रुतुराज गायकवाड़ ने बुची बाबू टूर्नामेंट 2025 में हिमाचल प्रदेश के खिलाफ बहुत अच्छी पारी खेली और 133 रन बनाए। इससे उन्होंने राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को यह दिखा दिया कि वह फिर से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान ने अपनी पारी का अंत एक ही ओवर में लगातार चार छक्के लगाकर किया, जो इस टूर्नामेंट का सबसे खास पल था। 28 साल के रुतुराज की यह पारी उनके फॉर्म के लिए और महाराष्ट्र टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित हुई। पहले मैच में छत्तीसगढ़ के खिलाफ उन्होंने 1 और 11 रन बनाए थे और दूसरा मैच भी टीम ने हार गया था। लेकिन हिमाचल प्रदेश के खिलाफ उनका यह शतक एक मजबूत वापसी थी। उन्होंने 144 गेंदों पर 10 चौके और 4 बड़े छक्के लगाए। इस पारी में उन्होंने अपनी काबिलियत और धैर्य दिखाया, जो उन्हें आईपीएल 2021 में भारत के सबसे बड़े रन बनाने वाले बल्लेबाज में से एक बनाता है।
रुतुराज गायकवाड़ ने जड़े 4 गगनचुंबी छक्के
गायकवाड़ की पारी का सबसे खास पल तब आया जब उन्होंने हिमाचल प्रदेश के ऑफ स्पिनर अमन जैनवाल पर जोरदार हमला किया। यह पल टूर्नामेंट का सबसे ज्यादा देखा गया और पसंद किया गया था। उन्होंने एक ही ओवर में लगातार चार छक्के लगाए और 24 रन बनाए, सभी छक्के लेग साइड की तरफ थे। इस ओवर ने मैच का रुख पूरी तरह बदल दिया।
गायकवाड़ ने धीरे-धीरे खेलते हुए अचानक जोरदार बल्लेबाजी की, जो उनकी खासियत है। हर छक्का उन्होंने बड़ी मेहनत और सही तकनीक के साथ मारा, जिससे उनकी ताकत और साफ हिट करने की क्षमता दिखी। यही वजह है कि उन्हें भारत के सबसे भरोसेमंद टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों में माना जाता है। इस ओवर ने न सिर्फ टीम को जोश दिया, बल्कि राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को भी यह दिखाया कि गायकवाड़ में मैच जीतने की काबिलियत है।
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Rutu goes 4️⃣ sixes in an over! 💥💥💥💥#WhistlePodu #BuchiBabuTournament
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— Chennai Super Kings (@ChennaiIPL) August 26, 2025
बुची बाबू टूर्नामेंट 2025 में हिमाचल प्रदेश पर महाराष्ट्र का दबदबा
गायकवाड़ के शतक के दौरान उन्होंने सलामी बल्लेबाज अर्शिन कुलकर्णी के साथ मिलकर शानदार 220 रनों की साझेदारी की। कुलकर्णी ने 190 गेंदों में 146 रन बनाए और कप्तान की मदद की। इस साझेदारी ने महाराष्ट्र को शुरुआती दबाव से बाहर निकाला, खासकर जब सिद्धेश वीर जल्दी 22 रन पर आउट हो गए थे। दोनों ने मिलकर महाराष्ट्र के पहले पारी के कुल 440 रन की मजबूत नींव रखी।
गायकवाड़ ने 122 गेंदों में अपने शतक को पूरा किया और कुलकर्णी ने अपनी पारी में 16 चौके और 1 छक्का मारा। उनकी समझदारी और साथ मिलकर खेलने की शैली ने टीम की पारी को मजबूती दी और हिमाचल प्रदेश के खिलाफ महाराष्ट्र की स्थिति मजबूत की। गायकवाड़ ने पिछले कुछ समय में चोट और अन्य कारणों से मुश्किल दौर देखा है, जैसे कि एशिया कप 2025 की टीम से बाहर रहना और आईपीएल के दौरान यॉर्कशायर काउंटी टीम से हटना। फिर भी यह शतक दिखाता है कि वह घरेलू क्रिकेट में अब भी एक मजबूत खिलाड़ी हैं। महाराष्ट्र बुची बाबू टूर्नामेंट में अच्छा खेल रहा है, और गायकवाड़ की यह वापसी टीम और उनके लिए अगले बड़े टूर्नामेंट, दलीप ट्रॉफी, में भी उम्मीद बढ़ाती है, जहाँ वह पश्चिम क्षेत्र की टीम के लिए खेलेंगे।