन में पंजाब किंग्स के लिए सबसे चमकते सितारों में से एक रहे शशांक सिंह। 33 साल के इस बल्लेबाज ने मिडिल ऑर्डर में दमदार भूमिका निभाई और टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी बने। उन्होंने 153 के शानदार स्ट्राइक रेट से 341 रन बनाए और कई अहम पारियां खेलीं, जिनसे पंजाब को फाइनल तक पहुंचने में मदद मिली। उनका बेखौफ खेल और जोरदार हिटिंग पूरे टूर्नामेंट में टीम की सफलता की बड़ी वजह रही।
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शशांक ने रन आउट की गलती को याद किया
शशांक के लिए यह सीजन बेहद शानदार रहा, लेकिन क्वालीफायर 2 में मुंबई इंडियंस के खिलाफ एक पल ऐसा आया जिसने उन्हें काफी परेशान किया। 208 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए, 17वें ओवर में शशांक एक आकस्मिक रन-आउट का शिकार हो गए। हार्दिक पांड्या की तेज फील्डिंग के चलते वह क्रीज से थोड़ा बाहर रह गए और आउट हो गए।
शशांक ने माना कि वह रन लेते वक्त बहुत आराम से दौड़ रहे थे और यह उनकी बड़ी गलती थी। उन्होंने पूरी जिम्मेदारी लेते हुए मजाक में कहा कि कप्तान श्रेयस अय्यर को उन्हें “थप्पड़ मार देना चाहिए था”। उन्होंने बताया कि इस गलती से उनके पिता भी इतने नाराज़ हुए कि फाइनल तक उन्होंने बात नहीं की।
शशांक ने कहा, “मैं गलती का हकदार हूं। मैं क्रीज के बीच में ऐसे चल रहा था जैसे बीच पर टहल रहा हूं, बगीचे में भी नहीं।” उन्होंने यह भी बताया कि अय्यर इस गलती से काफी निराश थे और बोले, “मुझे तुमसे यह उम्मीद नहीं थी।” लेकिन बाद में अय्यर ने शशांक को डिनर पर ले जाकर अपना साथ दिखाया, जिससे टीम में सख्त प्यार और आपसी समझ का माहौल नजर आया।