भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई पाँच मैचों की एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी हाल के समय की सबसे रोमांचक सीरीज़ रही। यह सीरीज़ 2-2 की बराबरी पर खत्म हुई और पूरे मुकाबले में कई नाटकीय और तनावभरे पल देखने को मिले। इसी दौरान, ओवल में खेले गए पाँचवें और आखिरी टेस्ट के दूसरे दिन भारतीय तेज़ गेंदबाज़ प्रसिद्ध कृष्णा और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट के बीच हुई छोटी लेकिन गर्मागर्म बहस ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया।
प्रसिद्ध कृष्णा और जो रूट के बीच तीखी बहस और गलतफहमी का मामला
प्रसिद्ध कृष्णा ने अब इस घटना पर चुप्पी तोड़ते हुए बताया कि मैदान पर हुई बहस दरअसल एक गलतफहमी और खेल की तीव्र प्रतिस्पर्धा का नतीजा थी। यह वाकया लंदन में खेले गए निर्णायक टेस्ट के दूसरे दिन हुआ, जब जो रूट क्रीज़ पर आए थोड़ी ही देर बाद माहौल गरमा गया। दोनों टीमें हर रन और विकेट के लिए पूरी ताकत झोंक रही थीं, इसलिए तनाव चरम पर था।
ईएसपीएनक्रिकइन्फो के मुताबिक, प्रसिद्ध ने रूट से की गई अपनी पहली बात को एक दोस्ताना टिप्पणी बताया। उन्होंने कहा, “मुझे समझ नहीं आया कि रूट ने ऐसी प्रतिक्रिया क्यों दी। मैंने तो बस कहा था – ‘तुम बहुत अच्छी फॉर्म में लग रहे हो’। इसके बाद बात बहस तक पहुँच गई।” रूट की अप्रत्याशित प्रतिक्रिया से माहौल और बिगड़ गया और एक सामान्य सी टिप्पणी तीखी बहस में बदल गई, जिसने इस सीरीज़ की कड़ी टक्कर और तनाव को और साफ कर दिया।

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रूट और प्रसिद्ध के बीच मैच के बाद सुलह
खुशकिस्मती से यह बहस मैदान तक ही सीमित रही और ज्यादा देर तक नहीं चली। इंडियन प्रीमियर लीग में राजस्थान रॉयल्स के लिए जो रूट के साथ ड्रेसिंग रूम साझा कर चुके प्रसिद्ध कृष्णा ने मैच के बाद उनसे बातचीत कर मामला साफ किया। इस दौरान उन्हें रूट की सोच और उनकी प्रतिस्पर्धी भावना को बेहतर समझने का मौका मिला।
प्रसिद्ध ने बताया कि रूट ने कहा, “मुझे लगा कि तुमने मुझे गाली दी… मैं भी खुद को तैयार करना चाहता था, इसलिए मुझे और मज़बूत दिखना पड़ा।” यह रूट के प्रतिस्पर्धी जज़्बे और दूसरे खिलाड़ी के प्रति सम्मान को दिखाता है। प्रसिद्ध ने भी रूट के नज़रिए की तारीफ़ करते हुए कहा, “मुझे इस खेल की यही खूबी पसंद है। खासकर उनके जैसे दिग्गज को आज भी पूरी ताकत से खेलते और टीम के लिए लड़ते देखना, हर किसी के लिए बड़ी सीख है। मैदान पर आप जीतने के लिए उतरते हैं। कभी-कभी सिर्फ़ हुनर काफी नहीं होता, उस सफ़र का हिस्सा बनने के लिए गहरी मानसिक मजबूती भी चाहिए।”

प्रसिद्ध का शानदार प्रदर्शन
मैदान पर प्रसिद्ध कृष्णा की तीव्रता उनके जज़्बे और मेहनत का नतीजा थी। उन्होंने इस सीरीज़ में भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किया और तीन टेस्ट मैचों में 14 विकेट झटके। उनका सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा 4/62 रहा। सबसे यादगार प्रदर्शन ओवल टेस्ट में आया, जहाँ उन्होंने 43 ओवर फेंककर 188 रन देकर 8 विकेट लिए। इस बारे में उन्होंने खुद माना कि यह प्रयास उनकी शारीरिक सीमा से परे था। प्रसिद्ध ने कहा, “शारीरिक रूप से इसने मुझसे बहुत कुछ ले लिया। मुझे पूरी तरह ठीक होने में लगभग एक हफ्ता लग गया।”
सीरीज़ को समेटते हुए उन्होंने टीम के जज्बे पर गर्व जताया। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि हममें से किसी ने भी सोचा था कि सीरीज़ ऐसे जाएगी। यह लगातार आगे-पीछे होती रही और आखिरकार 2-2 की बराबरी पर खत्म हुई। हमें खुशी है कि हमने दबाव में संघर्ष किया और हर बार कोई न कोई खिलाड़ी टीम के लिए आगे आया। यही सबसे सुखद अनुभव रहा।”
