कप्तान नैट साइवर-ब्रंट को भारत के खिलाफ 16 जुलाई से शुरू होने वाली तीन मैचों की मेट्रो बैंक वनडे सीरीज के लिए इंग्लैंड की 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया है। हालांकि, वह कमर की चोट के कारण टी20 सीरीज के बाकी मैचों से बाहर हो गई हैं, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि वह समय पर ठीक होकर वनडे मैचों में टीम की कप्तानी करेंगी।
चोट की चिंताओं के बावजूद नेट साइवर-ब्रंट इंग्लैंड की कप्तानी करेंगी
भारत के खिलाफ वनडे सीरीज में तेज गेंदबाज लॉरेन फिलर की भी वापसी हो सकती है। वह घुटने की चोट से उबर रही हैं और एशेज के बाद पहली बार वनडे में खेलने की कोशिश करेंगी। इंग्लैंड ने इस सीरीज के लिए युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण तैयार किया है। टीम का मकसद है कि टी20 सीरीज के बाद 50 ओवर के फॉर्मेट में भी अपनी पकड़ बनाए रखें।
कप्तान साइवर-ब्रंट भले ही कमर की खिंचाव के कारण टी20 सीरीज के आखिरी मैचों में नहीं खेल पाईं, लेकिन उम्मीद है कि वे वनडे सीरीज में पूरी तरह फिट होकर लौटेंगी और टीम की अगुवाई करेंगी। टीम मैनेजमेंट को भी उनकी फिटनेस को लेकर भरोसा है, और माना जा रहा है कि वे भारत के खिलाफ सीरीज में पूरी भूमिका निभाएंगी।
दुनिया की बेहतरीन ऑलराउंडर में गिनी जाने वाली साइवर-ब्रंट की मौजूदगी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही विभागों के लिए बहुत अहम है। उनका अनुभव, जरूरत पड़ने पर पारी को संभालने या तेजी से रन बनाने की क्षमता, इंग्लैंड की वनडे रणनीति का अहम हिस्सा है। उनकी फिटनेस को ध्यान में रखते हुए, टीम उनके खेल समय को समझदारी से संभाल सकती है ताकि वे लंबे समय तक टीम के लिए उपलब्ध रह सकें, न कि सिर्फ इस सीरीज के लिए।
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सोफी एक्लेस्टोन और मैया बाउशियर की महत्वपूर्ण वापसी से इंग्लैंड की टीम मजबूत हुई
बाएं हाथ की स्पिनर सोफी एक्लेस्टोन की वापसी से इंग्लैंड की स्पिन गेंदबाजी को बड़ा फायदा मिला है। दुनिया की नंबर 1 वनडे गेंदबाज एक्लेस्टोन भारत की मजबूत दाएं हाथ की बैटिंग लाइनअप के खिलाफ ताकत और नियंत्रण दोनों ही देती हैं। चोट के चलते वह वेस्टइंडीज सीरीज से बाहर थीं, लेकिन अब उनकी वापसी से इंग्लैंड की पहले से मजबूत गेंदबाजी में और गहराई आ गई है।
इस बार टीम में मैया बाउचियर को भी शामिल किया गया है। उनकी हाल की फॉर्म और मिडिल ऑर्डर में लचीलापन देने की क्षमता ने उन्हें चयनकर्ताओं की पसंद बनाया है। बाउचियर न केवल तगड़ी हिटर हैं, बल्कि एक शानदार फील्डर भी हैं। उनका चयन यह दिखाता है कि इंग्लैंड टीम आगामी ग्लोबल टूर्नामेंट से पहले बहुमुखी खिलाड़ियों को आज़माने के मूड में है। फिलर, जिन्होंने हाल ही के टी20 मैचों में 76 मील प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी की और अहम स्पेल डाले, अब एशेज के बाद अपना पहला वनडे खेलने के लिए तैयार हैं। उनके साथ केट क्रॉस और लॉरेन बेल जैसे अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ भी टीम में हैं, जो लाइन-लेंथ और अनुभव से संतुलन बनाएंगे।
स्पिन विभाग में एक्लेस्टोन को चार्ली डीन और लिंसे स्मिथ का साथ मिलेगा। वहीं, एलिस कैप्सी और सोफिया डंकले जैसी युवा खिलाड़ी भी टीम में हैं, जो तेज़ बल्लेबाजी के साथ-साथ पार्ट-टाइम गेंदबाजी का विकल्प भी देती हैं। अनुभवी खिलाड़ियों और नई प्रतिभाओं का यह संतुलन इंग्लैंड की गहराई और रणनीति को दर्शाता है। टीम भारत के खिलाफ आने वाली वनडे सीरीज के लिए पूरी तरह तैयार दिख रही है।
भारत के खिलाफ तीन मैचों की एकदिवसीय मैच के लिए इंग्लैंड महिला टीम:
नैट साइवर-ब्रंट (कप्तान), एलिस कैप्सी, टैमी ब्यूमोंट, सोफिया डंकले, लिंसी स्मिथ, केट क्रॉस, एमी जोन्स (विकेट कीपर), डेविडसन रिचर्ड्स, लॉरेन बेल, मैया बाउचियर, सोफी एक्लेस्टोन, लॉरेन फिलर, एम्मा लैम्ब, चार्ली डीन, एम अर्लोट