भारतीय बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने टी20आई क्रिकेट में 100 विकेट लेने वाले सबसे तेज गेंदबाज बनकर इतिहास रच दिया। उन्होंने 19 सितंबर 2025 को ओमान के खिलाफ एशिया कप मुकाबले में यह कारनामा सिर्फ 64 मैचों में किया। 26 साल के इस तेज गेंदबाज की यह उपलब्धि उन्हें टी20 अंतरराष्ट्रीय गेंदबाजी में शीर्ष स्थान दिलाती है और भारतीय क्रिकेट के लिए बड़ा मील का पत्थर है।
अर्शदीप सिंह के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि, हारिस रऊफ को पीछे छोड़ा
अर्शदीप की यह उपलब्धि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट रैंकिंग में महत्वपूर्ण है। उन्होंने पाकिस्तान के हारिस रऊफ को पीछे छोड़ते हुए सबसे तेज 100 टी20आई विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया। रऊफ को 100 विकेट लेने में 71 मैच लगे थे, जबकि अर्शदीप ने यह कारनामा सिर्फ 64 मैचों में किया। यह उनके जुलाई 2022 में अंतरराष्ट्रीय पदार्पण के बाद से असाधारण प्रदर्शन को दर्शाता है। यह ऐतिहासिक विकेट ओमान के आखिरी ओवर में आया, जब अर्शदीप ने विनायक शुक्ला को आउट किया। शुक्ला को अजीब पुल शॉट खेलना पड़ा और डीप मिड-विकेट पर रिंकू सिंह ने कैच पकड़कर भारत को 21 रन से जीत दिलाई। अब अर्शदीप पूरी सदस्य देशों में 100 टी20आई विकेट तक पहुंचने वाले तीसरे सबसे तेज गेंदबाज हैं, केवल अफगानिस्तान के राशिद खान (53 मैच) और श्रीलंका के वानिंदु हसरंगा (63 मैच) से पीछे।
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भारतीय क्रिकेट का पहला शानदार प्रदर्शन
अर्शदीप ने वह कर दिखाया जो कोई भी भारतीय गेंदबाज टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 विकेट तक पहुँचने से पहले नहीं कर सका। यह उपलब्धि उन्हें युजवेंद्र चहल और हार्दिक पांड्या जैसे शीर्ष भारतीय गेंदबाजों से आगे ले जाती है, जो अभी 96-96 विकेट पर हैं।
उनके करियर के आंकड़े भी शानदार हैं। उन्होंने 1,329 गेंदों में 100 विकेट लिए और उनका औसत 18.37 है, जो किसी पूर्ण सदस्य देश के तेज गेंदबाज के लिए बेहतरीन है। यह उपलब्धि आठ महीने के इंतजार के बाद मिली, क्योंकि जनवरी 2025 में इंग्लैंड के खिलाफ मैचों के दौरान उन्हें बेंच पर बैठाया गया था और वह 99 विकेट पर अटके थे। एशिया कप में खेलकर अर्शदीप ने यह ऐतिहासिक मील का पत्थर पूरा किया और भारत के अग्रणी टी20 विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की।