दलीप ट्रॉफी 2025 के रोमांचक फ़ाइनल में सेंट्रल ज़ोन के कप्तान रजत पाटीदार की शानदार फ़ील्डिंग ने मैच का रुख़ बदल दिया। उनके बेहतरीन कैच से मज़बूत बल्लेबाज़ सलमान नज़ीर की पारी खत्म हुई और मैच सेंट्रल ज़ोन के पक्ष में चला गया। साउथ ज़ोन साझेदारी बनाने की कोशिश में था, लेकिन पारी की सबसे अहम गेंद पर पाटीदार का एथलेटिक कैच पूरे मैच का सबसे बड़ा आकर्षण बन गया।
रजत पाटीदार ने पकड़ा शानदार कैच
निर्णायक पल तब आया जब गेंदबाज़ सारांश जैन ने 48.3 ओवर में एक बेहतरीन लेंथ पर गेंद डाली। दक्षिण ज़ोन के बल्लेबाज़ निज़ार चकमा खा गए, आगे बढ़े और बस बल्ले का किनारा लगा। गेंद सिली पॉइंट पर गई, जहाँ फील्डर पकड़ नहीं पाया और गेंद हवा में उछल गई। तभी गली में खड़े रजत पाटीदार ने ज़बरदस्त चौकसी दिखाई। उन्होंने तुरंत डाइव लगाकर ज़मीन से कुछ इंच ऊपर ही गेंद को उंगलियों के नीचे थाम लिया। इस शानदार कैच से निज़ार की 52 गेंदों पर खेली गई 24 रनों की पारी खत्म हो गई और वो सातवें विकेट के रूप में आउट हुए, तब स्कोर 116 रन था। पाटीदार का ये कैच उनकी बेहतरीन फील्डिंग का सबूत बना और इसने दक्षिण ज़ोन की उम्मीदें तोड़ते हुए सेंट्रल ज़ोन को मज़बूत बढ़त दिलाई।
वीडियो यहां देखें:
Excellent awareness & presence of mind! 👌
Central Zone captain Rajat Patidar completes a brilliant tag-team catch to dismiss Salman Nizar 🔥
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— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) September 11, 2025
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सेंट्रल ज़ोन की प्रभावशाली गेंदबाज़ी
बेंगलुरु में खेले गए दलीप ट्रॉफी 2025 फाइनल में टॉस जीतकर सेंट्रल ज़ोन का पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला सही साबित हुआ। उनके गेंदबाज़ों ने शानदार और अनुशासित प्रदर्शन करते हुए साउथ ज़ोन को सिर्फ़ 149 रनों पर समेट दिया।
साउथ ज़ोन के ओपनर तन्मय अग्रवाल और मोहित काले को दीपक चाहर और आदित्य ठाकरे की स्विंग और स्पीड के सामने रन बनाने में मुश्किल हुई, और पहला विकेट 27 रन पर गिरा। इसके बाद स्पिनरों ने कमान संभाली। बाएं हाथ के स्पिनर कुमार कार्तिकेय ने पहले मोहित काले और फिर रविचंद्रन स्मरण को जल्दी आउट किया। उन्होंने कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन का भी बड़ा विकेट लिया। ऑफ स्पिनर सारांश जैन ने भी उनका अच्छा साथ दिया और लगातार विकेट झटकते रहे।
दक्षिण क्षेत्र का कोई भी बल्लेबाज़ लंबी साझेदारी नहीं बना पाया, सबसे बड़ी पार्टनरशिप सिर्फ़ 27 रन की रही। पूरी पारी 63 ओवरों में खत्म हो गई, जो सेंट्रल ज़ोन के गेंदबाज़ों की शानदार गेंदबाज़ी और पिच पर बेहतरीन रणनीति का नतीजा था।