इंग्लैंड और भारत के बीच पांच टेस्ट मैचों की रोमांचक सीरीज़ अब निर्णायक चरण में है। ओल्ड ट्रैफर्ड में होने वाले चौथे टेस्ट से पहले, जो भारत 1-2 से पीछे चल रही है, सभी की नजरें टीम पर टिकी हैं। अब दांव और भी ज्यादा बढ़ गए हैं। ऐसे में इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल एथर्टन ने अपनी राय दी है कि उनके हिसाब से शुभमन गिल ही वह खिलाड़ी हैं जो टीम इंडिया को इस सीरीज़ में बराबरी दिलाने और एक बड़ा उलटफेर करने का मौका दे सकते हैं।
पूर्व इंग्लिश कप्तान की रणनीति: तीन स्पिनरों का फॉर्मूला
एथर्टन के अनुसार, ओल्ड ट्रैफर्ड में भारत की वापसी की सबसे बड़ी उम्मीद है कि वे मैनचेस्टर की ऐसी पिच का फायदा उठाएं जो स्पिन गेंदबाज़ों के लिए अनुकूल होती है, और तीन स्पिनरों को साथ में मैदान पर उतारें। स्काई स्पोर्ट्स पॉडकास्ट में उन्होंने कहा, “मिडिल विकेट के पास जो पिचें टीवी पर दिखती हैं, वे काफी सपाट होती हैं। लेकिन ओल्ड ट्रैफर्ड में कलाई से घूमने वाली स्पिन अच्छी तरह काम करती है।”
एथरटन ने कहा कि उन्हें लगता है कि भारत बुमराह और सिराज के साथ तेज गेंदबाज़ चला सकता है और फिर तीन स्पिनर वाशिंगटन सुंदर, जडेजा और कुलदीप यादव को भी खेला सकता है। उन्होंने आगे कहा, “मैनचेस्टर का मौसम कैसा रहेगा, यह तो नहीं पता, अगर ठंडा और बारिश वाला होगा तो तेज गेंदबाज़ों का ज्यादा फायदा हो सकता है। लेकिन मेरा मानना है कि भारत को इस विकल्प पर जरूर विचार करना चाहिए।”
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5 मैचों की टेस्ट सीरीज में अब तक भारत का अभियान
सीरीज एक पेंडुलम की तरह ऊपर-नीचे हो रही है। एजबेस्टन में भारत ने इतिहास रचते हुए जीत हासिल की, लेकिन उसके बाद लॉर्ड्स में हार का सामना करना पड़ा। इस हार ने टीम के क्षेत्ररक्षण और खिलाड़ियों के चयन में लगातार हो रही समस्याओं को सामने ला दिया। छूटे हुए कैच ने भारत की गेंदबाजी को कमजोर कर दिया है भारत की कैचिंग क्षमता केवल 60.90% है, जबकि इंग्लैंड की 78.30% है। स्लिप कॉर्डन और आउटफील्ड में हुई गलतियों की वजह से इंग्लैंड ने अहम साझेदारियाँ बनाई और कड़े मैचों में बढ़त हासिल की।
इसके अलावा, उप-कप्तान ऋषभ पंत की फिटनेस भी चिंता का विषय बनी हुई है। बल्ले और विकेटकीपिंग में पंत ने धैर्य दिखाते हुए नए रिकॉर्ड बनाए हैं, लेकिन उंगली की चोट ने उनकी खेलने की संभावना को कम कर दिया है। इससे टीम को अपनी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग में बदलाव करना पड़ सकते हैं।