एशिया कप 2025 की शुरुआत 9 सितंबर को अबू धाबी से हुई, जहां अफ़ग़ानिस्तान ने पहले मैच में हांगकांग को 94 रन से हराकर शानदार जीत दर्ज की। राशिद खान की टीम ने शुरू से ही मैच पर पकड़ बनाए रखी। अब सबकी नज़रें दुबई पर हैं, जहां भारत अपना पहला मैच मेज़बान यूएई के खिलाफ खेलेगा। इस मैच में बड़ी भीड़ जुटने की उम्मीद है। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारतीय टीम दमदार शुरुआत करने को तैयार है।
सूर्यकुमार यादव की अगुवाई में भारत नई चुनौती के लिए तैयार
भारत के लिए एशिया कप 2025 का खास महत्व है, क्योंकि यह सूर्यकुमार यादव का बतौर स्थायी कप्तान पहला बड़ा टूर्नामेंट है। अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और निडर खेल के लिए मशहूर सूर्यकुमार से टीम में नई ऊर्जा और सोच लाने की उम्मीद है। भारत के पास मजबूत बल्लेबाजी क्रम है, जिसमें शुभमन गिल, अभिषेक शर्मा और तिलक वर्मा जैसे खिलाड़ी शामिल हैं। गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह, कुलदीप यादव और अर्शदीप सिंह टीम को मजबूती देते हैं। कागज़ पर भारत टूर्नामेंट की सबसे दमदार टीमों में दिखती है और फैंस व विशेषज्ञों की उम्मीदें भी बहुत ऊंची हैं।
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शोएब मलिक ने भारत की कमज़ोरी बताई
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शोएब मलिक ने भारत को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि भले ही भारत की बल्लेबाजी बहुत मजबूत है, लेकिन पावर हिटर्स पर ज्यादा निर्भरता यूएई की धीमी और टर्निंग पिचों पर टीम के लिए परेशानी बन सकती है।
मलिक ने बताया कि यूएई की पिचों पर रन बनाना आसान नहीं होता। उनके मुताबिक, श्रेयस अय्यर जैसे बल्लेबाज इन हालात में टीम के लिए अहम साबित हो सकते थे, क्योंकि उन्होंने यहां चैंपियंस ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन किया था। लेकिन मौजूदा टीम में ज्यादातर बल्लेबाज एक ही तरह से खेलते हैं और ज्यादा हिटर हैं। यह तरीका दक्षिण अफ्रीका या ऑस्ट्रेलिया की पिचों पर काम करता है, लेकिन यूएई में यह कमजोरी साबित हो सकती है। मलिक ने आगे कहा कि अगर भारत को धीमी पिचों पर अच्छी स्पिन गेंदबाजी का सामना करना पड़ा, तो बल्लेबाजों को मुश्किल झेलनी पड़ सकती है। हालांकि उन्होंने यह भी माना कि भारत अब भी खिताब का सबसे बड़ा दावेदार है।
मेन इन ब्लू से बड़ी उम्मीदें
मलिक की राय के बावजूद भारतीय टीम का माहौल सकारात्मक है। प्रशंसकों का मानना है कि टीम में ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए गहराई और लचीलापन मौजूद है। इस बार रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे अनुभवी खिलाड़ी नहीं हैं, इसलिए युवाओं के पास बड़े मंच पर खुद को साबित करने का शानदार मौका है।