एशिया कप 2025 में यूएई के खिलाफ पहले मैच से पहले सबकी नज़रें भारत की प्लेइंग-XI पर हैं, खासकर इस बात पर कि क्या स्टार स्पिनर कुलदीप यादव को जगह मिलेगी। भारत के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने कुलदीप के प्रोफेशनल रवैये और मेहनत की सराहना की है, लेकिन उन्होंने साफ किया कि अंतिम फैसला दुबई की पिच और टीम की रणनीति पर निर्भर करेगा।
मोर्ने मोर्केल ने कुलदीप यादव की तारीफ की
भारत के अभ्यास सत्र के दौरान मीडिया से बात करते हुए मोर्कल ने सीमित मौकों के बावजूद कुलदीप के समर्पण की तारीफ की। बाएं हाथ के इस स्पिनर का इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ में प्रदर्शन खास नहीं रहा था, लेकिन कोच के मुताबिक उन्होंने कभी अपने अनुशासन और मेहनत में कमी नहीं आने दी।
मोर्कल ने कहा, “मुझे लगता है वह बहुत प्रोफेशनल खिलाड़ी हैं। इंग्लैंड में जब उन्हें कम मौके मिले, तब भी उनके रवैये में कोई बदलाव नहीं आया। कुलदीप ने अपने करियर में बहुत गेंदबाजी की है और वह जानते हैं कि टी20 और सफेद गेंद वाले क्रिकेट के लिए खुद को कैसे तैयार करना है।” कुलदीप ने इस साल भारत की चैंपियंस ट्रॉफी जीत में अहम भूमिका निभाई थी, जिससे उनकी पहचान एक मैच विनर के रूप में और मजबूत हुई। हालांकि, मोर्कल ने साफ किया कि अंतिम प्लेइंग इलेवन में उनकी जगह दुबई की पिच पर निर्भर करेगी।
क्या कुलदीप यादव को भारत की प्लेइंग-XI में मौका मिलेगा?
दुबई की पिच, जो अक्सर अपने अनपेक्षित स्वभाव के लिए जानी जाती है, ने भारत की टीम चयन को और पेचीदा बना दिया है। शुरुआती रिपोर्टों में कहा गया है कि विकेट पर घास हो सकती है, जिससे तेज़ गेंदबाज़ों को मदद मिलेगी। ऐसे में माना जा रहा है कि भारत भारी भरकम पेस अटैक उतार सकता है और सिर्फ एक स्पेशलिस्ट स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को मौका मिल सकता है।
मोर्कल ने कहा कि टीम अंतिम फ़ैसला लेने से पहले हालात को अच्छी तरह परखेगी। उन्होंने कहा, “हमें जाकर विकेट देखनी होगी। मुझे लगता है मैदान पर काफी घास है। आज रात देखने के बाद हमें साफ तस्वीर मिल जाएगी। फ़िलहाल हम हर पहलू पर ध्यान दे रहे हैं और अंतिम फ़ैसला मैच के दिन होगा।” उन्होंने यह भी बताया कि पिछली बार दुबई की पिच थकी हुई थीं, लेकिन इस बार नया विकेट तेज़ गेंदबाज़ों के लिए मददगार लग रहा है।
एशिया कप के पहले मैच से पहले मोर्कल ने कहा कि टीम की तैयारी फोकस्ड और स्पष्ट लक्ष्य के साथ हो रही है। “अब ट्रेनिंग में हम सुनिश्चित करते हैं कि हर अभ्यास का एक उद्देश्य हो। इसके बाद गेंदबाज़ों को मैच में मिडल ओवर्स में अच्छा प्रदर्शन करना होगा,” उन्होंने कहा।
कुलदीप भले ही मजबूत दावेदार हों, लेकिन शुरुआती मैच में उनका खेलना पिच पर निर्भर करेगा। फिलहाल तेज़ गेंदबाज़ों को तरजीह मिलने की संभावना है, जिससे कुलदीप की वापसी थोड़ी देर से हो सकती है। हालांकि, टीम में उनकी मौजूदगी भारत को एक साबित मैच-विजेता देती है, जो टूर्नामेंट आगे बढ़ने और पिचों के धीमे होने पर बड़ा रोल निभा सकते हैं। भारत एक और एशिया कप खिताब की तलाश में है और इसके लिए स्पिन व पेस के बीच सही संतुलन अहम होगा। कुलदीप खेलें या नहीं, उनकी प्रोफेशनल तैयारी और समर्पण ने उन्हें पहले ही चर्चा का विषय बना दिया है।