ओवल में पाँचवें टेस्ट के चौथे दिन जब मैच काफी तनावपूर्ण और अहम मोड़ पर था, तब भारतीय तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद सिराज ने अपने पुराने कप्तान विराट कोहली की याद दिला दी। उन्होंने दर्शकों को जोश से भरते हुए मैदान का माहौल और भी गर्म कर दिया।
मोहम्मद सिराज ने दर्शकों से भावुक अपील करते हुए अपने अंदर के विराट कोहली को दिखाया
जैसे-जैसे इंग्लैंड के लिए 374 रनों का मुश्किल लक्ष्य हासिल करना और कठिन होता गया, सिराज कैमरे पर भारतीय फैंस से जोर-जोर से चीयर करने की अपील करते नज़र आए। उनका यह जोश भरा इशारा टीम का हौसला बढ़ाने और इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों पर दबाव बनाने के इरादे से था। यह अंदाज़ बिल्कुल वैसा ही था जैसा कोहली अपनी कप्तानी के दौरान करते थे।
भीड़ को इस तरह जोश दिलाना दिखाता है कि भारत हर एक विकेट के लिए पूरी ताक़त लगा रहा था और सीरीज़ जीतने का पक्का इरादा रखता था। यह खास पल तब आया जब भारत ने अंतिम सत्र में हैरी ब्रूक और जैकब बेथेल के दो अहम विकेट चटकाए और मैच की रफ्तार फिर से अपनी ओर मोड़ ली।
मैदान पर माहौल शांत था और मैच बेहद नाज़ुक मोड़ पर था, ऐसे में सिराज का यह उत्साहपूर्ण इशारा भारतीय टीम की जुझारू भावना का प्रतीक बन गया। सिराज, जिन्होंने इस पारी में दो अहम विकेट लिए हैंजिसमें तीसरे दिन जैक क्रॉली का आउट भी शामिल है। अब एक परिपक्व गेंदबाज़ के तौर पर उभर रहे हैं और भारत के तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण में उनकी भूमिका और भी अहम होती जा रही है।
वीडियो यहां देखें:
"Virat Kohli-style"
Siraj calls on the crowd 🗣️ pic.twitter.com/vaIW5wjYS6
— Sky Sports Cricket (@SkyCricket) August 3, 2025
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एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 में सिराज का शानदार प्रदर्शन
एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के दौरा सिराज भारत के तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण के असली अगुआ बनकर उभरे। जसप्रीत बुमराह को कुछ मैचों में आराम दिए जाने की वजह से सिराज ने ज़िम्मेदारी संभाली और सभी पाँच टेस्ट मैच खेले। उन्होंने सीरीज़ में 180 से ज्यादा ओवर गेंदबाज़ी की और कई बार लगातार लंबे स्पेल डाले।
जब दूसरे सीनियर तेज़ गेंदबाज़ टीम में नहीं थे, तब सिराज का यह मेहनती प्रदर्शन और भी अहम हो गया। उन्होंने मुश्किल हालात में भी पूरी ताक़त से गेंदबाज़ी की और लगातार अहम विकेट लिए। उनकी जुझारू भावना ने भारत के प्रदर्शन में बड़ी भूमिका निभाई—खासकर तब, जब इंग्लैंड के बल्लेबाज़ लय में नज़र आ रहे थे।
उनकी इस मेहनत की तारीफ़ सिर्फ भारत के गेंदबाज़ी कोच मोर्ने मोर्कल ने ही नहीं की, बल्कि इंग्लैंड के जो रूट ने भी उन्हें “असली योद्धा” कहा। सिराज की मैच जिताने की काबिलियत एजबेस्टन में दूसरे टेस्ट में साफ़ नज़र आई, जहाँ उन्होंने 6 विकेट लेकर भारत की जीत की नींव रखी। पूरे टूर्नामेंट में वह भारत के लिए एक मजबूत ताक़त बने रहे। ओवल टेस्ट में उनके शानदार प्रदर्शन का नतीजा यह हुआ कि उन्होंने दूसरे दिन 4 विकेट लेकर इंग्लैंड के मध्य क्रम को तोड़ दिया जिसमें ओली पोप और जो रूट जैसे बड़े नाम भी शामिल थे। इसके चलते इंग्लैंड की पहली पारी को सिर्फ 23 रनों की बढ़त तक सीमित रखा गया।
इसी मैच में सिराज ने महान सचिन तेंदुलकर के इंटरनेशनल विकेटों की संख्या को भी पीछे छोड़ दिया। चौथे दिन जब मैच अपने चरम पर था, तब सिराज की वही पुरानी लड़ाकू भावना फिर से दिखी। एक कैच छूटने के बावजूद उन्होंने दो अहम विकेट लिए और विराट कोहली की तरह दर्शकों से चीयर करने की अपील की, ताकि टीम को मुश्किल वक्त में सपोर्ट मिल सके। इस शानदार प्रदर्शन के साथ सिराज ने इंग्लैंड के जोश टंग को पीछे छोड़ते हुए 20 विकेट लेकर सीरीज़ के टॉप विकेट टेकर बनने का गौरव हासिल किया।