ओल्ड ट्रैफर्ड में इंग्लैंड और भारत के बीच चौथे टेस्ट के पहले दिन एक चिंताजनक पल आया, जब भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को दाहिने पैर में चोट लग गई और उन्हें दर्द के कारण रिटायर्ड हर्ट होकर मैदान छोड़ना पड़ा।
इंग्लैंड बनाम भारत मैनचेस्टर टेस्ट के पहले दिन ऋषभ पंत को लगी गंभीर चोट
इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ क्रिस वोक्स की गेंद पर रिवर्स-स्वीप मारने की कोशिश में पंत चूक गए और गेंद सीधा उनके पैर पर जा लगी। अल्ट्राएज से पता चला कि बल्ले का हल्का सा किनारा था, जिससे एलबीडब्ल्यू की अपील तो टल गई, लेकिन तब तक चोट लग चुकी थी। गेंद का असर इतना गहरा था कि भारतीय ड्रेसिंग रूम में हड़कंप मच गया। कैमरे ने पंत के सूजे हुए पैर और बूट से निकलते खून को दिखाया, जो उनकी गंभीर चोट का साफ संकेत था। टीम के फिजियो योगेश परमार तुरंत इलाज के लिए पहुंचे, लेकिन पंत इतना दर्द में थे कि खड़े भी नहीं हो पा रहे थे। तुरंत मिनी एम्बुलेंस मंगाई गई और मेडिकल स्टाफ ने उन्हें धीरे-धीरे बाहर ले जाकर पास के अस्पताल में स्कैन के लिए भेज दिया।
पंत की चोट पर बीसीसीआई और टीम के साथी साई सुदर्शन की ओर से महत्वपूर्ण अपडेट
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने तुरंत एक आधिकारिक बयान जारी किया, जिसमें पुष्टि की गई: “ऋषभ पंत को मैनचेस्टर टेस्ट के पहले दिन बल्लेबाजी करते समय दाहिने पैर में गेंद लगी थी। उन्हें स्टेडियम से स्कैन के लिए ले जाया गया। बीसीसीआई की मेडिकल टीम उनकी प्रगति पर नज़र रख रही है।” मैदान से बाहर जाते समय उनकी निराशा साफ़ दिखाई दे रही थी, यह भावुक पल उनकी स्थिति की गंभीरता को उजागर कर रहा था।
𝗨𝗽𝗱𝗮𝘁𝗲:
Rishabh Pant was hit on his right foot while batting on Day 1 of the Manchester Test.
He was taken for scans from the stadium.
The BCCI Medical Team is monitoring his progress.
— BCCI (@BCCI) July 23, 2025
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जब यह घटना हुई, उस समय पंत के साथ क्रीज़ पर मौजूद युवा बल्लेबाज़ साई सुदर्शन ने, जो 61 रन बनाकर भारत के टॉप स्कोरर भी रहे, स्टंप्स के बाद अपनी चिंता जताते हुए कहा, “वो वाकई में बहुत दर्द में थे। उन्हें स्कैन के लिए ले जाया गया है, कल ही पता चलेगा कि हालात कैसे हैं। अगर वो वापस नहीं लौटे, तो हमें एक बल्लेबाज़ की कमी जरूर खलेगी और इसका असर मैच पर पड़ेगा।”
वहीं, इंग्लैंड की ओर से ऑलराउंडर लियाम डॉसन ने भी पंत के लिए सहानुभूति जताई और प्रेस से कहा, “हमारी शुभकामनाएं ऋषभ पंत के साथ हैं, लेकिन जिस हालत में वो हैं, उन्हें मैच में दोबारा खेलते देखना मुश्किल लगता है।” उन्होंने माना कि ये घटना सिर्फ भारत के लिए ही नहीं, बल्कि विरोधी टीम के लिए भी एक झटका है।
बल्लेबाजी पर वापसी के संबंध में भारत और आईसीसी के नियमों पर प्रभाव
पंत की चोट इस अहम टेस्ट मैच में भारत के लिए एक बड़ा झटका है, खासकर तब जब वह शानदार बल्लेबाज़ी कर रहे थे। उन्होंने 48 गेंदों में 37 रन बनाए और साई सुदर्शन (61 रन) के साथ एक अच्छी साझेदारी शुरू कर दी थी। उनके रिटायर्ड हर्ट होने के समय भारत का स्कोर 212/3 था। इसके बाद रवींद्र जडेजा और शार्दुल ठाकुर ने मिलकर स्कोर को स्टंप्स तक 264/4 तक पहुँचाया, लेकिन पंत के जाने के बाद भारत की बल्लेबाज़ी की लय थोड़ी धीमी पड़ गई।
इस सीरीज़ में ये पहली बार नहीं है जब पंत को चोट लगी हो। इससे पहले लॉर्ड्स में तीसरे टेस्ट की पहली पारी में विकेटकीपिंग करते समय उनकी उंगली में चोट लगी थी, जिसके बाद ध्रुव जुरेल ने कीपिंग की जिम्मेदारी संभाली थी। पंत उस मैच में सिर्फ दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी कर पाए थे।
पंत की फिटनेस को लेकर चिंता इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि लगातार चोटें उनकी उपलब्धता पर सवाल खड़े कर रही हैं। क्रिकेट के नियमों के मुताबिक (आईसीसी धारा 25.4), अगर कोई बल्लेबाज़ चोट या बीमारी के कारण रिटायर्ड होता है, तो वह बाद में फिर से बल्लेबाज़ी कर सकता है, लेकिन केवल तब जब गेंद डेड हो या कोई विकेट गिरे। हालांकि नियम उन्हें वापसी की इजाज़त देते हैं, लेकिन उनकी मौजूदा हालत को देखकर लगता है कि वापसी मुश्किल हो सकती है। अब भारत को स्कैन रिपोर्ट का इंतज़ार है, जिससे तय होगा कि पंत दोबारा मैदान पर उतर पाएंगे या नहीं। अगर वह नहीं खेल पाए, तो ध्रुव जुरेल को विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी दी जा सकती है, और टीम संयोजन में भी बदलाव करना पड़ सकता है।