भारतीय क्रिकेट टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है क्योंकि कई पुराने खिलाड़ी अपने करियर के आखिरी पड़ाव पर हैं। लगातार भारी मैचों के कारण खिलाड़ियों का ठीक से आराम और देखभाल अब बहुत जरूरी हो गया है। इसलिए चयनकर्ता अब सोच रहे हैं कि हर मैच के लिए अलग कप्तान रखा जाए। भारत में बहुत सारी प्रतिभाएं होने की वजह से यह संभव हो पा रहा है। वर्तमान वनडे कप्तान रोहित शर्मा 38 साल के हो चुके हैं और हो सकता है कि वे 2027 के विश्व कप में ना खेल पाएं। नई रिपोर्ट्स के अनुसार, बीसीसीआई वनडे टीम के नए कप्तान के रूप में श्रेयस अय्यर को मौका देने पर सोच रहा है। अब हम उन तीन कारणों पर नजर डालेंगे, जिनकी वजह से यह फैसला भारतीय टीम के लिए सही हो सकता है।
यहां तीन कारण दिए गए हैं कि क्यों श्रेयस अय्यर भारत के एकदिवसीय कप्तान के लिए सही विकल्प हो सकते हैं:
1. सिद्ध नेतृत्व अनुभव
अय्यर ने आईपीएल के बड़े मुकाबलों में अपनी कप्तानी का दम दिखाया है। उन्होंने 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स को आईपीएल का खिताब दिलाया और पंजाब किंग्स की कप्तानी भी की, जो 2025 में फाइनल तक पहुंची। टी20 जैसे तेज़ और दबाव वाले मैचों में उनकी यह सफलता उनकी अच्छी सोच और मुश्किल वक्त में सही फैसले लेने की ताकत को दिखाती है। दबाव में उनका शांत रहना और सही रणनीति बनाना उन्हें भारत की टीम का कप्तान बनाने के लिए भरोसेमंद बनाता है।
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2. एक शानदार मध्यक्रम बल्लेबाज

अपनी कप्तानी के साथ-साथ, अय्यर वनडे में भी अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित करते हैं। वे टीम के मध्यक्रम में खेलते हैं और ज़रूरत पड़ने पर अच्छी बल्लेबाजी करते हैं। अब तक 70 वनडे मैचों में, उन्होंने 48 की बढ़िया औसत से 2845 रन बनाए हैं, जिनमें 22 अर्धशतक और 5 शतक शामिल हैं। इस अच्छे प्रदर्शन और अनुभव की वजह से वे टीम की बल्लेबाजी की अगुवाई करने के लिए बिलकुल सही विकल्प हैं।
3. एक दीर्घकालिक निवेश

भविष्य को ध्यान में रखते हुए, अय्यर की उम्र और अनुभव उन्हें भारतीय क्रिकेट के लिए सही लंबे समय तक चलने वाला विकल्प बनाते हैं। 2027 के वनडे विश्व कप और 2029 की चैंपियंस ट्रॉफी को देखते हुए, अय्यर जैसे युवा कप्तान के इर्द-गिर्द टीम बनाना एक समझदारी भरा कदम होगा। आने वाले कुछ सालों में उन्हें बड़े टूर्नामेंटों में टीम का नेतृत्व करने के लिए तैयार किया जा सकता है, ताकि पुराने खिलाड़ियों से नए खिलाड़ियों का बदलाव आसानी से और सफलतापूर्वक हो सके।