दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज़ के पहले मुकाबले में, प्रोटियाज पुरुषों ने केज़ली स्टेडियम में शानदार प्रदर्शन किया। एडेन मार्करम, टेम्बा बावुमा और मैथ्यू ब्रीट्ज़के ने लगातार अर्धशतकों की मदद से टीम के लिए एक मजबूत स्कोर खड़ा किया।
एडेन मार्कराम, टेम्बा बावुमा और मैथ्यू ब्रीट्ज़के ने दक्षिण अफ्रीका को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान मिचेल मार्श ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया, क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि नई गेंद शुरू में मदद करेगी और बाद में पिच स्पिनर्स के लिए फायदेमंद होगी।
दक्षिण अफ्रीका की पारी की शुरुआत एडेन मार्करम और रयान रिकल्टन ने संभलकर की। दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 92 रन जोड़े। मार्करम ने शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए 81 गेंदों में 9 चौकों की मदद से 82 रन बनाए। रिकल्टन ने भी अच्छा साथ दिया और 43 गेंदों पर 33 रन बनाए। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाज़ों हेज़लवुड और ड्वारशुइस की शुरुआती चुनौती को अच्छी तरह संभाला। इसके बाद कप्तान टेम्बा बावुमा क्रीज़ पर आए और समझदारी से खेलते हुए 74 गेंदों पर 65 रन बनाए। उन्होंने पारी को मज़बूती दी। वहीं, मैथ्यू ब्रीट्ज़के ने आक्रामक बल्लेबाज़ी की और 56 गेंदों पर 7 चौकों और 1 छक्के की मदद से 57 रन बनाए। उनका खेल देखने लायक था — शुरुआत में तेज़, फिर संभलकर। ट्रिस्टन स्टब्स और डेब्यू कर रहे डेवाल्ड ब्रेविस ज्यादा देर टिक नहीं पाए, लेकिन अंत में वियान मुल्डर ने तेज़ बल्लेबाज़ी की और 26 गेंदों पर 31 रन बनाकर टीम को एक मज़बूत स्कोर तक पहुँचाया। इस तरह दक्षिण अफ्रीका ने पहले वनडे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक अच्छी, संतुलित और मज़बूत पारी खेली।
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Dewald Brevis hit a six off the first ball… out the next!#AUSvSA pic.twitter.com/Wmugvy3v49
— cricket.com.au (@cricketcomau) August 19, 2025
मुल्डर की महत्वपूर्ण पारी, जिसमें पारी की अंतिम गेंद पर 99 मीटर का छक्का शामिल था केशव महाराज ने भी उपयोगी 13 रन बनाए।
ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों ने कड़ी मेहनत की, स्पिनरों को सफलता मिली
ऑस्ट्रेलिया के पहले गेंदबाज़ी करने का फ़ैसला कुछ हद तक ठीक साबित हुआ, लेकिन इसके मिले-जुले नतीजे रहे। शुरुआत में जोश हेज़लवुड (8 ओवर में 0 रन पर 36) और बेन ड्वारशुइस (9 ओवर में 2 विकेट पर 53 रन) ने काफ़ी सधी हुई लाइन और लेंथ से गेंदबाज़ी की। लेकिन पिच से तेज़ गेंदबाज़ों को ज़्यादा मदद नहीं मिलने के कारण उन्हें विकेट निकालने में मुश्किल हुई।
बीच के ओवरों में स्पिनर्स ने मोर्चा संभाला। ट्रैविस हेड सबसे सफल गेंदबाज़ रहे, जिन्होंने 9 ओवर में 57 रन देकर 4 अहम विकेट लिए। उन्होंने अच्छी टर्न ली और बल्लेबाज़ों को फंसाकर साझेदारियाँ तोड़ीं। एडम ज़म्पा ने भी अच्छी गेंदबाज़ी की और 10 ओवर में 58 रन देकर 1 विकेट लिया। इन दोनों स्पिनरों ने मिलकर दक्षिण अफ्रीका के 5 विकेट गिराए।
ऑस्ट्रेलिया ने कुल 7 गेंदबाज़ों का इस्तेमाल किया, जिससे साफ़ है कि वे हर हाल में विकेट लेना चाहते थे। हैरानी की बात यह रही कि हेज़लवुड पूरे 10 ओवर नहीं कर सके, जबकि उनका स्पेल काफ़ी किफायती था। पिच धीमी थी और स्पिनरों को पकड़ मिल रही थी, जिससे बल्लेबाज़ों को दिक्कत हो रही थी। दूसरी पारी में ओस पड़ने की संभावना है, जिससे गेंद स्विंग कर सकती है। दक्षिण अफ्रीका द्वारा बनाए गए 297 रनों का पीछा करते हुए मुकाबला रोमांचक होने की उम्मीद है।