एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान का मैच सिर्फ़ जीत-हार तक सीमित नहीं रहा। दुबई में भारत ने भले ही सात विकेट से शानदार जीत दर्ज की, लेकिन मैच के बाद खिलाड़ियों के हाथ मिलाने से इनकार करने के फैसले ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया और जीत की चमक कुछ फीकी पड़ गई।
भारत की प्रमुख जीत पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक तनाव से प्रभावित
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए 127 रनों का छोटा लक्ष्य सिर्फ 15.5 ओवर में हासिल कर लिया। कप्तान सूर्यकुमार यादव ने 37 गेंदों पर नाबाद 47 रन बनाए, जबकि कुलदीप यादव ने 18 रन देकर 3 विकेट झटके और पाकिस्तान की बल्लेबाजी लाइनअप को ध्वस्त कर दिया। लेकिन मैच के बाद माहौल बदल गया। भारतीय खिलाड़ी कप्तान यादव के साथ पारंपरिक हाथ मिलाने की बजाय सीधे ड्रेसिंग रूम लौट गए। इससे विवाद खड़ा हुआ, क्योंकि पाक कप्तान सलमान अली आगा और कोच माइक हेसन समेत खिलाड़ी भारतीय ड्रेसिंग रूम तक गए, लेकिन दरवाज़ा बंद मिला। इसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एशियाई क्रिकेट परिषद में औपचारिक शिकायत दर्ज कर भारत के इस कदम को “खेल भावना के खिलाफ” बताया।
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शोएब अख्तर की भावुक प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ शोएब अख्तर ने भारत के हाथ न मिलाने के फैसले पर गहरी नाराज़गी और दुख जताया। एक पाकिस्तानी टीवी शो में बात करते हुए अख्तर भावुक नज़र आए और बोले, मैं निःशब्द हूँ। यह देखकर बहुत दुख हुआ। भारत को सलाम, लेकिन इसे राजनीतिक मत बनाओ। क्रिकेट मैच है, इसे राजनीति से दूर रखो। हमने आपके लिए अच्छे बयान दिए हैं।
मैदान पर भारतीय बल्लेबाज़ों के साथ कड़ी टक्कर के लिए मशहूर रहे अख्तर ने दोनों देशों से अपील की कि राजनीति को क्रिकेट से अलग रखें। उन्होंने कहा, हम बहुत कुछ कह सकते हैं, लेकिन झगड़े-लड़ाई तो घर में भी होते हैं। भूल जाओ, आगे बढ़ो। ये क्रिकेट का खेल है, हाथ मिलाओ और शालीनता दिखाओ।
दिलचस्प बात यह रही कि अख्तर ने पाक कप्तान सलमान अली आगा का समर्थन भी किया, जिन्होंने विवाद के बाद पुरस्कार समारोह में हिस्सा नहीं लिया। अख्तर ने कहा, ठीक किया आगा ने, अच्छा किया कि वो नहीं गया। यह पूरा विवाद अप्रैल 2025 के पहलगाम आतंकी हमले के बाद से जुड़ा है, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हुई थी। इसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान और पीओके में आतंकी कैंपों को निशाना बनाया था। इसी पृष्ठभूमि में कथित तौर पर भारतीय कोच गौतम गंभीर ने खिलाड़ियों को सलाह दी थी कि वे पाक खिलाड़ियों से हाथ न मिलाकर हमले के पीड़ितों के साथ एकजुटता दिखाएँ। मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट ने टॉस के वक्त तो दोनों कप्तानों को हाथ न मिलाने के लिए कहा था, लेकिन मैच के बाद के लिए ऐसा कोई नियम नहीं था।