• रविचंद्रन अश्विन ने इंग्लैंड और भारत के बीच लॉर्ड्स में होने वाले मुकाबले से पहले बेन स्टोक्स के शीर्ष बल्लेबाज होने के दर्जे को चुनौती दी।

  • अश्विन ने एजबेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड के कप्तान के बल्लेबाजी प्रदर्शन की तीखी आलोचना की है।

‘बल्लेबाज के तौर पर उन्होंने क्या हासिल किया है’: आर अश्विन ने बेन स्टोक्स पर साधा निशाना
बेन स्टोक्स और रविचंद्रन अश्विन (फोटो: X)

भारत के अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने एजबेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की बल्लेबाज़ी और कप्तानी की कड़ी आलोचना की है। अश्विन ने स्टोक्स के शॉट खेलने के तरीके, उनकी फिटनेस और दूसरी पारी में लिए गए फैसलों को लेकर सवाल उठाए।

उन्होंने कहा कि जब इंग्लैंड 608 रनों के बड़े लक्ष्य का पीछा कर रहा था, तब स्टोक्स के फैसले और बल्लेबाज़ी समझ से परे थे। आखिरकार इंग्लैंड की पूरी टीम 271 रन पर सिमट गई, और मैच भारत ने बड़ी आसानी से जीत लिया। अश्विन का मानना है कि स्टोक्स ने ना सिर्फ अपने खेल में गलतियां कीं, बल्कि कप्तान के तौर पर टीम को सही दिशा नहीं दी।

रविचंद्रन अश्विन ने एजबेस्टन में टेस्ट मैच में हार के बाद बेन स्टोक्स द्वारा की गई बल्लेबाजी का मजाक उड़ाने की निंदा की

अपने हिंदी यूट्यूब शो ‘ऐश की बात’ में भारत के अनुभवी स्पिनर श्विन ने इंग्लैंड के कप्तान  स्टोक्स की बल्लेबाज़ी और कप्तानी पर खुलकर अपनी राय रखी। अश्विन ने जहां स्टोक्स की प्रतिभा और 2019 एशेज में हेडिंग्ले में खेली गई शानदार 135 रनों की पारी की तारीफ की, वहीं उन्होंने यह भी कहा कि स्टोक्स एक टेस्ट बल्लेबाज के तौर पर ज्यादा निरंतर प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं।

अश्विन ने कहा, “बेन स्टोक्स एक शानदार खिलाड़ी हैं। मैं उनकी सराहना करता हूँ। लेकिन हमें एक बात याद रखनी होगी, एशेज में हेडिंग्ले के उस शानदार प्रदर्शन को छोड़कर, उन्होंने एक बल्लेबाज के रूप में क्या हासिल किया है?” अश्विन ने एजबेस्टन टेस्ट के पांचवें दिन इंग्लैंड द्वारा 608 रनों का पीछा करने के फैसले की कड़ी आलोचना की। उन्होंने इसे ‘ मज़ाक और आत्महत्या ’ जैसा बताया।

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अश्विन के मुताबिक, इंग्लैंड को पता था कि बारिश का अनुमान है, ऐसे में ड्रॉ के लिए खेलना बेहतर रणनीति होती, लेकिन टीम ने ब्राज़बॉल (आक्रामक शैली) पर ज़ोर देते हुए बेवजह विकेट गंवा दिए । अश्विन बोले, “आप टेस्ट मैच के आखिरी दिन, लंच के समय बल्लेबाज़ी कर रहे हैं और सोचते हैं कि ‘हम 608 रन बनाएंगे’— ये पूरी तरह से आत्महत्या और मज़ाक है। अश्विन का मानना है कि खेल में आक्रामकता अच्छी बात है, लेकिन परिस्थितियों के अनुसार रणनीति बदलना एक कप्तान की सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी होती है। इंग्लैंड ने ऐसा नहीं किया, और इसी वजह से उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

उन्होंने कहा,  “गेंद को हिट करने की यही खास प्रवृत्ति आपको इन छोटी-छोटी आउट होने से बचा रही है, लेकिन जब ज़रूरत परिस्थिति को समझने की थी, वहां इंग्लैंड चूक गया।” अश्विन के इस बयान ने क्रिकेट फैंस और विशेषज्ञों के बीच बहस छेड़ दी है कि क्या इंग्लैंड की आक्रामक रणनीति हर परिस्थिति में काम आ सकती है या नहीं।

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श्रेणी:: इंग्लैंड टेस्ट मैच फीचर्ड बेन स्टोक्स रविचंद्रन अश्विन

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