इंग्लैंड के खिलाफ रोमांचक टी20 सीरीज़ जीतने के बाद अब भारतीय महिला टीम और इंग्लैंड दोनों का ध्यान 16 जुलाई से साउथेम्प्टन के द रोज़ बाउल में शुरू होने वाली वनडे सीरीज़ पर है। इंग्लैंड की टीम हार की भरपाई करना चाहेगी, जबकि भारत अपनी जीत की लय को बनाए रखना चाहेगा।
इंग्लैंड-विमेंस बनाम भारत-विमेंस वनडे सीरीज प्रिव्यू
टी20I सीरीज़ में ऐतिहासिक जीत के बाद भारतीय महिला टीम वनडे सीरीज़ में भी पूरे जोश के साथ उतरने को तैयार है। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में टीम के पास मज़बूत बल्लेबाज़ी लाइन-अप और दमदार ऑलराउंडर मौजूद हैं। युवा खिलाड़ी टीम को नई ऊर्जा देते हैं, वहीं अनुभवी गेंदबाज़ पिच पर नियंत्रण बनाए रखते हैं। भारत की कोशिश होगी कि वो इंग्लैंड की परिस्थितियों के मुताबिक जल्दी ढल जाए और 50 ओवर के इस फॉर्मेट में भी अच्छा प्रदर्शन जारी रखे।
दूसरी ओर, नेट साइवर ब्रंट की कप्तानी में इंग्लैंड की टीम टी20I की हार का बदला लेने और घरेलू मैदान पर वापसी करने के इरादे से उतरेगी। टीम में चार्ली डीन और सोफी एक्लेस्टोन जैसे मैच जिताने वाले खिलाड़ी हैं, जो इसे अनुभवी और फुर्तीली दोनों बनाते हैं। इंग्लैंड के गेंदबाज़ अपने घरेलू हालात का पूरा फायदा उठाना चाहेंगे, जबकि बल्लेबाज़ी क्रम को लगातार अच्छा खेल दिखाने की ज़रूरत है। इंग्लैंड की टीम इस लंबे फॉर्मेट में जीत हासिल करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
यह भी पढ़ें: इंग्लैंड-महिला बनाम भारत-महिला 2025, पहला वनडे: पिच रिपोर्ट, द रोज़ बाउल में आमने-सामने का रिकॉर्ड और आँकड़े
इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला के लिए भारत की सर्वश्रेष्ठ एकादश:
1. स्मृति मंधाना (उप-कप्तान)
- भूमिका: सलामी बल्लेबाज
- ताकत: शानदार स्ट्रोकप्ले और स्थिरता
- उम्मीद : स्मृति अपनी टाइमिंग और शुरुआत में गैप ढूँढने की क्षमता का इस्तेमाल करके भारत को मज़बूत शुरुआत दिलाने में अहम भूमिका निभाएँगी। इंग्लैंड की परिस्थितियों में उनका अनुभव पारी को स्थिर करने और एक मज़बूत नींव रखने में मदद करेगा।
2. प्रतीका रावल
- भूमिका: सलामी बल्लेबाज
- ताकत: दाएं हाथ से आक्रामकता और प्रभावशाली घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय फॉर्म
- उम्मीद : प्रतीका रावल शीर्ष क्रम में निडर रवैया अपनाएँगी। शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाने और सार्थक साझेदारियाँ बनाने की अपनी क्षमता के लिए जानी जाने वाली, वह जल्द ही भारत के लिए एक महत्वपूर्ण सलामी बल्लेबाज़ बन गई हैं।
3. जेमिमा रोड्रिग्स
- भूमिका: शीर्ष क्रम बल्लेबाज
- ताकत: स्मार्ट शॉट चयन और विकेटों के बीच तेज दौड़
- उम्मीद: जेमिमा स्ट्राइक रोटेट करने और साझेदारियां बनाने पर ध्यान केंद्रित करेंगी, जिससे मध्य ओवरों में गति बनाए रखने में मदद मिलेगी।
4. हरमनप्रीत कौर (कप्तान)
- भूमिका: मध्यक्रम बल्लेबाज और नेता
- ताकत: मजबूत फिनिशिंग कौशल और दबाव में शांत
- उम्मीद: हरमनप्रीत की नेतृत्व क्षमता और महत्वपूर्ण पारी खेलने की क्षमता भारत को मुश्किल समय में मार्गदर्शन देने और जरूरत पड़ने पर तेजी लाने में महत्वपूर्ण होगी।
5. हरलीन देओल
- भूमिका: मध्यक्रम बल्लेबाज
- ताकत: अनुकूलनशीलता और एथलेटिक क्षेत्ररक्षण
- उम्मीद: हरलीन लचीलापन प्रदान करेंगी, मैच की स्थिति के आधार पर या तो टीम को मजबूत करेंगी या आक्रमण करेंगी।
6. ऋचा घोष (विकेटकीपर)
- भूमिका: विकेटकीपर-बल्लेबाज
- ताकत: त्वरित स्कोरिंग और तेज ग्लववर्क
- उम्मीद: ऋचा से पारी का अंत मजबूती से करने और स्टंप के पीछे अपनी पैनी क्षमता बनाए रखने की उम्मीद है, खासकर इंग्लैंड के स्पिनरों के खिलाफ।
7. दीप्ति शर्मा
- भूमिका: ऑलराउंडर (ऑफ स्पिन)
- ताकत: गेंद पर नियंत्रण और स्थिर बल्लेबाजी
- उम्मीद : दीप्ति अपनी स्पिन से मध्य ओवरों को नियंत्रित करने और निचले क्रम में उपयोगी रन बनाने का लक्ष्य रखेंगी।
8. स्नेह राणा
- भूमिका: ऑलराउंडर (ऑफ स्पिन)
- ताकत: कसी हुई गेंदबाजी और उपयोगी बल्लेबाजी
- उम्मीद: स्नेह स्पिन आक्रमण का समर्थन करेंगे और बल्लेबाजी क्रम में गहराई लाएंगे, खासकर दबाव की स्थिति में।
9. अमनजोत कौर
- भूमिका: सीम गेंदबाज और निचले क्रम के बल्लेबाज
- ताकत: मध्यम गति और उपयोगी हिटिंग
- उम्मीद: अमनजोत गेंद से साझेदारियां तोड़ने और पारी के अंत में तेजी से रन बनाने की कोशिश करेंगे।
10. शुचि उपाध्याय
- भूमिका: तेज गेंदबाज
- ताकत: स्विंग गेंदबाजी और सटीकता
- अपेक्षा: शुचि का काम नई गेंद के साथ शुरुआत में ही बढ़त बनाना और दबाव बनाने के लिए कड़ी लाइन बनाए रखना है।
11. श्री चरणी
- भूमिका: तेज गेंदबाज
- ताकत: गति और उछाल
- उम्मीद: श्री लगातार गति बनाए रखने और सही क्षेत्रों में गेंद डालने पर ध्यान केंद्रित करेंगे, ताकि पूरी पारी के दौरान इंग्लैंड के बल्लेबाजों को परेशानी में डाला जा सके।