यशस्वी जायसवाल ने एक बार फिर भारतीय क्रिकेट इतिहास में अपना नाम दर्ज कर लिया है। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट के तीसरे दिन भारत के लिए खेलते हुए एक खास उपलब्धि हासिल की।
जायसवाल ने सुनील गावस्कर का प्रतिष्ठित रिकॉर्ड तोड़ा और दिग्गज राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग की सूची में शामिल हुए
जायसवाल अब सबसे तेज़ 2000 टेस्ट रन बनाने वाले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने यह कारनामा सिर्फ 40 पारियों में किया है। उन्होंने राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग की बराबरी की है और सुनील गावस्कर के 23 टेस्ट मैचों का रिकॉर्ड भी पीछे छोड़ दिया है।
उनकी कामयाबी सिर्फ़ रनों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उनकी उम्र से बड़ी सोच और लगातार अच्छा खेलने की मिसाल है। सिर्फ 21 टेस्ट और 40 पारियों में उन्होंने 2000 रन बना लिए हैं, जो उन्हें भारत के महान बल्लेबाजों द्रविड़ और सहवाग की श्रेणी में खड़ा करता है। जायसवाल ने 52 से ज्यादा के शानदार औसत से अब तक 5 शतक और 10 अर्धशतक लगाए हैं। एजबेस्टन टेस्ट की पहली पारी में उनके 87 रन भी एक और शतक के क़रीब थे और उन्होंने फिर से शानदार नियंत्रण और क्लास दिखाया।
यह कोई एक बार की चमक नहीं है, बल्कि उनके लगातार शानदार प्रदर्शन का नतीजा है। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में शानदार खेल दिखाने के बाद विदेशी ज़मीन पर भी खुद को साबित किया है। सबसे खास बात यह है कि उन्होंने भारत के अनुभवी सलामी बल्लेबाजों की कमी को बहुत अच्छे से पूरा किया है। वह सिर्फ रन नहीं बनाते, बल्कि मैच का रुख भी बदल सकते हैं। अब उन्होंने सहवाग की आक्रामकता और द्रविड़ की भरोसेमंदी को एक साथ जोड़ दिया है जो बहुत ही अनोखी बात है। उनका 2000 रन का आंकड़ा सिर्फ़ एक रिकॉर्ड नहीं, बल्कि इस बात का संकेत है कि भारत को एक नया महान बल्लेबाज़ मिल गया है।
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Fewest innings to 2000 Test runs (India) 👇
40: Rahul Dravid
40: Virender Sehwag
40: Yashasvi Jaiswal– Yashasvi is now the joint fastest to 2000 Test runs for India 🌟#Cricket #YashasviJaiswal #RahulDravid #VirenderSehwag #TeamIndia pic.twitter.com/StME51stRv
— CricketTimes.com (@CricketTimesHQ) July 5, 2025
साथ ही
इंग्लैंड के खिलाफ़ एक रोमांचक टेस्ट मैच के बीच पहली पारी में भारत की शानदार पारी
पहली पारी में 87 रन पर आउट होने से पहले जायसवाल ने एक बार फिर भारतीय पारी को संभाला। वह एक और शतक के बेहद करीब थे, लेकिन बेन स्टोक्स की तेज गेंद पर जेमी स्मिथ ने उनका कैच पकड़ लिया। भले ही वह शतक से चूक गए, लेकिन उनकी इस पारी ने भारत को पहली पारी में एक मजबूत स्कोर तक पहुंचाने में मदद की।
इसके बाद, मोहम्मद सिराज की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और सिराज ने 6 विकेट लेकर भारत को 184 रनों की बड़ी बढ़त दिलाई। दूसरी पारी में जायसवाल ने तेज खेल दिखाया। उन्होंने सिर्फ 22 गेंदों में 28 रन बनाए, जिसमें कई चौके शामिल थे। भले ही यह पारी छोटी रही, लेकिन उसमें मिले रन भारत की बढ़त को और मजबूत करने में मददगार साबित हुए। उनकी शुरुआत ने टीम को एक बार फिर अच्छी गति दी।
जायसवाल की हर पारी में ढलने की क्षमता चाहे पारी लंबी हो या तेज,उन्हें टीम के लिए बेहद खास खिलाड़ी बनाती है। जैसे-जैसे भारत एजबेस्टन में जीत की ओर बढ़ रहा है, जायसवाल का योगदान इस जीत को तय करने में अहम भूमिका निभा रहा है। आज जब टीम को नए सितारों की जरूरत है, जायसवाल भारत की अगली बल्लेबाज़ी पीढ़ी का चेहरा बनने की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं।