एशिया कप 2025 की टीम घोषणा बस कुछ ही दिनों में होने वाली है। ऐसे में भारतीय चयनकर्ताओं के सामने सबसे बड़ी चुनौती होगी – टी20 इंटरनेशनल्स के लिए सही मध्यक्रम चुनना। एक तरफ तिलक वर्मा जैसे उभरते सितारे दमदार दावेदारी पेश कर रहे हैं, तो दूसरी ओर हार्दिक पांड्या और सूर्यकुमार यादव जैसे अनुभवी खिलाड़ियों का अनुभव टीम को मजबूती देता है। लेकिन इन सबके बीच, अपनी शानदार फॉर्म, बड़े मैचों का अनुभव और हर परिस्थिति में ढल जाने की क्षमता के दम पर सबसे आगे नजर आते हैं – श्रेयस अय्यर।
एशिया कप 2025: श्रेयस अय्यर को भारत की टी20 टीम में क्यों चुना जाना चाहिए, ये हैं तीन कारण
1. निरंतरता और हालिया फॉर्म
श्रेयस अय्यर ने खुद को भारत के सबसे भरोसेमंद टी20 बल्लेबाजों में साबित किया है। जून 2025 तक 51 मैचों में उनके 1,104 रन हैं, 30.67 की औसत और 136+ स्ट्राइक रेट के साथ। आईपीएल 2025 में उन्होंने पंजाब किंग्स को फाइनल तक पहुंचाते हुए 604 रन ठोके, 175 की स्ट्राइक रेट से। घरेलू टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी उनका बल्ला चला — 281 रन 162 की स्ट्राइक रेट से। ये आंकड़े दिखाते हैं कि वह लगातार हर मंच पर रन बना रहे हैं।
2. बड़े मौकों पर शांत और भरोसेमंद
अय्यर की सबसे बड़ी ताकत है उनका दबाव में खेलना। चाहे आईसीसी टूर्नामेंट हो या कोई हाई-प्रेशर सीरीज़, उन्होंने बार-बार संकट की घड़ी में टीम को संभाला है। टी20 नॉकआउट मुकाबलों में भारत को एक स्थिर और भरोसेमंद मिडिल-ऑर्डर की तलाश रहती है — और अय्यर अपनी परिपक्वता और धैर्य से इस कमी को पूरा कर सकते हैं।
3. बहुमुखी प्रतिभा और स्पिन-हिटिंग क्षमता
अय्यर मिडिल ऑर्डर में किसी भी नंबर पर खेल सकते हैं — 3, 4 या 5 — और मैच की ज़रूरत के हिसाब से अपना खेल बदल सकते हैं। शुरुआत में पारी थामना हो या slog overs में तेजी लानी हो, वह दोनों रोल निभा सकते हैं। एशियाई पिचों पर जहां स्पिन का बोलबाला होता है, वहां उनकी स्ट्राइक रोटेट करने और स्पिनरों पर आक्रामक शॉट्स खेलने की कला उन्हें और भी अहम बना देती है।
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अन्य दावेदारों की तुलना में श्रेयस अय्यर क्यों?
तिलक वर्मा, रिंकू सिंह और शिवम दुबे जहाँ एक ओर आक्रामक खेल दिखाते हैं, वहीं अय्यर के पास हालिया फॉर्म, सिद्ध अनुकूलनशीलता और बड़े मैचों का अनुभव भी है। एक ऐसे टूर्नामेंट में जहाँ मुक़ाबला काफ़ी कम अंतर से होने की संभावना है, उनका शामिल होना भारत को ज़रूरी स्थिरता और सामरिक बढ़त प्रदान कर सकता है।