इंग्लैंड के घरेलू क्रिकेट सर्कल में सबको हैरान करते हुए चेन्नई सुपर किंग्स और महाराष्ट्र के कप्तान गायकवाड़ ने निजी कारणों का हवाला देते हुए यॉर्कशायर के साथ अपने पहले काउंटी करार से अचानक नाम वापस ले लिया है। यह फैसला उन्होंने उस समय लिया जब यॉर्कशायर का सरे के खिलाफ अहम मुकाबला बस कुछ ही दिन दूर था, जिससे क्लब को नया खिलाड़ी ढूंढने में परेशानी हुई। यॉर्कशायर ने गायकवाड़ को 22 जुलाई से शुरू होने वाले पांच मैचों के लिए साइन किया था, ताकि वह टीम के कमजोर प्रदर्शन को सुधार सकें। गायकवाड़ पहले इस मौके को लेकर काफी उत्साहित थे और उन्होंने कहा था कि इंग्लैंड में खेलना हमेशा से उनका सपना रहा है।
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एंथनी मैक्ग्रा ने गायकवाड़ के रुख को किया साफ
बढ़ती चर्चाओं पर रोक लगाते हुए, यॉर्कशायर के मुख्य कोच एंथनी मैक्ग्रा ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ किया कि गायकवाड़ अब निजी कारणों से टीम से नहीं जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह बहुत निराशाजनक है। हम उन्हें न स्कारबोरो मैच में खेला पाएँगे और न ही पूरे सीज़न में। मैं वजह नहीं बता सकता, लेकिन उम्मीद करते हैं कि सब ठीक हो। हमें यह जानकारी हाल ही में मिली है।”
मैक्ग्रा ने यह भी बताया कि गायकवाड़ के हटने से टीम मुश्किल में आ गई है, क्योंकि अब उन्हें जल्द से जल्द कोई और विदेशी खिलाड़ी ढूंढना होगा। उन्होंने कहा, “हम इस पर काम कर रहे हैं, लेकिन मैच में बस दो-तीन दिन ही बचे हैं, इसलिए कहना मुश्किल है कि हम क्या कर पाएंगे।” इस बदलाव से यॉर्कशायर की तैयारियों को झटका लगा है। टीम पहले से ही अंक तालिका में आठवें स्थान पर है और अब उन्हें सरे के खिलाफ अहम मुकाबले से पहले नई चुनौती का सामना करना पड़ेगा। इसके बावजूद मैक्ग्रा ने कहा कि टीम एक नए खिलाड़ी की तलाश में लगी हुई है।
गायकवाड़ की हालिया चोट की समस्या
गायकवाड़ ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन 2025 की शुरुआत में उनकी कोहनी में चोट (फ्रैक्चर) लग गई थी, जिसके कारण उन्हें टूर्नामेंट बीच में ही छोड़ना पड़ा। इसके बाद वह कई महीनों तक क्रिकेट से दूर रहे। फिर उन्हें इंग्लैंड दौरे पर भारत ए टीम में शामिल किया गया, लेकिन दोनों अनौपचारिक टेस्ट मैचों में उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला। गायकवाड़ अब पूरी तरह फिट हैं और उनके लिए काउंटी क्रिकेट खेलना एक बड़ा मौका था, जिससे वे रेड बॉल क्रिकेट में अपनी काबिलियत साबित कर सकते थेखासतौर पर टेस्ट टीम में जगह बनाने के लिए। उन्होंने अब तक 38 प्रथम श्रेणी मैचों में 41.77 की औसत से 2,632 रन बनाए हैं, जिनमें 7 शतक शामिल हैं। हालांकि, लगातार लगी चोटों और अब इस वापसी से पीछे हटने के फैसले ने उनके खेलने के मौके और लय दोनों को प्रभावित किया है।