हांगकांग के बल्लेबाज अंशुमान रथ ने एक मजेदार किस्सा शेयर किया, जो भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह की एक सोशल मीडिया चुनौती से जुड़ा था। यह किस्सा उस समय का है जब रथ घरेलू क्रिकेट में वापसी की कोशिश कर रहे थे और उनके सफर में कई चुनौतियाँ थीं। इस कहानी से उनके संघर्ष और जुनून की झलक मिलती है।
हांगकांग के अंशुमान रथ ने हरभजन सिंह द्वारा उन्हें पैसे देने के पीछे की कहानी बताई
अंशुमान रथ ने हाल ही में एक मजेदार किस्सा साझा किया जो हरभजन सिंह के एक पुराने ट्वीट से जुड़ा था। बात उस समय की है जब हरभजन ने केदार जाधव की अनोखी गेंदबाजी स्टाइल को लेकर सोशल मीडिया पर एक मजाकिया चुनौती दी थी। जाधव का गेंदबाजी एक्शन इतना कम ऊंचाई से होता है कि उनका हाथ जमीन के काफी करीब होता है। इस पर हरभजन ने ट्वीट करते हुए कहा था कि जो भी खिलाड़ी उन्हें बैकफुट पर छक्का मारेगा, उसे वे 100 रुपये इनाम में देंगे।
यह ट्वीट देखने के बाद अंशुमान रथ को तुरंत याद आया कि उन्होंने 2022 एशिया कप के एक मैच में जाधव की गेंद पर बैकफुट से छक्का लगाया था। उन्होंने उस शॉट का वीडियो ढूंढा और हरभजन को ट्वीट करके सबूत के तौर पर भेज भी दिया। हालांकि रथ ने चुनौती पूरी कर दी, लेकिन उन्होंने हँसी में बताया कि उन्हें अब तक हरभजन सिंह से वह 100 रुपये नहीं मिले हैं।
Bhajju Pa, Anshuman Rath is still chasing you for that 100 bucks 👀 💸
Watch #BANvHKC LIVE NOW, only on the Sony Sports Network TV Channels & Sony LIV. #SonySportsNetwork #DPWorldAsiaCup2025 pic.twitter.com/AiyGpMDqy5
— Sony Sports Network (@SonySportsNetwk) September 11, 2025
@harbhajan_singh I believe u owe me 100 rupees 😂😂😂 @iramizraja @KP24 witnesses 🏏🏏🏏 #cricketisthewinner https://t.co/YG9vYGjOFP pic.twitter.com/apX9NcNTsS
— Anshuman Rath (@anshyrath) May 17, 2019
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भारतीय घरेलू क्रिकेट में उतार-चढ़ाव भरा करियर
हांगकांग लौटने से पहले अंशुमान रथ ने भारतीय घरेलू क्रिकेट में अपना करियर बनाने की कोशिश की, लेकिन यह सफर आसान नहीं रहा। उन्होंने शुरुआत में ओडिशा की टीम से खेला, लेकिन लगातार कुछ बुरे अनुभवों की वजह से उन्हें लगने लगा कि क्रिकेट अब बोझ बन गया है।
इसके बाद उन्होंने एक नई शुरुआत के लिए विदर्भ का रुख किया, जहां उनका अच्छा स्वागत हुआ और उन्हें जीतेश शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिला। लेकिन उनकी आगे की राह आसान नहीं रही। बीसीसीआई के साथ पंजीकरण को लेकर आई एक प्रशासनिक दिक्कत के कारण उन्हें टीम में चुना नहीं जा सका।
यह सफर आसान नहीं था और उन्हें तीन अलग-अलग महाद्वीपों में ले गया। लेकिन जब वे वापस हांगकांग लौटे और टीम की कप्तानी संभाली, तो यह उनके लिए घर लौटने जैसा अनुभव था।
आज रथ हांगकांग की क्रिकेट टीम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। उन्होंने अपने करियर में अब तक 70 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और लगभग 30 की औसत से 1,828 रन बनाए हैं। एशिया कप 2025 में हांगकांग के लिए उनका बल्ले से योगदान बेहद अहम रहेगा, और वे इस मंच पर अपने करियर को और आगे ले जाने की उम्मीद कर रहे हैं।