इंग्लैंड के स्पिन गेंदबाज़ मोईन अली और आदिल राशिद ने हाल ही में भारत और इंग्लैंड की संयुक्त सर्वश्रेष्ठ टेस्ट टीम का चुनाव किया है। उन्होंने यह टीम अपने यूट्यूब चैनल “Beard Before Wicket” पर शेयर की। लेकिन इस टीम में जब उन्होंने विराट कोहली को शामिल नहीं किया, तो क्रिकेट फैंस हैरान रह गए। यह फैसला भारत और इंग्लैंड के बीच हाल ही में खेली गई 5 टेस्ट मैचों की सीरीज़ के खत्म होने के कुछ ही दिन बाद सामने आया। वह सीरीज़ 2-2 से बराबरी पर खत्म हुई थी।
मोईन अली और आदिल राशिद ने चुनी अपनी सर्वकालिक भारत-इंग्लैंड टेस्ट एकादश
इंग्लैंड के स्पिन गेंदबाज़ों मोईन और राशिद ने एक ऐसी संयुक्त टेस्ट टीम चुनी है जो रक्षात्मक मजबूती और आक्रामक बल्लेबाज़ी का अच्छा संतुलन दिखाती है। इस टीम की ओपनिंग जोड़ी में भारत के आक्रामक बल्लेबाज़ वीरेंद्र सहवाग और इंग्लैंड के तकनीकी रूप से मजबूत मार्कस ट्रेस्कोथिक को शामिल किया गया है। सहवाग टेस्ट क्रिकेट में दो तिहरे शतक लगाने वाले अकेले भारतीय बल्लेबाज़ हैं और उन्होंने 49.34 की औसत से 8,586 रन बनाए हैं। वहीं, ट्रेस्कोथिक ने 43.79 की औसत से 5,825 रन और 14 शतक बनाए हैं।
टीम का मिडिल ऑर्डर बहुत ही दमदार है। इसमें इंग्लैंड के मौजूदा स्टार जो रूट, भारत के महान बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर और इंग्लैंड के आक्रामक खिलाड़ी केविन पीटरसन शामिल हैं। जो रूट अब तक 13,543 रन बना चुके हैं और उनके नाम 39 टेस्ट शतक हैं।
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विराट कोहली को टीम में शामिल न करने का विवादास्पद मामला
इस टीम चयन में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि विराट को शामिल नहीं किया गया, जबकि उनका टेस्ट रिकॉर्ड बेहद शानदार रहा है। कोहली ने 123 टेस्ट मैचों में 30 शतक लगाए और 46.85 की औसत से 9,230 रन बनाए हैं। हाल ही में उन्होंने 36 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया। अपने 14 साल के करियर में कोहली ने भारत को 68 टेस्ट मैचों में कप्तानी करते हुए 40 बार जीत दिलाई और वे भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बने।
इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज़ स्टीव हार्मिसन ने भी कहा था कि भारत को इंग्लैंड सीरीज़ के दौरान कोहली की कमी खली, खासतौर पर तब जब टीम दबाव में लक्ष्य का पीछा कर रही थी। उनका मानना था कि कोहली होते तो लॉर्ड्स टेस्ट जैसे मुकाबले भारत के पक्ष में जा सकते थे।
विकेटकीपर के तौर पर एमएस धोनी को चुना गया। धोनी की शानदार विकेटकीपिंग और 4,876 टेस्ट रन उन्हें टीम में जगह दिलाने के लिए काफी थे। ऑलराउंडर के रूप में इंग्लैंड के महान खिलाड़ी इयान बॉथम को शामिल किया गया, जिन्होंने 5,000 से ज़्यादा रन और 383 विकेट लिए। उन्होंने कई बार अकेले दम पर मैच जिताए हैं। गेंदबाज़ी में स्पिनरों के तौर पर भारत के अनिल कुंबले और इंग्लैंड के ग्रीम स्वान को जगह दी गई। कुंबले ने 619 विकेट लेकर टेस्ट इतिहास में चौथे सबसे ज़्यादा विकेट लिए हैं, जबकि स्वान ने ऑस्ट्रेलिया (2010/11) और भारत (2012/13) के खिलाफ इंग्लैंड की ऐतिहासिक जीतों में अहम योगदान दिया। तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण में जेम्स एंडरसन और ज़हीर खान को जगह दी गई है। एंडरसन ने अब तक 704 विकेट लिए हैं, वहीं ज़हीर खान ने 311 विकेट लेकर बाएँ हाथ के सबसे खतरनाक तेज़ गेंदबाज़ों में अपनी पहचान बनाई है।
मोईन अली और आदिल राशिद की भारत-इंग्लैंड टेस्ट एकादश:
वीरेंद्र सहवाग, मार्कस ट्रेस्कोथिक, जो रूट, सचिन तेंदुलकर, केविन पीटरसन, एमएस धोनी, इयान बॉथम, अनिल कुंबले, ग्रीम स्वान, जहीर खान और जेम्स एंडरसन।