इंडियन प्रीमियर लीग की सबसे बड़ी विवादित घटनाओं में से एक, 17 साल बाद फिर से सुर्खियों में आ गया है। पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी ने एक पुराना वीडियो सामने लाया है, जिसमें हरभजन सिंह को 2008 में टूर्नामेंट के पहले सत्र के दौरान साथी खिलाड़ी एस. श्रीसंत को थप्पड़ मारते देखा जा सकता है।
यह वीडियो ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क के पॉडकास्ट पर दिखाया गया, जहां ललित मोदी ने बताया कि उन्होंने यह घटना अपने निजी सुरक्षा कैमरे से रिकॉर्ड की थी। उस समय मुंबई इंडियंस और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच मैच खत्म होने के बाद टीवी चैनलों ने कैमरा बंद कर दिया था। लीक हुए इस वीडियो में हरभजन पहले श्रीसंत को बुलाते हैं और फिर अपने हाथ के पिछले हिस्से से उन्हें थप्पड़ मारते हैं। यह घटना 2008 में क्रिकेट की दुनिया में बहुत चर्चा में आई थी।
श्रीसंत ने स्लैपगेट वीडियो पर कड़ी प्रतिक्रिया दी
एस. श्रीसंत के परिवार को उस वीडियो को साझा करने का फैसला बिलकुल पसंद नहीं आया। उनकी पत्नी भुवनेश्वरी ने इसे “बहुत ही खराब, दिल को चोट पहुँचाने वाला और अमानवीय” बताया। उन्होंने ललित मोदी और माइकल क्लार्क पर आरोप लगाया कि वे सिर्फ ध्यान पाने के लिए पुरानी दर्दनाक घटना को फिर से उठा रहे हैं।
भुवनेश्वरी ने कहा, “हरभजन और श्रीसंत दोनों इस घटना को पहले ही भूल चुके हैं और अब अपने परिवार के साथ शांतिपूर्ण जिंदगी जी रहे हैं। इतने सालों बाद इसे फिर से लाना बस सनसनी फैलाने जैसा है।” एस. श्रीसंत ने 2021 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था और उन्होंने इस मामले पर अभी तक कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है। वहीं हरभजन सिंह अब कमेंटेटर और राजनीति में सक्रिय हैं। दोनों के बीच सालों पहले सुलह हो चुकी है और अक्सर उन्हें साथ क्रिकेट से जुड़े कार्यक्रमों में देखा जाता है। इससे लग रहा है कि वह पुराना विवाद अब खत्म हो चुका है।
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ललित मोदी ने दी सफाई
पुराने विवाद को फिर से सामने लाने पर आलोचनाओं का सामना कर रहे पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी ने अपना बचाव किया है। उन्होंने कहा कि वह बस पॉडकास्ट पर पूछे गए एक सीधे सवाल का जवाब दे रहे थे।
आईएएनएस से बातचीत में मोदी ने कहा, “मुझे समझ नहीं आता कि लोग क्यों नाराज़ हो रहे हैं। मुझसे एक सवाल पूछा गया था, तो मैंने सच बताया। मैं सच बोलने वाला इंसान हूँ। श्रीसंत पीड़ित थे, मैंने वही कहा। इससे पहले किसी ने यह सवाल नहीं पूछा था, तो जब माइकल क्लार्क ने मज़ाक में पूछा, मैंने जवाब दिया।”
उन्होंने यह भी माना कि उन्होंने कभी हरभजन की गलती को छोटा नहीं दिखाया। मोदी ने साफ कहा कि 2008 में हरभजन का जो व्यवहार था, वह गलत था।इस वीडियो के सामने आने से आईपीएल के शुरुआती सालों में खेल भावना और खिलाड़ियों के बर्ताव को लेकर बहस फिर से शुरू हो गई है। जबकि आईपीएल आज दुनिया के बड़े क्रिकेट टूर्नामेंटों में से एक बन चुका है, ऐसे विवाद इसके शुरुआती उथल-पुथल वाले पलों की याद दिलाते हैं।
कई फैंस के लिए यह वीडियो पुराने ज़ख्म को फिर से खोलने जैसा है, तो कुछ इसे भारतीय क्रिकेट के एक अहम और नाटकीय पल की सच्चाई के रूप में देखते हैं। आगे यह देखना होगा कि यह वीडियो सच को सामने लाएगा या सिर्फ भावनाओं को भड़केगा। एक बात तय है कि आईपीएल 2008 का थप्पड़ विवाद लगभग 20 साल बाद फिर चर्चा में आ गया है।