इंग्लैंड और भारत के बीच चल रही पहली एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 सीरीज इस समय जोरों पर है। अब तक खेले गए तीन रोमांचक टेस्ट मैचों के बाद इंग्लैंड 2-1 से आगे है।
एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के लिए लड़ाई
सीरीज की शुरुआत हेडिंग्ले में एक हाई स्कोर वाले मैच से हुई, जहां भारत ने पहली पारी में बड़ा स्कोर बनाया, लेकिन फिर भी उसे 5 विकेट से हार झेलनी पड़ी। दूसरे टेस्ट में एजबेस्टन में भारत ने शानदार वापसी की। शुभमन गिल के रिकॉर्ड दोहरे शतक की मदद से भारत ने 336 रन से जीत दर्ज की। तीसरा टेस्ट लॉर्ड्स में हुआ, जो काफी रोमांचक रहा। रवींद्र जडेजा की कप्तानी में भारत ने अच्छी कोशिश की, लेकिन 193 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम 22 रन से हार गई।
इस सीरीज में दोनों टीमों को चोटों ने काफी परेशान किया है। भारत के ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी बाकी मैचों से बाहर हो गए हैं, वहीं तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह मैनचेस्टर में होने वाले चौथे टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे।
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इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में चौथे टेस्ट के लिए भारत की संभावित प्लेइंग-XI
भारत की संभावित प्लेइंग XI – चौथा टेस्ट, मैनचेस्टर
1. केएल राहुल
केएल राहुल जबरदस्त फॉर्म में हैं और भारत के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में शामिल हैं। उन्होंने तीन टेस्ट मैचों में 62.50 की औसत से 375 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और एक अर्धशतक शामिल हैं। लॉर्ड्स में उनका शतक उनकी बदली हुई तकनीक और मानसिक दृढ़ता का प्रमाण है। राहुल इंग्लैंड में 1000 टेस्ट रन बनाने से सिर्फ 11 रन दूर हैं, और उनके नाम इंग्लैंड में टेस्ट में चार शतक हो चुके हैं, जो कि राहुल द्रविड़ (छह) के बाद संयुक्त रूप से दूसरे सबसे अधिक हैं।
2. यशस्वी जायसवाल
जायसवाल ने अपनी आक्रामक शैली के कुछ झलक दिखाए हैं, लेकिन लगातार रन नहीं बना पाए हैं। खासकर लॉर्ड्स में उनके 13 रन पर आउट होने के बाद उनके शॉट चयन पर सवाल उठे हैं। वह तेज शुरुआत देने में सक्षम हैं, लेकिन अब उनसे उम्मीद होगी कि वह अपनी पारी को बड़े स्कोर में बदलें।
3. ध्रुव जुरेल
जुरेल ने सीमित मौकों में शांत चित्त और तकनीकी कुशलता दिखाई है। उन्होंने अपने करियर के 4 टेस्ट में 6 पारियों में 202 रन बनाए हैं। लॉर्ड्स टेस्ट में उन्होंने ऋषभ पंत की अंगुली में चोट लगने पर विकेटकीपिंग की थी, जिसमें उन्होंने दूसरी पारी में 25 बाय दिए। वह कोचिंग स्टाफ के साथ कड़ी मेहनत कर रहे हैं और मौका मिलने पर अहम रन बना रहे हैं।
4. शुभमन गिल
गिल इस सीरीज में भारत के कप्तान हैं और उन्होंने अब तक शानदार बल्लेबाजी की है। वह भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बना चुके हैं – कुल 607 रन। उनका एजबेस्टन में दोहरा शतक और बाकी मैचों में निरंतर योगदान उन्हें टीम का बल्लेबाजी स्तंभ बनाता है। उनकी कप्तानी भारत के लिए वापसी की राह में अहम साबित हो सकती है।
5. ऋषभ पंत
पंत सीरीज में भारत के दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने अब तक 425 रन बनाए हैं। पहली पारी के दौरान विकेटकीपिंग करते हुए उन्हें अंगुली में चोट लगी, फिर भी उन्होंने बल्लेबाजी की और शानदार अर्धशतक लगाया। वह एक बड़े रिकॉर्ड के कगार पर हैं – उन्होंने 88 टेस्ट छक्के लगाए हैं, जो रोहित शर्मा के बराबर है। अब उन्हें वीरेंद्र सहवाग का रिकॉर्ड (90 छक्के) तोड़ने के लिए सिर्फ 3 छक्कों की जरूरत है। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी भारत की रणनीति में अहम है।
6. रवींद्र जडेजा
जडेजा ने इस सीरीज में बल्ले और गेंद दोनों से बेहतरीन प्रदर्शन किया है। खासकर लॉर्ड्स में उन्होंने 150 गेंदों पर नाबाद 56 रनों की जुझारू पारी खेली, जो इंग्लैंड में उनका लगातार चौथा अर्धशतक था। उन्होंने अब तक सीरीज में 327 रन बनाए हैं। उनकी बाएं हाथ की स्पिन टीम को संतुलन देती है और विकेट लेने का विकल्प भी।
7. शार्दुल ठाकुर
ठाकुर ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट में एक पारी में 4 रन बनाए और 2 विकेट लिए, दूसरी पारी में 1 रन और कोई विकेट नहीं मिला। वह अहम मौकों पर विकेट लेने की काबिलियत रखते हैं, लेकिन उनका मुख्य रोल सपोर्ट बॉलर का रहा है। इंग्लैंड के खिलाफ उनके कुल टेस्ट आंकड़े: 5 मैचों में 178 रन और 12 विकेट।
8. कुलदीप यादव
कुलदीप को अभी तक इस सीरीज में मौका नहीं मिला है क्योंकि टीम ने ज़्यादातर तेज गेंदबाजों को तरजीह दी है। लेकिन मैनचेस्टर की पिच स्पिनरों की मदद कर सकती है, इसलिए उनकी वापसी की मांग हो रही है। वह बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर हैं, जो टेस्ट क्रिकेट में दुर्लभ है और बल्लेबाजों के लिए समझना मुश्किल होता है। उनके पास गुगली, फ्लिपर और स्लाइडर जैसी विविधताएं हैं, जो किसी भी बल्लेबाजी क्रम को परेशान कर सकती हैं।
9. अंशुल कंबोज
कंबोज को घायल तेज गेंदबाजों के कवर के तौर पर टीम में शामिल किया गया है और यह उनका टेस्ट डेब्यू हो सकता है। वह तेज गेंदबाज हैं और इंग्लैंड की परिस्थितियों में उनके उछाल और स्विंग देने की क्षमता भारत के लिए फायदेमंद हो सकती है। वह अनुशासित लाइन और लेंथ में गेंदबाजी करते हैं और मेहनती युवा खिलाड़ी के रूप में टीम में प्रभाव डाल सकते हैं।
10. मोहम्मद सिराज
सिराज भारत के प्रमुख तेज गेंदबाजों में से एक रहे हैं। उन्होंने कई बार अहम विकेट दिलाए हैं। 2024 की शुरुआत से अब तक उन्होंने टेस्ट में 423.3 ओवर डाले हैं, जो कि जसप्रीत बुमराह के बाद दुनिया में दूसरे सबसे ज्यादा हैं। वह औसतन हर पारी में 12.83 ओवर डालते हैं। लॉर्ड्स में उनका आउट होना भारत की हार का निर्णायक मोड़ बन गया, जिसे वह भुलाकर आगे अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे।
11. जसप्रीत बुमराह
बुमराह इस सीरीज में भारत के गेंदबाजी आक्रमण के अगुआ रहे हैं। उन्होंने लॉर्ड्स में पांच विकेट झटके और लगातार इंग्लिश बल्लेबाजों को परेशान किया है। 2024 की शुरुआत से वह टेस्ट में सबसे ज्यादा ओवर फेंकने वाले तेज गेंदबाज हैं – लगभग 450 ओवर। उन्होंने अब तक 47 टेस्ट में 217 विकेट लिए हैं और उनका औसत 19.48 है, जो उन्हें ऐसा इकलौता गेंदबाज बनाता है जिसने 200 से ज्यादा विकेट 20 से कम औसत से लिए हैं। इस सीरीज में वह SENA देशों में 150 टेस्ट विकेट लेने वाले पहले एशियाई गेंदबाज बने हैं।