पाकिस्तान में अगले साल चैंपियंस ट्रॉफी खेला जाना है। आईसीसी के ड्राफ्ट शेड्यूल के अनुसार, ये आईसीसी टूर्नामेंट पाकिस्तान के तीन शहरों- कराची, लाहौर और रावलपिंडी में खेले जाने हैं जिसको लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड तैयारियों में जुटा हुआ है। इन सबके बीच PCB चीफ मोहसिन नकवी ने हाल ही में एक अजीबोगरीब बयान देते हुए क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया है।
गौरतलब है कि कराची, लाहौर और रावलपिंडी में चैंपियंस ट्रॉफी के मुकाबले खेले जाएंगे। जिसको देखते हुए इन स्टेडियम में रेनोवेशन का काम चल रहा है। इसके लिए करोड़ों रूपए खर्च हो रहे हैं। इसकी वजह पाकिस्तानी स्टेडियमों की बुरी दशा है। अब खुद पीसीबी अध्यक्ष नकवी ने इस बात को स्वीकार करते हुए कहा कि पाकिस्तान के मैदामों की हालत 1980 के दशक के दौरान की है। इसके साथ ही कहा कि पाकिस्तान के स्टेडियम इंटरनेशनल क्रिकेट मैचों को होस्ट करने के लायक ही नहीं है।
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दरअसल, हाल ही में नकवी लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में चल रहे काम का जायजा लेने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तानी मीडिया से बात करते हुए खुलकर अपनी निराशा जाहिर की। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान के स्टेडियमों की हालत अभी भी 1980 के दशक की है और अगर किसी को उस दौर में ही जीना है तो स्टेडियम सही लगेंगे लेकिन आज के दौर के हिसाब से वो कहीं नहीं टिकते। स्टेडियमों में अच्छी सीटों, टॉयलेट और अन्य सुविधाओं की कमी है। हमारे स्टेडियम दुनियाभर के बड़े-बड़े आधुनिक स्टेडियमों के सामने नहीं टिकते, इसलिए कई स्टेडियमों के बड़े हिस्से को फिर से बनाया जा रहा है ताकि चैंपियंस ट्रॉफी के लिए वो तैयार रहें।”
No stadium in Pakistan is capable enough to host international cricket. We are still living in the 1980s – PCB chairman Mohsin Naqvi#Cricket | #Pakistan | #MohsinNaqvi | #ChampionsTrophy2025 | #Lahore pic.twitter.com/VpvZqCrcEw
— Khel Shel (@khelshel) August 19, 2024
आपको बता दें कि 21 अगस्त से पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच दो टेस्ट मैचों के सीरीज की शुरूआत हो जाएगी। पहला टेस्ट रावलपिंडी में खेला जाएगा। जबकि कराची में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट के लिए पहले तो दर्शकों की एंट्री पर बैन लगाई गई। जबकि, इसके बाद तो मैच को कराची से रावलपिंडी में शिफ्ट कर दिया जिस वजह से अब दोनों मैच रावलपिंडी में खेले जाएंगे। ऐसे में ये साफ जगजाहिर होता है कि पाकिस्तान के स्टेडियम इस हालत में नहीं है कि उनमें मैच कराए जा सके। लिहाजा, पीसीबी को फजीहत का सामना करना पड़ा।