एशिया कप 2025 के करीब आने पर, भारतीय क्रिकेट टीम जल्द ही एक नए मुख्य जर्सी प्रायोजक के साथ समझौता करने वाली है। इस पद के लिए ऑटोमोबाइल कंपनी टोयोटा, रिलायंस जियो और एक बड़ी फाइनेंस टेक कंपनी ने जोरदार दावेदारी जताई है। यह प्रायोजन क्रिकेट की दुनिया में सबसे खास और बड़ी जगहों में से एक माना जाता है।
नियामक बदलाव के बीच ड्रीम11 का बाहर होना
टीम इंडिया का जर्सी स्पॉन्सर बदलने का कारण नया ऑनलाइन गेमिंग बिल, 2025 है। इस बिल में असली पैसे वाले फैंटेसी खेलों पर रोक लगाई गई है। इसी वजह से ड्रीम 11, जो पहले टीम इंडिया का प्रमुख स्पॉन्सर था, अब बाहर हो गया है। ड्रीम 11 को भारत में अपना काम बंद करना पड़ा और उसने बीसीसीआई के साथ 358 करोड़ रुपये वाले तीन साल के समझौते को खत्म किया। इसलिए, अब ड्रीम 11 का लोगो एशिया कप में नहीं दिखेगा।
ड्रीम 11 के जाने से एशिया कप में टीम इंडिया के बिना मुख्य स्पॉन्सर होने की चिंता हुई, लेकिन अब कुछ बड़ी कंपनियों ने जल्दी रुचि दिखाई है। बीसीसीआई भी क्रिकेट की ताकत का फायदा उठाकर इससे भी बड़ा समझौता करना चाहता है।
यह भी पढ़ें: पुरुष टी20 एशिया कप में शीर्ष 5 सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़े, भुवनेश्वर कुमार हासिल कर चुके हैं बड़ी उपलब्धि
टीम इंडिया के प्रायोजन के लिए प्रबल दावेदार
टोयोटा अपनी दुनिया भर की पहचान और खासकर ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेट के साथ पुराने रिश्ते के कारण भरोसेमंद कंपनी मानी जाती है। वहीं, रिलायंस जियो पहले से ही भारत में खेलों में गहरा जुड़ा हुआ है और वह क्रिकेट से अपने संबंध और मजबूत करना चाहती है। एक बड़ी फिनटेक कंपनी भी इस खेल में शामिल हो रही है, जो दिखाती है कि डिजिटल कंपनियां क्रिकेट के जरिए लोगों का विश्वास जीतना और अपनी पहचान बनाना चाहती हैं।