बर्मिंघम फीनिक्स ने द हंड्रेड के 18वें मैच में लंदन स्पिरिट को सात विकेट से हराकर शानदार जीत दर्ज की। फीनिक्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फैसला किया, जो उनके लिए सही साबित हुआ। ट्रेंट बोल्ट और लियाम लिविंगस्टोन की बेहतरीन गेंदबाज़ी की बदौलत उन्होंने लंदन स्पिरिट को सिर्फ 126 रन पर रोक दिया।
जवाब में, फीनिक्स के बल्लेबाज़ों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। जो क्लार्क और लियाम लिविंगस्टोन ने तेज़ी से रन बनाए और टीम ने सिर्फ 65 गेंदों में ही लक्ष्य हासिल कर लिया 35 गेंदें बाकी थीं। लियाम लिविंगस्टोन ने बल्ले और गेंद दोनों से शानदार खेल दिखाया। उनकी इस हरफनमौला प्रदर्शन से फीनिक्स ने टूर्नामेंट में दमदार वापसी की है। वहीं, लंदन स्पिरिट को अब जल्दी से अपने खेल में सुधार करना होगा ताकि वे आगे की मैचों में वापसी कर सकें।
ट्रेंट बोल्ट का अजेय शुरुआती स्पेल और जेमी स्मिथ का महत्वपूर्ण विकेट
बोल्ट ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वो दुनिया के सबसे खतरनाक टी20 गेंदबाज़ों में से एक हैं। इस मैच में उन्होंने लंदन स्पिरिट के ओपनर जेमी स्मिथ को आउट कर दिया। मैच की सिर्फ तीसरी गेंद पर बोल्ट ने अपनी पहचान वाली इन-स्विंग गेंद फेंकी, जो पिच पर तेजी से गिरी और सीधे स्टंप्स में जा लगी। स्मिथ ने एक बड़ी ड्राइव खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद की रफ्तार और मूवमेंट से पूरी तरह चकमा खा गए। वह क्रीज़ पर जड़ हो गए और गेंद उनके स्टंप्स को उड़ा गई। यह एक बिल्कुल सटीक यॉर्कर थी, जिसने फिर से दिखा दिया कि बोल्ट शुरुआत में बल्लेबाज़ों के लिए कितने खतरनाक हैं। इस शुरुआती विकेट ने मैच की दिशा ही बदल दी, क्योंकि स्मिथ बिना कोई रन बनाए सिर्फ दो गेंदों में आउट हो गए।
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बर्मिंघम फीनिक्स ने बल्ले और गेंद से लंदन स्पिरिट पर दबदबा बनाया
फीनिक्स ने गेंद और बल्ले दोनों से शानदार टीम प्रदर्शन किया। शुरुआत में ट्रेंट बोल्ट ने जल्दी विकेट लेकर लंदन स्पिरिट पर दबाव बना दिया। इसके बाद गेंदबाज़ों ने लगातार कसी हुई गेंदबाज़ी की। लियाम लिविंगस्टोन खासतौर पर असरदार रहे — उन्होंने 20 गेंदों में सिर्फ 26 रन देकर 2 अहम विकेट लिए और स्पिरिट की साझेदारियों को तोड़ा।
स्पिरिट की ओर से सिर्फ केन विलियमसन (33 रन) और ओली पोप (23 रन) ही थोड़ी देर टिक पाए। लेकिन उनकी कोशिशें टीम को बड़ा स्कोर दिलाने के लिए काफी नहीं रहीं। जवाब में, फीनिक्स के बल्लेबाज़ शुरुआत से ही आक्रामक इरादे के साथ मैदान पर उतरे। विल स्मीड के जल्दी आउट होने के बाद जो क्लार्क ने जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने तेज़ी से रन बनाए और केवल 23 गेंदों में अर्धशतक जड़ दिया। उनकी धमाकेदार पारी में 9 चौके और 2 छक्के शामिल थे। क्लार्क ने अपनी लय बरकरार रखी और बाद में सिर्फ 20 गेंदों में नाबाद 45 रन ठोक डाले, जिसमें 5 ऊंचे छक्के शामिल थे। इससे स्पिरिट की वापसी की सारी उम्मीदें टूट गईं। लिविंगस्टोन की तेज़ बल्लेबाज़ी और बेथेल के नाबाद 18 रनों की मदद से फीनिक्स ने लक्ष्य 35 गेंदें शेष रहते आसानी से हासिल कर लिया।