ऑस्ट्रेलिया ने सबीना पार्क में खेले गए डे-नाइट टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज़ को शानदार तरीके से हराया। यह मैच तीन दिन से भी कम समय में खत्म हो गया।
12 से 14 जुलाई के बीच खेले गए इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाज़ स्कॉट बोलैंड ने शानदार गेंदबाज़ी की और वेस्टइंडीज़ की दूसरी पारी में हैट्रिक लेकर इतिहास रच दिया। वेस्टइंडीज़ की बल्लेबाज़ी बुरी तरह से लड़खड़ा गई, जिससे टीम टेस्ट इतिहास के सबसे कम स्कोर में से एक पर सिमट गई। इस मैच ने ऑस्ट्रेलिया की तेज़ गेंदबाज़ी की ताकत को साफ दिखा दिया।
स्कॉट बोलैंड ने वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में हैट्रिक ली
36 साल के बोलैंड ने फ्लडलाइट्स के नीचे कमाल की गेंदबाज़ी की और गुलाबी गेंद से खेले गए डे-नाइट टेस्ट में हैट्रिक लेने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज़ बन गए। यह खास पल वेस्टइंडीज़ की दूसरी पारी में आया, जब वे 204 रन का पीछा कर रहे थे। बोलैंड की तेज़ और सटीक गेंदबाज़ी वेस्टइंडीज़ के बल्लेबाज़ों के लिए संभालना मुश्किल हो गया। दाएं हाथ के इस तेज़ गेंदबाज़ ने लगातार तीन गेंदों पर जस्टिन ग्रीव्स, शमर जोसेफ और जोमेल वॉरिकन को आउट कर अपनी पहली टेस्ट हैट्रिक पूरी की। इस रिकॉर्ड ने न सिर्फ़ ऑस्ट्रेलिया की जीत को आसान बनाया, बल्कि बोलैंड को टेस्ट क्रिकेट के 148 साल के इतिहास में हैट्रिक लेने वाले दसवें ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ के तौर पर भी खास पहचान दिलाई।
वीडियो यहां देखें:
Boland’s Hat-trick Lights Up Sabina 🔥
Scott Boland rips through West Indies with a searing hat-trick as they collapse for 27 all out — their lowest Test score ever 😧#WIvAUS pic.twitter.com/uc8iPj3dS6
— FanCode (@FanCode) July 14, 2025
यह भी पढ़ें: केन विलियमसन ने पिछले 15 वर्षों के सर्वश्रेष्ठ ऑल-फॉर्मेट खिलाड़ी का बताया नाम
वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी का पतन और अवांछित रिकॉर्ड
जहां एक ओर बोलैंड ने अपनी शानदार हैट्रिक से सभी का ध्यान खींचा, वहीं ऑस्ट्रेलिया के पूरे गेंदबाज़ी आक्रमण, खासकर स्टार्क का प्रदर्शन भी उतना ही दमदार रहा। बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ स्टार्क जबरदस्त फॉर्म में थे। उन्होंने सिर्फ 7.3 ओवर में 9 रन देकर 6 विकेट चटका दिए। बोलैंड की हैट्रिक के साथ मिलकर स्टार्क की घातक गेंदबाज़ी ने वेस्टइंडीज़ की बल्लेबाज़ी को पूरी तरह बिखेर दिया। पूरी टीम सिर्फ 14.3 ओवर में 27 रन पर ऑल आउट हो गई।
यह स्कोर टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का दूसरा सबसे कम स्कोर बन गया। इससे साफ हो गया कि वेस्टइंडीज़ के लिए ऑस्ट्रेलिया के सामने टिक पाना कितना मुश्किल था।
वेस्टइंडीज़ की हालत इतनी खराब रही कि सात बल्लेबाज़ खाता तक नहीं खोल पाए जो एक टेस्ट पारी में सबसे ज़्यादा “शून्य” का रिकॉर्ड है। टीम के टॉप छह बल्लेबाज़ मिलकर केवल 6 रन ही बना सके, जो पहले के सबसे कम 12 रन के रिकॉर्ड से भी आधा था। हालत इतनी खराब थी कि लगने लगा था वेस्टइंडीज़ न्यूज़ीलैंड के 26 रन वाले सबसे कम टेस्ट स्कोर की बराबरी कर लेगा, लेकिन सैम कॉन्स्टास की एक मिसफील्ड ने उन्हें एक रन और जोड़ने का मौका दे दिया। मैच तीन दिन से पहले ही खत्म हो गया, जो ऑस्ट्रेलिया की पूरी तरह हावी गेंदबाज़ी और टीम की ताकत को दिखाता है। वहीं, वेस्टइंडीज़ को अब अपने टेस्ट प्रदर्शन पर गंभीरता से सोचने की ज़रूरत है।