टीम इंडिया ने मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले गए चौथे टेस्ट मैच में शानदार वापसी की और इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबला ड्रॉ करा लिया। मैच में भारत पिछड़ रहा था और आखिरी दिन दबाव में था, लेकिन बल्लेबाज़ों के दमदार प्रदर्शन ने मैच का रुख बदल दिया। शुभमन गिल ने शानदार शतक लगाया, वहीं रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने पांचवें विकेट के लिए नाबाद 203 रन की साझेदारी की। दोनों ने शतक बनाकर इंग्लैंड की जीत की उम्मीदों को खत्म कर दिया। भारत ने पूरे धैर्य और समझदारी से खेलते हुए 425/4 का स्कोर खड़ा किया और इंग्लैंड को जीत से दूर रखा।
बेन स्टोक्स समय से पहले ड्रॉ के संकेत के लिए आलोचनाओं के घेरे में
इंग्लैंड जडेजा और वाशिंगटन सुंदर की मजबूत साझेदारी को तोड़ने में नाकाम रहा। जब दोनों बल्लेबाज़ अपने शतक के करीब पहुँच गए, तब इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स उनके पास आए और इशारा किया कि मैच जल्दी खत्म कर लिया जाए। लेकिन भारतीय बल्लेबाज़ों ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया और अपनी बल्लेबाज़ी जारी रखी ताकि वे अपने शतक पूरे कर सकें।
स्टोक्स इस इनकार से नाराज़ नज़र आए। उन्होंने मैदान पर सिर हिलाया और बेचैनी जाहिर की। उनकी ये प्रतिक्रिया कई फैन्स और क्रिकेट विशेषज्ञों को पसंद नहीं आई। लोगों ने सवाल उठाए कि क्या स्टोक्स ने खेल भावना के खिलाफ काम किया, क्योंकि भारत उस समय शानदार वापसी कर रहा था। कई लोगों का मानना था कि ऐसे समय में विरोधी टीम के लचीलापन का सम्मान करना चाहिए, न कि उन्हें जल्दी मैच खत्म करने के लिए कहना।
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संजय मांजरेकर ने स्टोक्स को ‘बिगड़ा हुआ बच्चा’ क्यों कहा?
अनुभवी कमेंटेटर और पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने भी इंग्लैंड के कप्तान स्टोक्स की आलोचना की। उन्होंने JioHotstar पर बातचीत में स्टोक्स को “बिगड़ा हुआ बच्चा” कहा और बताया कि स्टोक्स मुश्किल हालात को सही से नहीं संभाल पाए।
मांजरेकर ने कहा कि स्टोक्स शुरुआत में जब हाथ मिलाने का प्रस्ताव लेकर आए और भारतीय बल्लेबाज़ों ने उसे ठुकरा दिया, तो वे साफ़ तौर पर नाराज़ दिखे। उन्होंने कहा, “बेन स्टोक्स को ऐसे नतीजों की आदत नहीं है। बाज़बॉल रणनीति के तहत इंग्लैंड बहुत कम मैच ड्रॉ खेला है, और ये मैच बिना बारिश या रुकावट के ड्रॉ हुआ, वो भी भारत की मजबूत बल्लेबाज़ी की वजह से। जडेजा और सुंदर ने शतक तक पहुँचने के लिए बहुत मेहनत की थी, इसलिए वे रुकने वाले नहीं थे।”
मांजरेकर ने यह भी कहा कि स्टोक्स का व्यवहार मैच के अंत में एक नाराज़ और बचकाने खिलाड़ी जैसा था। उन्होंने बताया कि इस मैच से इंग्लैंड की हताशा साफ दिखी और यह भी कि भारत की धैर्य और मजबूत मानसिकता ने इंग्लैंड की सोच को हिला दिया। मांजरेकर ने कहा, “स्टोक्स को अपने बर्ताव पर पछतावा होगा।”