टेस्ट क्रिकेट के लंबे और शानदार इतिहास में हैट्रिक लेना सबसे दुर्लभ और रोमांचक कारनामों में से एक माना जाता है। आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के दौर में यह उपलब्धि और भी खास बन गई है। यह न केवल किसी गेंदबाज़ की व्यक्तिगत ताकत को दिखाती है, बल्कि बताती है कि वह दबाव में भी कितनी अच्छी गेंदबाज़ी कर सकता है।
2019 में जब से टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत हुई है, तब से सिर्फ कुछ ही गेंदबाज़ों ने हैट्रिक लेने का यह खास मौका हासिल किया है और वे अब क्रिकेट के इतिहास में याद किए जाते हैं।
आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में हैट्रिक
2019 में किंग्स्टन में जसप्रीत बुमराह की तेज गेंदबाजी से लेकर 2025 में स्कॉट बोलैंड के नए कारनामे तक, सिर्फ छह गेंदबाज ही विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) में टेस्ट हैट्रिक लेने में सफल रहे हैं। यह सूची सिर्फ तेज़ गेंदबाज़ी या स्पिन गेंदबाज़ी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दिखाती है कि इन खिलाड़ियों में कितनी हिम्मत और सही समय पर बेहतरीन प्रदर्शन करने की क्षमता थी।
2019 में किंग्स्टन में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत के लिए बुमराह ने यह मुकाम हासिल किया। अपनी खास गेंदबाज़ी स्टाइल और तेज़ स्विंग से बुमराह ने कैरेबियाई बल्लेबाजों को झकझोर दिया। उनकी हैट्रिक में उन्होंने लगातार तीन बल्लेबाजों डैरेन ब्रावो, शमर ब्रूक्स और रोस्टन चेस को आउट किया, जो उनके ज़बरदस्त खेल का सबूत था।
इसके बाद, 16 साल की उम्र में नसीम शाह ने पाकिस्तान के लिए अपनी तेज़ गेंदबाजी और बेहतरीन मूवमेंट से विरोधियों को परेशान किया और पाकिस्तान की तेज गेंदबाजी की विरासत में एक नया अध्याय जोड़ा। 2021 में दक्षिण अफ्रीका के केशव महाराज ने ग्रोस आइलेट में वेस्टइंडीज के खिलाफ स्पिन गेंदबाज़ी से हैट्रिक ली, जो इस समय के तेज गेंदबाज़ों के दौर में स्पिन की ताकत को दिखाता है।
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इंग्लैंड के गस एटकिंसन ने 2024 में वेलिंगटन में न्यूजीलैंड के खिलाफ हैट्रिक ली, और 2025 में पाकिस्तान के नोमान अली ने मुल्तान में देश के पहले टेस्ट हैट्रिक लेने वाले स्पिनर बनने का इतिहास रचा। सबसे नया नाम ऑस्ट्रेलिया के स्कॉट बोलैंड का है, जिन्होंने 14 जुलाई 2025 को किंग्स्टन में वेस्टइंडीज़ के बल्लेबाजों को कड़ी टक्कर दी। उनकी सटीक गेंदबाज़ी और उछाल ने टीम को बड़ी मदद दी और ऑस्ट्रेलिया को सीरीज़ जिताने में अहम भूमिका निभाई। यह सभी गेंदबाज अपने-अपने समय में डब्ल्यूटीसी में टेस्ट हैट्रिक लेकर अपनी खास पहचान बना चुके हैं।
क्रिकेट का सबसे विशिष्ट क्लब
टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेना किसी भी खिलाड़ी के करियर का बेहद खास और यादगार पल होता है। और अगर यह हैट्रिक विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जैसे दबाव भरे माहौल में ली जाए, तो इसका महत्व और भी बढ़ जाता है।
स्कॉट बोलैंड अब उन दिग्गज खिलाड़ियों की सूची में शामिल हो गए हैं, जिन्हें दुनिया सलाम करती है। फैन्स उनके इस कारनामे का जश्न मना रहे हैं और विरोधी टीमें अब उनसे डरने लगी हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ उनका प्रदर्शन दिखाता है कि कैसे वे हर गेंद पर बेहतरीन प्रदर्शन करने की कोशिश करते हैं और हमेशा श्रेष्ठता की तलाश में रहते हैं।
गेंदबाज | टीम | विपक्ष | कार्यक्रम का स्थान | वर्ष |
---|---|---|---|---|
जसप्रीत बुमराह | भारत | वेस्ट इंडीज | किन्टाल | 2019 |
नसीम शाह | पाकिस्तान | बांग्लादेश | रावलपिंडी | 2020 |
केशव महाराज | दक्षिण अफ्रीका | वेस्ट इंडीज | ग्रोस आइलेट | 2021 |
गस एटकिंसन | इंगलैंड | न्यूज़ीलैंड | वेलिंग्टन | 2024 |
नोमान अली | पाकिस्तान | वेस्ट इंडीज | मुल्तान | 2025 |
स्कॉट बोलैंड | ऑस्ट्रेलिया | वेस्ट इंडीज | किन्टाल | 2025 |
जैसे-जैसे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का दौर आगे बढ़ता है और प्रतिस्पर्धा और भी कड़ी होती जाती है, हैट्रिक क्रिकेट की नाटकीयता और आश्चर्य की स्थायी क्षमता का प्रमाण बनी रहती है। हर विकेट, अविश्वास का हर पल, अनगिनत बार दोहराया जाएगा, और उस रोमांच की प्रतिध्वनि करेगा जो केवल इसी प्रारूप में मिल सकता है।