इंग्लैंड के सीमित ओवरों के कप्तान जोस बटलर ने पूर्व दिग्गज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के साथ मिलकर एक नई बहस छेड़ दी है। उन्होंने क्रिकेट के सबसे चर्चित मुकाबलों में से एक सचिन तेंदुलकर बनाम जैक्स कैलिस पर अपनी राय दी, जिससे क्रिकेट जगत में चर्चा तेज हो गई है।
सचिन तेंदुलकर और जैक्स कैलिस का अंतरराष्ट्रीय करियर आंकड़ों में
कैलिस का अंतरराष्ट्रीय करियर आंकड़ों के लिहाज़ से बेहद शानदार रहा है और उन्हें क्रिकेट के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक माना जाता है। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 166 मैच खेले और 55.37 की औसत से 13,289 रन बनाए। इसमें 45 शतक और 58 अर्धशतक शामिल हैं।
वनडे क्रिकेट में भी उनका प्रदर्शन कमाल का रहा। उन्होंने 328 मैचों में 44.36 की औसत से 11,579 रन बनाए और साथ ही 273 विकेट भी चटकाए। कुल मिलाकर कैलिस ने अपने करियर में करीब 25,000 अंतरराष्ट्रीय रन बनाए और 550 से ज्यादा विकेट लिए। हालांकि, कैलिस के ऑलराउंड आंकड़े बेहतरीन हैं, लेकिन तेंदुलकर का करियर सिर्फ आंकड़ों से कहीं आगे था। वह भारतीय क्रिकेट की पहचान बने और उनका खेल में योगदान स्थिरता, समर्पण और देशभक्ति का प्रतीक बन गया।
तेंदुलकर अब भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने 200 टेस्ट मैचों में 53.78 की औसत से 15,921 रन बनाए, जिसमें रिकॉर्ड 51 शतक शामिल हैं। वनडे में उन्होंने 463 मैचों में 44.83 की औसत से 18,426 रन बनाए, जिसमें 49 शतक और 96 अर्धशतक हैं। उनके कई रिकॉर्ड आज भी कायम हैं।
क्रिकेट के महानतम क्रिकेटर पर जोस बटलर की राय
लोकप्रिय पॉडकास्ट ‘फॉर द लव ऑफ क्रिकेट’ में बात करते हुए बटलर ने बिना झिझक कैलिस को तेंदुलकर से बेहतर बताया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग के बयान का हवाला दिया, जिसमें पोंटिंग ने कैलिस को अब तक का सबसे बेहतरीन क्रिकेटर कहा था।
बटलर ने कहा कि जब किसी खिलाड़ी के बल्ले और गेंद दोनों से योगदान को देखा जाए, तो कैलिस को नजरअंदाज करना बहुत मुश्किल हो जाता है। उन्होंने कैलिस की बल्लेबाजी की तुलना सचिन तेंदुलकर से की और गेंदबाजी में उन्हें ज़हीर ख़ान के स्तर का बताया। बटलर का मानना है कि कैलिस जैसे खिलाड़ी दो बेहतरीन क्रिकेटरों का योगदान अकेले देते हैं।
उन्होंने कहा कि अगर आप किसी ऑलटाइम बेस्ट टीम का चुनाव कर रहे हैं, तो कैलिस की बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों की क्षमता टीम को शानदार संतुलन देती है। यही वजह है कि उनके लिए कैलिस, भारतीय दिग्गज तेंदुलकर से आगे हैं। बटलर ने कहा, “मैं कैलिस का नाम लूंगा क्योंकि मैंने रिकी पोंटिंग को यह कहते सुना कि कैलिस सबसे बेहतरीन क्रिकेटर हैं। उनके आंकड़े देखें तो वो बल्ले से तेंदुलकर और गेंद से ज़हीर ख़ान जैसे हैं। अगर आप कोई टीम बना रहे हैं, तो ऐसे खिलाड़ी को नजरअंदाज करना बहुत मुश्किल है।”
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स्टुअर्ट ब्रॉड ने सचिन और कैलिस में से अपना पसंदीदा खिलाड़ी चुना
इस बहस को और आगे बढ़ाते हुए इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रॉड ने भी उसी पॉडकास्ट में अपनी राय रखी। उन्होंने कैलिस की जमकर तारीफ की और कहा कि कैलिस ने लगभग 300 टेस्ट विकेट (292) लिए और बल्ले से 55.37 की औसत से रन बनाए, जिससे वो किसी भी टीम के लिए बेहतरीन संतुलन लेकर आते हैं।
हालांकि, ब्रॉड ने यह भी कहा कि दबाव की बात करें तो सचिन तेंदुलकर इससे कहीं ऊपर हैं। उन्होंने बताया कि जहां कैलिस ने चुपचाप दक्षिण अफ्रीकी टीम में अपना काम किया, वहीं तेंदुलकर ने भारत जैसे क्रिकेट प्रेमी देश की उम्मीदों का बोझ अपने कंधों पर उठाया। खासकर 90 के दशक और 2000 की शुरुआत में, जब टीम की जीत काफी हद तक तेंदुलकर के प्रदर्शन पर निर्भर होती थी। ब्रॉड ने 2011 में मुंबई में भारत की वनडे वर्ल्ड कप जीत को तेंदुलकर के करियर का सबसे खास पल बताया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ उनकी क्रिकेटिंग काबिलियत नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट में उनके भावनात्मक महत्व को भी दिखाता है।
ब्रॉड ने कहा, “मेरे हिसाब से टीम बैलेंस के लिए कैलिस जैसे खिलाड़ी का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने लगभग 300 विकेट लिए हैं और बल्ले से भी जबरदस्त प्रदर्शन किया है। शायद वे अब तक के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर हैं। लेकिन अगर बात जीत और दबाव की हो, तो सचिन तेंदुलकर अलग ही स्तर पर हैं। उन्होंने पूरे देश की उम्मीदों का बोझ उठाया और फिर भी 200 टेस्ट मैचों तक टॉप लेवल पर खेलते रहे, ये काबिल-ए-तारीफ है।”