एशिया कप 2025 के लिए भारत की 15 सदस्यीय टीम की घोषणा ने सिर्फ खिलाड़ियों के चयन तक ही सीमित नहीं रहकर कई नई बहसों को जन्म दिया है। सबसे ज़्यादा चर्चा शुभमन गिल को उप-कप्तान बनाए जाने को लेकर हो रही है। वहीं, पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने इस बात पर चिंता जताई कि हाल ही में भारत की पिछली टी20 सीरीज़ में उप-कप्तान रहे अक्षर पटेल से शायद इस फैसले पर बातचीत ही नहीं की गई। कैफ का मानना है कि खिलाड़ियों के साथ पारदर्शिता और संवाद बहुत ज़रूरी है।
मोहम्मद कैफ ने शुभमन गिल को उप-कप्तान बनाने पर बीसीसीआई के फैसले पर सवाल उठाए
एक साल बाद जब गिल की टी20I टीम में वापसी हुई, तो उन्हें सीधे उप-कप्तान की ज़िम्मेदारी दे दी गई। वह अब सूर्यकुमार यादव के डिप्टी होंगे। इससे पहले वे टेस्ट टीम की कप्तानी कर चुके हैं और भविष्य में भारत के ऑल-फॉर्मेट कप्तान के रूप में भी देखे जा रहे हैं। ऐसे में चयनकर्ताओं का यह फैसला साफ दिखाता है कि वे युवा नेतृत्व को तरजीह दे रहे हैं, जो सभी फॉर्मेट में टीम को आगे ले जा सके।हालांकि, अक्षर को अचानक उप-कप्तानी से हटाए जाने को लेकर कोई जानकारी न दिए जाने पर सवाल उठ रहे हैं। कुछ महीने पहले ही उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज़ में उप-कप्तान की भूमिका निभाई थी।
पूर्व क्रिकेटर कैफ ने इस पर नाराज़गी जताते हुए कहा कि अक्षर ने कुछ भी गलत नहीं किया है और उन्हें हटाने की वजह ज़रूर बताई जानी चाहिए थी। एक्स (पहले ट्विटर) पर कैफ ने लिखा: “उम्मीद है अक्षर पटेल को उप-कप्तानी से हटाने की जानकारी पहले ही दे दी गई होगी। ऐसा न हो कि उन्हें इसका पता प्रेस कॉन्फ्रेंस से चला हो। उन्होंने कोई गलती नहीं की, इसलिए वह स्पष्टीकरण के हकदार हैं।” कैफ की इस टिप्पणी के बाद टीम चयन में पारदर्शिता की कमी को लेकर चर्चा फिर तेज़ हो गई है।
I hope Axar Patel was informed about his removal from vice-captaincy in advance and he didn't come to know about it from the press conference. Axar did no wrong so he deserves an explanation. @akshar2026
— Mohammad Kaif (@MohammadKaif) August 19, 2025
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अक्षर ने अब तक 71 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 71 विकेट लिए हैं और कई बार बल्ले से भी अहम योगदान दिया है। आईपीएल में भी उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी की है, जहाँ उन्होंने दबाव में शांत रहकर टीम को संभाला है।
अक्षर को भारत के सबसे भरोसेमंद ऑलराउंडरों में गिना जाता है। इसलिए सवाल ये नहीं है कि उनकी जगह किसे टीम में लाया गया, बल्कि ये है कि उन्हें टीम से हटाया कैसे गया। कैफ की बातें इसलिए लोगों को सही लगीं, क्योंकि फैंस भी अक्षर की शांत और भरोसेमंद मौजूदगी को पसंद करते हैं। उन्हें बिना किसी साफ वजह के बाहर किया जाना कई लोगों को गलत लगा।
एक अन्य पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने अक्षर पटेल के प्रति सहानुभूति व्यक्त की
अक्षर को उप-कप्तानी से हटाने के फैसले पर सिर्फ मोहम्मद कैफ ही नहीं, बल्कि पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा ने भी सवाल उठाए हैं। चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर इस फैसले को ‘थोड़ा अनुचित’ बताया, हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि टीम का संतुलन ठीक लग रहा है। दोनों की बातें इस ओर इशारा करती हैं कि क्रिकेट में नेतृत्व के फैसले केवल प्रदर्शन से नहीं, बल्कि संवाद और सम्मान से भी तय होते हैं। वहीं, चयनकर्ताओं की नजर भविष्य पर है। गिल, हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत जैसे युवा खिलाड़ियों को अगली पीढ़ी के लीडर के रूप में तैयार किया जा रहा है। एशिया कप के बाद टी20 वर्ल्ड कप आ रहा है, ऐसे में टीम मैनेजमेंट नेतृत्व को स्थिर रखना चाहता है। टीम में जसप्रीत बुमराह की वापसी से गेंदबाजी और मज़बूत हुई है, जबकि गिल के साथ ओपनिंग करने के लिए अभिषेक शर्मा को मौका मिल सकता है।