दिल्ली प्रीमियर लीग 2025 के एलिमिनेटर मुकाबले में वेस्ट दिल्ली लायंस और साउथ दिल्ली सुपरस्टार्ज़ के बीच उस वक्त हंगामा हो गया जब कप्तान नितीश राणा और स्पिनर दिग्वेश राठी के बीच मैदान पर जोरदार बहस हो गई। यह घटना 29 अगस्त को अरुण जेटली स्टेडियम में मैच की दूसरी पारी के दौरान हुई।
दोनों खिलाड़ियों के बीच शुरू में रणनीति को लेकर कहासुनी हुई, लेकिन जल्द ही मामला बढ़ गया और यह बहस तीखी ज़ुबानी लड़ाई में बदल गई। हालात इतने बिगड़ गए कि बीच-बचाव के लिए टीम के खिलाड़ी और अंपायरों को दखल देना पड़ा। अब राणा ने इस घटना पर अपनी बात रखते हुए कहा है कि वह सिर्फ उकसावे के जवाब में खुद का बचाव कर रहे थे। मैदान पर हुए इस टकराव ने क्रिकेट जगत में काफी चर्चा बटोरी है।
डीपीएल 2025 के दौरान दिग्वेश राठी के साथ हुई बहस पर नितीश राणा ने खुलकर बात की
यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब दिग्वेश राठी अपना ओवर फेंक रहे थे। उन्होंने अपनी गेंदबाज़ी की लय थोड़ा तेज़ कर दी, जबकि नितीश राणा स्वीप शॉट खेलने की तैयारी में थे। राणा ने भी उसी अंदाज़ में जवाब दिया और ठीक गेंद डालने के वक्त क्रीज़ से हट गए।
इसके बाद असली ड्रामा तब हुआ जब राणा ने अगली ही गेंद पर शानदार रिवर्स स्वीप खेलकर छक्का जड़ दिया और फिर राठी के मशहूर “नोटबुक सेलिब्रेशन” की नकल करते हुए बल्ले से वैसा ही इशारा किया। राणा का यह मज़ाकिया लेकिन उकसाने वाला जश्न राठी को बिल्कुल पसंद नहीं आया, और उन्होंने गुस्से में तीखी बातें कही। इसके जवाब में राणा भी आक्रामक हो गए और दोनों के बीच गरमागरम बहस शुरू हो गई। हालात बिगड़ते देख टीम के खिलाड़ी और अंपायर तुरंत बीच में आए और मामला शारीरिक झगड़े तक पहुँचने से पहले ही शांत कराया।
मैच के बाद मीडिया से बात करते हुए राणा ने कहा, “बात ये नहीं है कि कौन सही है या कौन गलत। वो अपनी टीम के लिए खेल रहे थे और मैं अपनी। लेकिन खेल का सम्मान करना हम दोनों की ज़िम्मेदारी है। उन्होंने ही इसकी शुरुआत की थी। मैं ये नहीं कहूँगा कि कैसे या क्या हुआ, क्योंकि वो कहना ठीक नहीं होगा।”
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राणा का दो टूक जवाब – “अगर कोई छेड़ेगा, तो मैं चुप नहीं बैठूंगा”
एलिमिनेटर मैच के दौरान हुए विवाद पर नितीश राणा पीछे हटने के बजाय अपने रुख पर अडिग नज़र आए। उन्होंने साफ कहा कि वे कभी भी झगड़े की शुरुआत नहीं करते, लेकिन अगर कोई उन्हें उकसाए, तो वे चुप नहीं बैठते। राणा ने कहा, “अगर कोई मुझे छेड़ता है या मेरे सामने आता है, तो मैं शांत नहीं बैठूंगा। मैंने हमेशा ऐसा ही क्रिकेट खेला है। अगर कोई सोचता है कि मुझे उकसाकर आउट कर देगा, तो मैं छक्का मारकर जवाब दे सकता हूँ।”
वेस्ट दिल्ली लायंस के कप्तान ने आगे बताया कि उनके इस अंदाज़ के पीछे उनका पालन-पोषण है। उन्होंने कहा, “मेरे माता-पिता ने सिखाया है कि अगर आप गलत नहीं हैं, तो डटकर खड़े रहो। मैं वही करता हूँ और आगे भी करता रहूंगा।” राणा ने यह भी जोड़ा, “मैं अब तक कई झगड़ों में रहा हूँ, लेकिन कभी भी शुरुआत मैंने नहीं की है। जो शुरू करता है, वही खत्म करता है।”
इस विवाद का असर दोनों खिलाड़ियों पर पड़ा। दिल्ली प्रीमियर लीग के अधिकारियों ने सख्त कार्रवाई करते हुए दिग्वेश राठी पर खेल की भावना के खिलाफ आचरण के लिए उनकी मैच फीस का 80% जुर्माना लगाया, जबकि नितीश राणा पर मैदान में आपत्तिजनक इशारों के लिए मैच फीस का 50% जुर्माना लगाया गया। मैच के दौरान हुए दूसरे छोटे-मोटे विवादों में शामिल कुछ और खिलाड़ियों पर भी जुर्माना लगा। हालांकि विवाद के बीच राणा ने अपनी आक्रामकता को ज़बरदस्त प्रदर्शन में बदल दिया। उन्होंने सिर्फ 55 गेंदों में नाबाद 134 रन बनाए, जिसमें 15 छक्के शामिल थे। उनकी इस धमाकेदार पारी की बदौलत वेस्ट दिल्ली लायंस ने 202 रनों का लक्ष्य सिर्फ 17 गेंद बाकी रहते 7 विकेट से जीत लिया। इस जीत के साथ वेस्ट दिल्ली लायंस ने फाइनल में जगह बना ली, जहाँ उनका मुकाबला 31 अगस्त को सेंट्रल दिल्ली किंग्स से होगा।