श्रेयस अय्यर को एशिया कप 2025 की भारतीय टीम में जगह न मिलने पर क्रिकेट जगत में खूब चर्चा हो रही है। पंजाब किंग्स को 10 साल बाद आईपीएल फाइनल तक पहुंचाने और चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने के बावजूद 30 साल के अय्यर को टीम से बाहर कर दिया गया है। इस फैसले से फैन्स और क्रिकेट जानकार दोनों हैरान हैं।
श्रेयस अय्यर के पिता ने भारत की एशिया कप टीम में बेटे की अनुपस्थिति पर अपनी पीड़ा व्यक्त की
अय्यर को एशिया कप 2025 की टीम में शामिल न किए जाने पर उनके पिता संतोष अय्यर ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में अपनी नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा, “मुझे समझ नहीं आता कि श्रेयस को भारतीय टी20 टीम में चुने जाने के लिए और क्या करना पड़ेगा।”
संतोष ने बताया कि श्रेयस ने दिल्ली कैपिटल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स और अब पंजाब किंग्स जैसी टीमों के लिए, और वो भी कप्तान के तौर पर, लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है।आईपीएल 2025 में श्रेयस ने 50.33 की औसत और 175.07 की स्ट्राइक रेट से 604 रन बनाए, जिसमें छह अर्धशतक शामिल थे और उन्होंने पीबीकेएस को फाइनल तक पहुंचाया। इससे पहले 2024 में उन्होंने केकेआर को आईपीएल जीत दिलाई थी।
संतोष ने दुख जताते हुए कहा, “मैं यह नहीं कह रहा कि उसे भारतीय टीम का कप्तान बना दो, लेकिन कम से कम उसे टीम में तो चुनो।” उनकी बातों में उस दर्द और निराशा की झलक थी जो कई फैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट्स भी महसूस कर रहे हैं। पूर्व सहायक कोच अभिषेक नायर ने तो यहां तक कहा कि टीम चयन कभी-कभी व्यक्तिगत पसंद पर भी निर्भर हो सकता है।
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“वह किसी को दोष नहीं देता”: संतोष ने अपने बेटे के जीवन के प्रति दृष्टिकोण पर कहा
शोर-शराबे के बीच भी अय्यर ने खुद को शांत बनाए रखा है। उनके पिता संतोष अय्यर के अनुसार, श्रेयस कभी किसी को दोष नहीं देते और न ही नाराज़गी जताते हैं। संतोष ने बताया, “अगर उसे भारतीय टीम से बाहर भी कर दिया जाए, तो वह बस कहता है: ‘मेरा नसीब है, अब कुछ नहीं हो सकता।’ वह हमेशा शांत और मजबूत रहता है।”
यह शांत रवैया श्रेयस की मानसिक मजबूती को दिखाता है, हालांकि उनके पिता मानते हैं कि अंदर से वह ज़रूर दुखी होंगे। उनके इस धैर्य और गरिमा ने फैंस के बीच उनका सम्मान और भी बढ़ा दिया है। उनकी हालिया फॉर्म को देखते हुए टीम से बाहर किया जाना और भी चौंकाने वाला लगता है।
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में श्रेयस भारत के टॉप स्कोरर रहे – उन्होंने 5 पारियों में 243 रन बनाए और टूर्नामेंट के दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने। इसके अलावा, उन्होंने मुंबई को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जिताई, जिससे सभी फॉर्मेट में उनके प्रदर्शन की निरंतरता साबित होती है।
मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने इस फैसले का बचाव करते हुए कहा, “श्रेयस की कोई गलती नहीं है, और हमारी भी नहीं। बस अभी 15 खिलाड़ियों को ही चुन सकते हैं। उन्हें थोड़ा इंतज़ार करना पड़ सकता है।” उधर, क्रिकेट एक्सपर्ट आकाश चोपड़ा को भरोसा है कि श्रेयस टी20 वर्ल्ड कप से पहले टीम में लौटेंगे, क्योंकि उससे पहले 15 टी20 मैच खेले जाने बाकी हैं। फिलहाल, श्रेयस का टीम से बाहर होना हाल के समय के सबसे ज़्यादा चर्चा वाले फैसलों में से एक बन गया है। उनके पिता की नाराज़गी और श्रेयस की शांत प्रतिक्रिया, भारतीय क्रिकेट चयन की अनिश्चितता और उससे निपटने के लिए ज़रूरी धैर्य को उजागर करती है।