क्रिकेट का इतिहास उन शानदार बल्लेबाजों से भरा है जिन्होंने हर दौर, हर फॉर्मेट और हर हालात में रन बनाना बखूबी सीखा। सुनील गावस्कर की शांत बल्लेबाजी, सर विवियन रिचर्ड्स की ताक़त, रिकी पोंटिंग की लगातार शानदार परफॉर्मेंस और राहुल द्रविड़ का धैर्य हर दौर में ऐसे बल्लेबाज़ हुए हैं जिन्होंने अपनी अलग छाप छोड़ी।
सभी प्रारूपों के दिग्गजों का विकास: आइकन से फैब फोर तक
21वीं सदी आते-आते क्रिकेट में “हर फॉर्मेट में महान खिलाड़ी” होने की सोच को असली रूप मिला। टेस्ट, वनडे और टी20 जैसे अलग-अलग फॉर्मेट के साथ-साथ फ्रेंचाइज़ी लीगों के आने से अब खिलाड़ी की तकनीक, सोच और लचीलापन असली कसौटी पर परखे जाने लगे। कई खिलाड़ियों ने एक या दो फॉर्मेट में कमाल किया, लेकिन बहुत कम ही ऐसे रहे जो तीनों फॉर्मेट में लगातार शानदार खेले।
जैक्स कैलिस, कुमार संगकारा, एबी डिविलियर्स और एमएस धोनी जैसे दिग्गज इस नए दौर के पहले सुपरस्टार बने। इसके बाद आई एक खास चौकड़ी – विराट कोहली, केन विलियमसन, स्टीव स्मिथ और जो रूट। इन चारों ने न सिर्फ़ हर फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन किया, बल्कि सालों तक अपने खेल से दुनिया को प्रभावित किया। इन्हें “फैब फोर” कहा गया, और इन्होंने अलग-अलग खेलने की शैली के बावजूद एक बात में समानता दिखाई तीनों फॉर्मेट में लगातार दबदबा बनाए रखना और हर चुनौती का डटकर सामना करना।
यह भी पढ़ें: युजवेंद्र चहल और आरजे महवश की लंदन वाली तस्वीरों ने सोशल मीडिया पर मचाई हलचल, फैंस बोले-‘कृपया अपने रिश्ते की पुष्टि करें’
केन विलियमसन इस युग के महानतम ऑल-फॉर्मेट क्रिकेटर बने
लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने कोहली को “पिछले 15 वर्षों का टॉप ऑल‑फॉर्मेट खिलाड़ी” करार दिया। उन्होंने कहा कि कोहली ने टेस्ट, वनडे और टी20 में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया है खास तौर पर ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट जीत ने उनकी महानता साबित की है।
विलियमसन ने बताया कि उनकी और कोहली की दोस्ती सिर्फ मैदान तक सीमित नहीं है, बल्कि बाहर भी दोनों पारस्परिक सम्मान और अनुभव बांटते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि व्यक्तिगत प्रतिद्वंद्विता जैसी कोई बात उनके बीच नहीं रही, बल्कि केवल एक दूसरे से प्रेरणा लेने का रिश्ता है।
विलियमसन के शब्दों में, “अभी विराट पिछले 15 साल में सबसे महान ऑल‑फॉर्मेट खिलाड़ी लगते हैं। एक क्रिकेट‑पसंदीदा देश में, उन्होंने अपने आप को तीनों फॉर्मेट में शीर्ष पर बनाए रखा और खेल को नई ऊँचाइयों पर ले गए।” उनके अनुसार, कोहली की ‘अनुशासन, तीव्रता और नेतृत्व’ ने एक पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया है। यह बयान एक महान खिलाड़ी की ओर से दूसरे महान खिलाड़ी को दी गई हार्दिक श्रद्धांजलि थी, जिसने दोनों के बीच वर्षों से चले रिश्ते की गहराई को दर्शाया।