भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने मंगलवार, 19 अगस्त को आगामी एशिया कप 2025 के लिए टीम का ऐलान कर दिया। 9 से 28 सितंबर तक यूएई में होने वाले इस टूर्नामेंट में भारत, गौतम गंभीर के मार्गदर्शन में क्षेत्रीय प्रभुत्व स्थापित करने की कोशिश करेगा।
टीम की घोषणा में सबसे बड़ी चर्चा शुभमन गिल की टी20I टीम में छह महीने से अधिक समय बाद वापसी को लेकर रही। हालांकि, चयनकर्ताओं द्वारा युवा सलामी बल्लेबाज़ यशस्वी जायसवाल को टीम से बाहर रखा जाना विशेषज्ञों और प्रशंसकों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।
गिल के हालिया प्रदर्शन ने उन्हें एक मजबूत दावेदार बना दिया था, लेकिन जायसवाल को टीम में जगह न दिए जाने से क्रिकेट प्रेमी हैरान हैं, क्योंकि उन्होंने टी20 प्रारूप में अपनी क्षमता पहले ही साबित की है।
यशस्वी जायसवाल के बाहर होने पर मदन लाल ने उठाए सवाल
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर मदन लाल ने जायसवाल को टीम में शामिल न किए जाने पर हैरानी जताई। टीम के ऐलान के तुरंत बाद एएनआई से बातचीत करते हुए उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि “अकेले दम पर मैच पलटने की क्षमता रखने वाले खिलाड़ियों को हमेशा टीम में जगह मिलनी चाहिए।”
मदन लाल ने आगे कहा, “कभी-कभी आपको हैरानी होती है कि यशस्वी जायसवाल जैसा खिलाड़ी टीम में नहीं है। गिल एक अच्छा विकल्प हैं क्योंकि वह बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। आने वाले समय में यह संभव है कि गिल तीनों प्रारूपों में खेलें… लेकिन टीम को मैच जिताने वाले खिलाड़ियों को बाहर नहीं किया जाना चाहिए। हमारे पास इतनी अच्छी टीम है कि हम एशिया कप जीत सकते हैं।”
लाल की यह टिप्पणी इस ओर इशारा करती है कि बड़े टूर्नामेंटों — जैसे एशिया कप — में सिद्ध और प्रभावशाली खिलाड़ियों की मौजूदगी बेहद अहम होती है, क्योंकि कभी-कभी एक शानदार व्यक्तिगत प्रदर्शन ही मैच का रुख बदल सकता है।
यह भी पढ़ें: भारत सरकार ने कई चिंताओं का हवाला देते हुए पैसे आधारित ऑनलाइन गेम्स पर प्रतिबंध लगाने की बनाई योजना
जायसवाल का शानदार टी20 फॉर्म
हाल ही में टी20 सीरीज़ से बाहर रहने के बावजूद, जायसवाल ने छोटे प्रारूप में लगातार शानदार प्रदर्शन किया है। भारत के लिए उनका आखिरी मैच जुलाई 2024 में श्रीलंका के खिलाफ था, जिसके बाद संजू सैमसन और अभिषेक शर्मा को सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर प्राथमिकता दी गई।
हालाँकि, 22 वर्षीय जायसवाल ने आईपीएल 2025 के दौरान 160 के स्ट्राइक रेट से 559 रन बनाकर ज़बरदस्त फॉर्म में वापसी की। शीर्ष क्रम में उनके आक्रामक अंदाज़ ने उन्हें सीज़न के सबसे प्रभावशाली बल्लेबाज़ों में शामिल कर दिया।
तुलनात्मक रूप से, शुभमन गिल ने भी 156 के स्ट्राइक रेट से 650 रन बनाए और अपनी टीम गुजरात टाइटन्स को प्लेऑफ़ तक पहुँचाया। दोनों बल्लेबाज़ों के प्रदर्शन शानदार रहे, लेकिन चयन को लेकर जायसवाल की अनदेखी अब भी सवालों के घेरे में है।