क्रिकेट ऐसा खेल है जहाँ अनुभव का बहुत महत्व होता है, खासकर जब बात ICC टूर्नामेंट जैसे बड़े मंच की हो। अनुभवी कप्तान अपने खेल की समझ, रणनीति और धैर्य से टीम को बड़ी जीत दिलाते हैं। कई बार कप्तान 30 की उम्र पार करने के बाद भी अपनी टीम को चैंपियन बना चुके हैं। साल 2025 क्रिकेट के लिए खास रहा, क्योंकि इस साल दक्षिण अफ्रीका ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) जीतकर इतिहास रच दिया। इस जीत के साथ तेम्बा बावुमा भी ICC खिताब जीतने वाले सबसे उम्रदराज कप्तानों की लिस्ट में शामिल हो गए। आइए जानते हैं ऐसे ही टॉप 5 सबसे उम्रदराज कप्तानों के बारे में, जिन्होंने ICC ट्रॉफी जीतकर इतिहास रचा।
ICC खिताब जीतने वाले शीर्ष 5 सबसे उम्रदराज कप्तान
- इमरान खान (39 वर्ष 172 दिन)

इमरान खान अब भी सबसे उम्रदराज कप्तान हैं जिन्होंने ICC ट्रॉफी जीती है। 39 साल और 172 दिन की उम्र में उन्होंने 1992 में ऑस्ट्रेलिया में खेले गए 50 ओवर के वर्ल्ड कप में पाकिस्तान को जीत दिलाई थी। यह पाकिस्तान का पहला और इकलौता वनडे वर्ल्ड कप खिताब था। फाइनल मुकाबला मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर इंग्लैंड के खिलाफ खेला गया था, जिसमें पाकिस्तान ने 22 रन से जीत दर्ज की। इमरान खान ने इस मैच में शानदार कप्तानी के साथ-साथ बल्ले से 72 अहम रन बनाए और एक जरूरी विकेट भी लिया। उनकी यह जीत आज भी एक महान क्रिकेट लम्हा मानी जाती है।
- रोहित शर्मा (37 वर्ष और 313 दिन)

भारत के रोहित शर्मा, जो अपनी शानदार बल्लेबाजी और समझदार कप्तानी के लिए मशहूर हैं, ने फरवरी 2025 में भारत को तीसरी बार ICC चैंपियंस ट्रॉफी जिताई। उस समय उनकी उम्र 37 साल और 313 दिन थी। फाइनल मुकाबला न्यूजीलैंड के खिलाफ था और काफी अहम रहा। रोहित ने इस मैच में 76 रनों की शानदार पारी खेली, जो जीत में बड़ी भूमिका निभाई। उनके शांत और सूझबूझ भरे नेतृत्व ने पूरे टूर्नामेंट में भारत की मजबूती बनाए रखी और एक बार फिर साबित कर दिया कि वे आधुनिक दौर के सबसे बेहतरीन कप्तानों में से एक हैं।
यह भी पढ़ें: लॉर्ड्स में साउथ अफ्रीका ने रचा इतिहास, पहली बार बना WTC चैंपियन – एडेन मार्करम बने जीत के नायक
- रोहित शर्मा (37 वर्ष और 60 दिन)

2025 की शुरुआत में, रोहित ने टी20 विश्व कप में भारत के ICC ट्रॉफी सूखे को समाप्त करके पहले ही सुर्खियाँ बटोरी थीं। 37 साल और 60 दिन की उम्र में, उन्होंने फाइनल में दक्षिण अफ्रीका पर सात रन की रोमांचक जीत के लिए भारत की कप्तानी की। हालाँकि बल्ले से उनका व्यक्तिगत योगदान मामूली (9 रन) था, लेकिन मैदान पर उनकी सामरिक सूझबूझ और समय पर लिए गए फैसले भारत को एक मुश्किल मैच में जीत दिलाने में महत्वपूर्ण थे।
- ब्रायन लारा (35 वर्ष और 146 दिन)

ब्रायन लारा , जो अब तक के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक हैं, ने 2004 में वेस्टइंडीज को अपना पहला ICC चैंपियंस ट्रॉफी खिताब दिलाकर कप्तान के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। 35 साल और 146 दिन की उम्र में, लारा के नेतृत्व ने इंग्लैंड के खिलाफ इंग्लैंड में ही फाइनल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जहां विंडीज ने दो विकेट से मामूली जीत हासिल की। उनके अनुभव और बल्लेबाजी प्रतिभा ने टीम को मेजबानों को उनकी घरेलू धरती पर मात देने के लिए प्रेरित किया, जिसने वेस्टइंडीज क्रिकेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ दिया।
- तेम्बा बावुमा (35 वर्ष और 72 दिन)

इस खास सूची में सबसे नया नाम दक्षिण अफ्रीका के कप्तान बावुमा का है। 35 साल और 72 दिन की उम्र में उन्होंने 2025 में अपनी टीम को पहला वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप खिताब जिताया। बावुमा ने पूरे टूर्नामेंट में शांत दिमाग और शानदार रणनीति से टीम की कप्तानी की। उनके नेतृत्व में दक्षिण अफ्रीका ने लॉर्ड्स मैदान पर ऑस्ट्रेलिया को हराकर इतिहास रच दिया। यह जीत टेस्ट फॉर्मेट में दक्षिण अफ्रीका की पहली और कुल दूसरी ICC ट्रॉफी थी। इस जीत के साथ बावुमा ने खुद को एक बेहतरीन और भरोसेमंद कप्तान के रूप में साबित किया।