टीम इंडिया ने टेस्ट इतिहास की सबसे रोमांचक वापसी करते हुए द ओवल में खेले गए एक रोमांचक फाइनल में इंग्लैंड को सिर्फ़ छह रनों से हरा दिया। इस जीत के साथ शुभमन गिल की युवा टीम एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 2-2 से बराबरी पर आ गई। यह नतीजा, सीरीज़ की शुरुआत में टीम को मिली आलोचनाओं और शंकाओं को देखते हुए, सिर्फ़ एक जीत से कहीं ज़्यादा बड़ा लग रहा था।
केएल राहुल ने एंडरसन-तेंदुलकर सीरीज को किस स्थान पर रखा?
इस उपलब्धि पर बात करते हुए केएल राहुल ने बताया कि यह नतीजा भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत खास है। उन्होंने कहा कि भले ही 2-2 का स्कोर कागज़ पर बराबरी जैसा लगे, लेकिन खिलाड़ियों के लिए यह हमारी मेहनत, हिम्मत और आगे बढ़ने का सबूत है। राहुल ने बताया कि यह ड्रॉ हमें जीत जैसा लगता है, क्योंकि टीम ने विदेश में मुश्किल हालात में वापसी की और अच्छा प्रदर्शन किया। भारत की जीत के बाद ब्रॉडकास्टर से बात करते हुए राहुल ने कहा, “हमें इस सीरीज़ में कोई मौका नहीं दिया गया था, लेकिन हर मैच में लड़कर वापसी करना और 2-2 का नतीजा लाना हमारे लिए बहुत बड़ी बात है। मुझे लगता है कि यह नतीजा आने वाले समय में भारतीय टेस्ट क्रिकेट के लिए बहुत मायने रखेगा।”
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टेस्ट में भारतीय टीम का भविष्य
राहुल का मानना है कि यह नतीजा भारतीय टेस्ट क्रिकेट के लिए एक नए दौर की शुरुआत हो सकता है। इंग्लैंड को उसके ही घर में हराकर और आत्मविश्वास के साथ खेलते हुए टीम ने दिखा दिया कि वह दुनिया में कहीं भी मुकाबला कर सकती है और जीत सकती है। राहुल ने कहा, “यहीं से असली बदलाव शुरू होता है। आगे चलकर हमारी टेस्ट टीम और भी बड़ी उपलब्धियाँ हासिल करेगी और विदेशों में और सीरीज़ जीतेगी।” उन्होंने यह भी बताया कि टीम की यह जुझारू सोच आगे आने वाले दौर में भारत को और कामयाबी दिलाने में मदद करेगी।
राहुल ने टेस्ट क्रिकेट के अस्तित्व पर खुलकर बात की
अपनी टीम की तारीफ़ करने के साथ-साथ राहुल ने टेस्ट क्रिकेट की अहमियत पर भी बात की। उन्होंने कहा कि भले ही उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी जीती है और भारत को विश्व कप जीतते देखा है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट जैसा रोमांच कहीं और नहीं मिलता। उन्होंने माना कि बड़ी सफेद गेंद की जीतें खास होती हैं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट की गहराई और मुकाबलों की तीव्रता अलग ही होती है। राहुल ने कहा, “मैंने काफी समय से क्रिकेट खेला है। चैंपियंस ट्रॉफी जीती है, विश्व कप देखा है। ज़रूर, विश्व कप जीतने जैसी कोई चीज़ नहीं होती, लेकिन जब लोग सवाल उठाते हैं कि टेस्ट क्रिकेट बचेगा या नहीं, तो मुझे लगता है कि इस सीरीज़ में हमने और इंग्लैंड ने मिलकर उसका जवाब दे दिया है।” उन्होंने यह भी बताया कि इस तरह के कड़े और रोमांचक मुकाबले ही टेस्ट क्रिकेट को ज़िंदा रखते हैं और आगे भी इसका महत्व बनाए रखेंगे।