भारत के मीडिया जगत की एक बड़ी कंपनी, सन टीवी नेटवर्क, जो अब एक मजबूत ग्लोबल क्रिकेट ब्रांड भी बन चुका है, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ने की ओर एक अहम कदम उठा रहा है।
काव्या मारन के सन टीवी नेटवर्क ने द हंड्रेड टीम खरीदकर फ्रैंचाइज़ी क्रिकेट में बड़ा कदम उठाया
सीएनबीसी टीवी18 की रिपोर्ट के मुताबिक, चेन्नई की मीडिया कंपनी सन टीवी नेटवर्क ने इंग्लैंड की मशहूर क्रिकेट लीग “द हंड्रेड” की एक बड़ी टीम नॉर्दर्न सुपरचार्जर्स की 100% हिस्सेदारी खरीद ली है। इस डील की कीमत करीब £100.5 मिलियन (लगभग 1,000 करोड़ रुपये) बताई जा रही है।
इस फैसले से सन टीवी अब यूके के खेल बाजार में भी आधिकारिक रूप से शामिल हो गया है। यह कदम यह भी दिखाता है कि कंपनी अलग-अलग देशों में क्रिकेट टीमों का एक मजबूत नेटवर्क बनाना चाहती है। इस पूरे काम की देखरेख आंशिक रूप से काव्या मारन कर रही हैं, जो पहले से ही सनराइजर्स हैदराबाद की मालिक हैं। यह सौदा ग्लोबल क्रिकेट की दुनिया में सन टीवी को एक बड़ी ताकत बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम माना जा रहा है।
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काव्या मारन के नेतृत्व में सन टीवी ने खरीदी इंग्लैंड की क्रिकेट टीम नॉर्दर्न सुपरचार्जर्स
सन टीवी नेटवर्क ने इंग्लैंड की मशहूर क्रिकेट टीम नॉर्दर्न सुपरचार्जर्स को करीब 1,181 करोड़ रुपये में खरीद लिया है। इस फैसले से यह साफ है कि कंपनी अब दुनिया भर में खेल और क्रिकेट में बड़ी भूमिका निभाना चाहती है।
इस रणनीति के पीछे सबसे अहम भूमिका निभा रही हैं मारन , जो सन टीवी की कार्यकारी निदेशक हैं और सनराइजर्स हैदराबाद (आईपीएल) और सनराइजर्स ईस्टर्न केप (SA20) की CEO भी हैं। उन्होंने टीम मैनेजमेंट और आईपीएल नीलामी जैसे बड़े मौकों पर भी सक्रिय भागीदारी दिखाई है, जिससे उन्हें क्रिकेट की दुनिया में खास पहचान मिली है। सन टीवी ने यह अधिग्रहण 18 जुलाई 2025 को मंजूरी दी। अब नॉर्दर्न सुपरचार्जर्स पूरी तरह से सन टीवी की सहायक कंपनी बन जाएगी। कंपनी के सेक्रेटरी आर. रवि ने बताया कि यह डील इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड द्वारा चलाई जा रही लीग “द हंड्रेड” में कंपनी की भागीदारी को और मज़बूत बनाएगी।
सीएनबीसी टीवी18 की रिपोर्ट के अनुसार, यह सौदा नॉर्दर्न सुपरचार्जर्स के मौजूदा सालाना कारोबार का 53 गुना है, जिससे पता चलता है कि सन टीवी को इस टीम से लंबे समय में अच्छे फायदे की उम्मीद है। यह अधिग्रहण भारतीय रिज़र्व बैंक की मंज़ूरी के तहत विदेशी निवेश के ऑटोमैटिक रूट से किया जा रहा है और 31 दिसंबर 2025 तक पूरी तरह से पूरा होने की संभावना है।