राहुल द्रविड़ का कार्यकाल टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद खत्म हो जाएगा। जिसे देखते हुए बीसीसीआई ने नए कोच के लिए आवेदन मंगाए थे। चूंकि, द्रविड़ के वापस से कोच के लिए आवेदन करने का इरादा नहीं है, ऐसे में टीम इंडिया को नया कोच मिल सकता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड की टीम का कोच बनने वाले पर पैसों की बारिश होती है।
चूंकि, भारत का कोच बनने के बाद पूर्व क्रिकेटर को एक साल में लगभग 10 महीनें टीम के साथ रहना पड़ता है। साथ ही टीम के प्रदर्शन की अहम जिम्मेदारी होती है। यही वजह है कि भारी काम को देखते हुए बीसीसीआई हेड कोच को अच्छी खासी रकम देता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल भारतीय टीम के कोच को सलाना 10 करोड़ रूपए मिलते हैं। खास बात यह है कि अनुभव और अच्छे प्रदर्शन की बदौलत इस रकम में इजाफा भी किया जा सकता है।
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बता दें कि, सैलरी के अलावा भारत के हेड कोच को और भी कई सारी सुविधाएं मिलती है। जैसी कि खिलाड़ियों की तरह सफर के लिए बिजनेस क्लास की टिकट, ठहरने के लिए फाइव स्टार होटल जैसी तमाम चीजे।
एक समय भारत के कोच को कुछ खास रकम नहीं मिलती थी। बात 1983 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम के खिलाड़ी मदन लाल शर्मा ने टीम इंडिया के कोचिंग की जिम्मेदारी 1996-97 में संभाली थी। इस दौरान उन्हें हर महीने महज 4-5 लाख रूपये दिए जाते थे। वहीं, 2011 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम के कोच रहे गैरी कस्टर्न को सलाना सैलरी के रूप में 1.25 करोड़ मिलते थे। जबकि, 2016 में अनिल कुंबले को बतौर कोच सैलरी के रूप में सलाना 6 करोड़ रूपए मिले थे। 2017 में जब रवि शास्त्री ने कमाल संभाली तब रकम बढ़ाकर 8 करोड़ कर दी गई।