बेकेनहैम में इंग्लैंड और भारत अंडर-19 के बीच पहले यूथ टेस्ट के दूसरे दिन क्रिकेट की दुनिया ने एक खास पल देखा। आयुष म्हात्रे, अभिज्ञान कुंडू और राहुल कुमार ने बढ़िया बल्लेबाजी करते हुए भारत को पहली पारी में 540 रन तक पहुंचाया। लेकिन सबसे बड़ी खबर वैभव सूर्यवंशी की थी। वे मुख्य रूप से बल्लेबाज हैं, लेकिन उन्होंने यूथ टेस्ट क्रिकेट में विकेट लेकर सबसे कम उम्र के भारतीय खिलाड़ी बनने का रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने यह कारनामा केवल 14 साल और 107 दिन की उम्र में किया।
इंग्लैंड अंडर-19 के खिलाफ वैभव सूर्यवंशी की शानदार गेंदबाजी
सूर्यवंशी की क्रिकेट यात्रा अब तक उनकी बल्लेबाजी से जानी जाती थी। लेकिन बेकेनहैम की धूप में उनकी बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी ने सबका ध्यान खींचा। इंग्लैंड की टीम ने रॉकी फ्लिंटॉफ और कप्तान हमजा शेख की साझेदारी से भारत के बड़े स्कोर का सामना करना शुरू किया था। तब भारतीय गेंदबाजों ने सूर्यवंशी को गेंदबाजी के लिए मौका दिया, शायद उम्मीद से ज्यादा।
अपने ओवर की आखिरी गेंद पर सूर्यवंशी ने एक नीची फुलटॉस गेंद डाली, जो आमतौर पर बल्लेबाज बाउंड्री के बाहर भेजते हैं। लेकिन किस्मत ने उनका साथ दिया। हमजा शेख ने तेजी से गेंद खेली, लेकिन लॉन्ग ऑफ पर खड़े हेनिल पटेल ने यह आसान कैच पकड़ लिया। इस विकेट ने इंग्लैंड की मजबूत साझेदारी को तोड़ा और सूर्यवंशी के लिए एक खास उपलब्धि साबित हुई। वे अब क्रिकेट के सबसे कम उम्र में विकेट लेने वाले खिलाड़ियों में शामिल हो गए हैं।
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सूर्यवंशी युवा क्रिकेट रिकॉर्डों की सूची में शामिल
सूर्यवंशी की यह उपलब्धि उन्हें उन खास खिलाड़ियों की सूची में लाती है जिन्होंने बहुत कम उम्र में ही युवा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नाम बनाया है। 14 साल और 107 दिन की उम्र में उन्होंने मनीषी का पुराना भारतीय रिकॉर्ड तोड़ दिया, जिन्होंने 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना पहला युवा टेस्ट विकेट लिया था।
दुनिया में सिर्फ दो खिलाड़ी पाकिस्तान के महमूद मलिक और हिदायतुल्लाह खान ही इतने कम उम्र में ऐसा कर पाए हैं। महमूद मलिक ने 1994 में 13 साल और 241 दिन की उम्र में अपना पहला विकेट लिया था, जो अभी तक का सबसे कम उम्र का रिकॉर्ड है।
सूर्यवंशी का इस खास क्लब में शामिल होना नई भारतीय क्रिकेट प्रतिभा के उदय का संकेत है, जो बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में दम दिखा सकती है। उनकी सफलता देश के कई युवा क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है। जैसे-जैसे युवा टेस्ट सीरीज आगे बढ़ेगी, सबकी नजरें सूर्यवंशी पर रहेंगी न केवल उनके बल्लेबाजी कौशल पर, बल्कि उनकी गेंदबाजी के हुनर पर भी।