बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ मिचेल स्टार्क ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए क्रिकेट इतिहास में एक और खास उपलब्धि हासिल की। उन्होंने किंग्स्टन में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की 176 रन से बड़ी जीत में अहम भूमिका निभाई। इस जीत से ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज़ 3-0 से अपने नाम कर ली। यह मैच स्टार्क के करियर का 100वां टेस्ट था, जिसे उन्होंने यादगार बना दिया। उन्होंने वेस्टइंडीज़ की बल्लेबाज़ी को बुरी तरह ढहा दिया और तेज़ गेंदबाज़ी का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए एक और बड़ा मुकाम हासिल किया।
मिचेल स्टार्क ने हासिल की ऐतिहासिक उपलब्धि
स्टार्क ने अपने 100वें टेस्ट मैच में जबरदस्त गेंदबाज़ी की और क्रिकेट इतिहास में एक और बड़ा रिकॉर्ड बना दिया। वेस्टइंडीज़ के खिलाफ 204 रन का पीछा करते हुए उन्होंने अपनी तेज़ और सटीक गेंदबाज़ी से विरोधी टीम को सिर्फ 15 गेंदों में ढेर कर दिया। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज़ पांच विकेट लेने का नया रिकॉर्ड बनाया।
वेस्टइंडीज़ की पूरी टीम सिर्फ 27 रन पर सिमट गई जो टेस्ट इतिहास का दूसरा सबसे कम स्कोर है। वे न्यूजीलैंड के 1955 के 26 रन के शर्मनाक रिकॉर्ड से बस एक रन ही दूर रह गए।
स्टार्क ने शुरुआत से ही तूफानी गेंदबाज़ी की। उन्होंने बिना कोई रन दिए सिर्फ चार गेंदों के भीतर तीन विकेट झटक लिए। डेब्यू कर रहे केवलन एंडरसन को एलबीडब्ल्यू आउट किया और फिर ब्रैंडन किंग के स्टंप्स बिखेर दिए। इससे वेस्टइंडीज़ के खिलाड़ी और दर्शक दोनों हैरान रह गए। इसके बाद भी उन्होंने रुकने का नाम नहीं लिया। मिकाइल लुइस और अनुभवी शाई होप को भी आउट कर उन्होंने सिर्फ 15 गेंदों में पांच विकेट पूरे कर लिए। इससे पहले यह रिकॉर्ड 19 गेंदों का था, जो एर्नी तोशैक (1947), स्टुअर्ट ब्रॉड (2015), और स्कॉट बोलैंड (2021) के नाम था।
इस शानदार प्रदर्शन के साथ स्टार्क ऑस्ट्रेलिया के लिए 400 टेस्ट विकेट लेने वाले सिर्फ चौथे गेंदबाज़ बन गए। अब उनका नाम भी शेन वॉर्न, ग्लेन मैक्ग्रा और नाथन लियोन जैसे दिग्गजों के साथ जुड़ गया है जो टेस्ट क्रिकेट में उनके लंबे और असरदार करियर की मिसाल है।
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वेस्टइंडीज़ का ऐतिहासिक पतन और स्कॉट बोलैंड की हैट्रिक का ड्रामा
वेस्टइंडीज़ की दूसरी पारी एक भयानक नज़ारा बन गई, जो क्रिकेट के लिए शर्मनाक साबित हुई। स्टार्क ने शुरुआत में ही विकेट लेकर वेस्टइंडीज़ के पतन की नींव रख दी, और ऑस्ट्रेलिया के बाकी गेंदबाज़ों ने लगातार दबाव बनाए रखा।
ड्रामा और वेस्टइंडीज़ की परेशानी तब और बढ़ गई जब स्कॉट बोलैंड ने हैट्रिक ले ली। बोलैंड, जिन्होंने पहले भी सबसे तेज़ पांच विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया था, ने जस्टिन ग्रीव्स, शमर जोसेफ और जोमेल वॉरिकन को लगातार तीन गेंदों पर आउट कर दिया। यह ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट क्रिकेट में दसवीं हैट्रिक थी जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।
इस हैट्रिक के बाद वेस्टइंडीज़ का स्कोर 26 रन पर 9 विकेट हो गया। उस वक्त न्यूजीलैंड के 1955 के 26 रन के सबसे कम टेस्ट स्कोर का रिकॉर्ड टूटने का खतरा दिखने लगा था। हालांकि वेस्टइंडीज़ एक रन और जोड़ सका।
इसके बाद स्टार्क फिर लौटे और आखिरी बल्लेबाज़ जेडन सील्स को आउट कर दिया। ऑस्ट्रेलिया ने 176 रनों से शानदार जीत दर्ज की और सीरीज़ 3-0 से अपने नाम कर ली। हालांकि इस मैच में ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी भी कुछ खास नहीं रही और टीम सिर्फ 121 रन पर सिमट गई थी। इससे वेस्टइंडीज़ को थोड़ी उम्मीद जगी थी। अल्ज़ारी जोसेफ ने 27 रन देकर 5 विकेट और शमर जोसेफ ने 34 रन देकर 4 विकेट लिए। लेकिन जब वेस्टइंडीज़ की बारी आई, तो स्टार्क और उनकी टीम के घातक गेंदबाज़ी आक्रमण के सामने 204 रनों का लक्ष्य बहुत बड़ा साबित हुआ। ऑस्ट्रेलिया ने एक बार फिर दिखाया कि वो क्यों दुनिया की सबसे मज़बूत टेस्ट टीमों में से एक है।