ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर रिकी पोंटिंग ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट में मिचेल स्टार्क की शानदार कामयाबी के पीछे की वजहों पर बात की। स्टार्क ने टेस्ट मैचों में 400 विकेट पूरे कर लिए हैं और अब वे दुनिया के सबसे खतरनाक तेज़ गेंदबाज़ों में गिने जाते हैं। आईसीसी से बातचीत में पोंटिंग ने बताया कि स्टार्क की मानसिक तैयारी और शारीरिक ताकत ने उनके लगातार अच्छे प्रदर्शन में बड़ी भूमिका निभाई है।
रिकी पोंटिंग ने टेस्ट क्रिकेट में मिचेल स्टार्क की सफलता का राज़ बताया
पोंटिंग ने स्टार्क के खेल के मनोवैज्ञानिक पहलू के बारे में एक खास बात बताई। उन्होंने कहा कि स्टार्क अपनी दाहिनी कलाई पर एक टेप लगाते हैं, जो गेंदबाजी करने वाले हाथ की नहीं होती। इस टेप पर कुछ शब्द लिखे होते हैं जो उन्हें याद दिलाते हैं कि उन्हें क्या करना है और कैसे सोचते हुए खेलना है। 2019 में यह टेप काफी चर्चा में आया था, क्योंकि उस पर लिखा था “चलो, तेज़ गेंदबाजी करो”। यह शब्द स्टार्क की आक्रामक सोच को दिखाते हैं, जो उन्हें अपनी ताकत यानी तेज़ गेंदबाजी पर ध्यान केंद्रित रखने में मदद करता है। पोंटिंग ने कहा कि यह छोटा सा तरीका स्टार्क को मानसिक रूप से मजबूत बनाए रखता है और उनके लक्ष्यों से जोड़े रखता है।
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पोंटिंग ने स्टार्क की मानसिक मजबूती की जमकर तारीफ की
पोंटिंग ने कहा कि सिर्फ सही सोच ही नहीं, बल्कि स्टार्क की हिम्मत और मानसिक ताकत भी उनके 400 से ज्यादा टेस्ट विकेटों की बड़ी वजह है। उन्होंने मैच के दौरान चोट और तकलीफ सहने की स्टार्क की ताकत की भी तारीफ की। पोंटिंग ने बताया, “जैसे-जैसे खिलाड़ी का अनुभव बढ़ता है, वह छोटी-छोटी मुश्किलों से निपटना सीख जाता है। स्टार्क अभी भी शारीरिक रूप से पहले जैसे अच्छे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “हर तेज गेंदबाज को चोट-फुट का सामना करना पड़ता है, लेकिन स्टार्क उनसे जल्दी उबर जाते हैं। वह चोटों के बावजूद खेलते रहते हैं, और इसी वजह से उनके नाम 400 विकेट हैं।” पोंटिंग ने कहा कि चोटों के बावजूद हार न मानना ही स्टार्क को खास बनाता है, और यह खूबी सिर्फ सबसे अच्छे गेंदबाजों में होती है।