मोहम्मद सिराज ने अपने करियर की सबसे शानदार गेंदबाज़ी में से एक करते हुए भारत को ओवल में खेले गए रोमांचक फाइनल टेस्ट में इंग्लैंड पर 6 रन की जीत दिलाई। इस जीत से भारत ने एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 की सीरीज़ 2-2 से बराबर कर ली।
आखिरी दिन जब इंग्लैंड को जीत के लिए सिर्फ़ 35 रन चाहिए थे और उसके पास 4 विकेट बाकी थे, तब सिराज ने ज़बरदस्त गेंदबाज़ी की और मैच का रुख बदल दिया। उन्होंने पहले जेमी स्मिथ और जेमी ओवरटन को जल्दी आउट किया, फिर एक शानदार यॉर्कर से गस एटकिंसन को क्लीन बोल्ड कर भारत की जीत पक्की कर दी। सिराज ने दूसरी पारी में 104 रन देकर 5 विकेट और पहली पारी में 4 विकेट लिए। उनकी इस शानदार परफॉर्मेंस के लिए उन्हें ‘प्लेयर ऑफ़ द मैच’ चुना गया। इस जीत के साथ भारत ने विदेश में खेले गए पाँचवें टेस्ट में पहली बार जीत हासिल की।
डेल स्टेन की इच्छा पूरी करने के बाद मोहम्मद सिराज की प्रतिक्रिया
आखिरी टेस्ट से एक दिन पहले, दक्षिण अफ्रीका के महान तेज़ गेंदबाज़ डेल स्टेन ने एक्स (पहले ट्विटर) पर साफ़ तौर पर भविष्यवाणी की थी कि मोहम्मद सिराज इस मैच में पाँच विकेट लेंगे। हालांकि सिराज पहली पारी में 86 रन देकर 4 विकेट ही ले सके, लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए 5 विकेट चटकाए और स्टेन की बात को सच कर दिखाया। पूरे मैच में सिराज ने कुल 9 विकेट लिए और भारत को जीत दिलाई।
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मैच के बाद सिराज ने स्टेन के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, “आपने कहा था, मैंने कर दिखाया। आपकी बात की कदर करता हूँ।” सिराज और स्टेन के बीच यह बातचीत सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में रही और क्रिकेट फैंस के बीच उत्साह भर गई, क्योंकि एक महान तेज़ गेंदबाज़ ने सिराज के जबरदस्त प्रदर्शन की तारीफ़ की।
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— Mohammed Siraj (@mdsirajofficial) August 4, 2025
एक कठिन सीरीज का शानदार अंत
ओवल टेस्ट उस यादगार सीरीज़ का शानदार अंत था, जिसमें भारत और इंग्लैंड ने पाँच मैचों में जोरदार मुकाबला किया। कभी तेज़ गेंदबाज़ों ने कमाल दिखाया, तो कभी बल्लेबाज़ों ने शानदार पारी खेली। एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी ने हर उम्मीद पर खरा उतरते हुए फैंस को भरपूर रोमांच दिया। सिराज के शानदार प्रदर्शन ने सिर्फ़ भारत को सीरीज़ बराबर करने में मदद नहीं की, बल्कि यह भी दिखा दिया कि टीम इंडिया आखिरी गेंद तक लड़ने का हौसला रखती है। यही जज़्बा आज के टेस्ट क्रिकेट में भारत की लगातार सफलता की सबसे बड़ी पहचान बन गया है।