इंग्लैंड पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से आगे चल रहा है, ऐसे में सभी की निगाहें ओवल पर टिकी हैं, जहां सीरीज का निर्णायक मैच गुरुवार 31 जुलाई से शुरू होगा। मैनचेस्टर में चौथा टेस्ट भारत के शानदार बल्लेबाजी प्रदर्शन की बदौलत रोमांचक ड्रॉ पर समाप्त हुआ और मेहमान टीम आगामी मुकाबले में सीरीज बराबर करने के लिए उत्सुक होगी।
चेतेश्वर पुजारा ने बल्लेबाजी क्रम में बड़े बदलाव की वकालत की
अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने अंतिम टेस्ट के लिए भारत की बल्लेबाजी क्रम में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रस्ताव रखा है। उनके अनुसार, साई सुदर्शन को तीसरा स्थान मिलना चाहिए, जबकि चोटिल ऋषभ पंत की जगह ध्रुव जुरेल को पाँचवें नंबर पर उतारा जा सकता है। हालाँकि, पुजारा ने एक वैकल्पिक रणनीति भी सुझाई। उनका मानना है कि वाशिंगटन सुंदर को पाँचवें नंबर पर और उनके बाद रवींद्र जडेजा को छठे नंबर पर बल्लेबाजी करनी चाहिए। पुजारा ने जुरेल को सातवें नंबर पर रखा। पुजारा ने बताया, “मैं वाशिंगटन सुंदर को पाँचवें नंबर पर रखना चाहूँगा और ध्रुव जुरेल सातवें नंबर पर बल्लेबाजी कर सकते हैं क्योंकि जडेजा छठे नंबर पर रहते हैं। उन्हें अपनी स्थिति नहीं बदलनी चाहिए, लेकिन वाशिंगटन पाँचवें नंबर पर बल्लेबाजी कर सकते हैं और बाएँ हाथ का बल्लेबाज होने के नाते यह अच्छा होगा क्योंकि ऋषभ पाँचवें नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे थे और उन्हें अच्छी सफलता मिली थी क्योंकि वह भी बाएँ हाथ के बल्लेबाज हैं।”
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मध्य क्रम में स्थिरता और लचीलेपन का संतुलन
पुजारा ने ज़ोर देकर कहा कि स्थिरता बनाए रखने के लिए छठे नंबर पर जडेजा की भूमिका में कोई बदलाव नहीं होना चाहिए। सुंदर को ऊपर भेजने का उनका सुझाव मध्यक्रम में बाएँ-दाएँ संतुलन बनाने के लिए है, ताकि पंत जैसा प्रभाव उसी स्थान पर पड़ा हो। जुरेल की विकेटकीपिंग की ज़िम्मेदारी सुरक्षित होने के साथ, यह बदलाव भारत को रणनीतिक बढ़त दिला सकता है, खासकर इंग्लैंड के अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण के ख़िलाफ़।
अंतिम टेस्ट में नाटकीयता और तीव्रता का वादा
भारत का मकसद इस सीरीज़ को बराबरी पर खत्म करना है, इसलिए टीम को चेतेश्वर पुजारा की सलाह को गंभीरता से लेना चाहिए। ऋषभ पंत और जसप्रीत बुमराह जैसे अहम खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में टीम में कुछ बदलाव पहले ही तय हैं। ऐसे में बल्लेबाजी में एक साहसिक फैसला ओवल टेस्ट के लिए जरूरी हो सकता है। यह मुकाबला वैसे ही बहुत अहम है, लेकिन गौतम गंभीर और ओवल के पिच क्यूरेटर के बीच हुए हालिया विवाद ने इसे और भी दिलचस्प बना दिया है। अब दोनों टीमें पूरी ताकत के साथ मैदान पर उतरेंगी, क्योंकि इस टेस्ट का नतीजा तय करेगा कि ट्रॉफी किसके नाम होगी।