भारत सरकार की नई घोषणा ने तेजी से बढ़ रहे ऑनलाइन गेमिंग उद्योग को अनिश्चितता में डाल दिया है। सरकार वित्तीय दांव वाले ऑनलाइन गेम्स पर प्रतिबंध लगाने की योजना बना रही है। लाखों भारतीय मनोरंजन और तेजी से बढ़ते आर्थिक फायदे के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की ओर बढ़ रहे हैं, ऐसे में यह कदम बड़ा बदलाव साबित हो सकता है। इससे सामाजिक सुरक्षा, नियम-कानून और देश के डिजिटल भविष्य पर असर पड़ेगा।
तेजी से बढ़ते गेमिंग क्षेत्र को नया रूप देने के उद्देश्य से एक बड़ा कदम
युवाओं में बढ़ती लत, पैसों के नुकसान और धोखाधड़ी के बढ़ते मामले दिखाते हैं कि भारत सरकार ने यह कदम जनहित में लिया है। ऑनलाइन गेमिंग संवर्धन और विनियमन विधेयक 2025 का मकसद मानसिक और आर्थिक नुकसान रोकना है। इसमें कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति पैसे वाले ऑनलाइन गेम्स को बढ़ावा नहीं देगा, उसमें मदद नहीं करेगा या उसमें शामिल नहीं होगा। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बताया कि यह कदम खासकर कमजोर लोगों, नाबालिगों और जुआ जैसे ऐप्स से प्रभावित परिवारों की सुरक्षा के लिए जरूरी है। रॉयटर्स की खबर के अनुसार, विधेयक में सख्त सजा का प्रावधान है। पैसे वाले गेम चलाने वालों को भारी जुर्माना और तीन साल तक जेल हो सकती है। विधेयक में यह भी कहा गया है कि ऐसे गेम्स अक्सर चालाकी से बनाए जाते हैं जो लोगों को लत लगाते हैं और उनके पैसों का नुकसान कराते हैं।
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भारत का विशाल ऑनलाइन मनी गेमिंग उद्योग
भारत का असली पैसे पर आधारित ऑनलाइन गेमिंग उद्योग तेजी से बढ़ रहा है। 2024 में लगभग 488 मिलियन लोग गेम खेलते हैं। इनमें से करीब 155 मिलियन लोग फैंटेसी स्पोर्ट्स, रम्मी और पोकर जैसे असली पैसे वाले गेम नियमित रूप से खेलते हैं, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। यह उद्योग लगभग 31,600 करोड़ रुपये (लगभग 5 बिलियन अमेरिकी डॉलर) का राजस्व कमाता है और सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से दो लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार देता है। ड्रीम11, माय11सर्किल, विंजो और जंगली गेम्स जैसे बड़े प्लेटफॉर्म इस बाजार पर कब्जा किए हुए हैं और 25,000 करोड़ रुपये से ज्यादा विदेशी निवेश भी प्राप्त कर चुके हैं। ड्रीम11 को भारतीय क्रिकेट टीम का आधिकारिक प्रायोजक बनने का भी गौरव मिला है, जिससे इसकी लोकप्रियता और बढ़ी है। इन गेम्स को मशहूर खिलाड़ी और सितारे भी प्रमोट करते हैं, जो इसे और आकर्षक बनाते हैं। भारत में सस्ते स्मार्टफोन और अच्छे इंटरनेट कनेक्शन की वजह से यह उद्योग तेजी से बढ़ रहा है।