भारतीय क्रिकेट टीम को लगातार दो टेस्ट सीरीज में मिली शर्मनाक हार के बाद बीसीसीआई एक्शन मोड में आ गया है। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी खत्म होने के बाद मुंबई में रिव्यू मीटिंग की गई जिसमें हार के पहलुओं पर चर्चा हुई। वहीं, क्रिकेट बोर्ड ने खिलाड़ियों की ओर से हो रही लापरवाही को देखते हुए 10 सख्त गाईडलाइन्स जारी की हैं। नियमों का पालन न करने पर खिलाड़ियों पर जुर्माना लगाया जा सकता है, जिसमें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से रिटेनर फीस में कटौती और आईपीएल में भाग लेने पर बैन भी शामिल है।
बीसीसीआई की ओर से जारी की गई गाईडलाइन्स की लिस्ट:
1. घरेलू क्रिकेट में भागीदारी अनिवार्य:
नेशनल टीम में सेलेक्शन और सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के लिए खिलाड़ियों को घरेलू मैचों में भाग लेना अनिवार्य किया गया है। यह नियम खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट से जुड़े रहने, अपनी फिटनेस बनाए रखने और घरेलू सर्किट को मजबूत करने में मदद करेगा।
2. परिवार के साथ यात्रा पर पाबंदी:
अब से खिलाड़ी मैच और अभ्यास सत्र के लिए सिर्फ टीम के साथ यात्रा करेंगे। अकेले या फिर परिवार के साथ यात्रा की अनुमति नहीं होगी, सिवाय इसके कि हेड कोच और चयन समिति के अध्यक्ष ने पहले से इसकी अनुमति दी हो।
3. बैगेज की सीमा:
खिलाड़ियों के बैगेज को सीमित किया गया है। घरेलू और विदेशी दौरे के लिए अलग-अलग नियम होंगे। तय सीमा से अधिक बैग लेकर चलने पर खिलाड़ी को अतिरिक्त खर्च खुद उठाना होगा।
4. पर्सनल स्टाफ पर पाबंदी:
दौरे पर खिलाड़ियों के पर्सनल स्टाफ (जैसे मैनेजर, शेफ, असिस्टेंट और सिक्योरिटी) पर रोक लगा दी गई है। केवल बीसीसीआई की अनुमति से ही खिलाड़ियों को पर्सनल स्टाफ ले जाने की मंजूरी मिलेगी।
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5. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस पर बैग भेजना:
खिलाड़ियों को अपनी किट और पर्सनल सामान बेंगलुरू स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भेजने के लिए टीम मैनेजमेंट से कोऑर्डिनेट करना होगा। ज्यादा खर्च होने पर खिलाड़ी से चार्ज किया जाएगा।
6. अभ्यास सत्र में पूरा समय देना:
सभी खिलाड़ियों को निर्धारित प्रैक्टिस सेशन के पूरे समय के लिए रुकना होगा और वेन्यू पर पहुंचने और वहां से निकलने के दौरान एक साथ रहना होगा।
7. विज्ञापन शूट पर रोक:
सीरीज या टूर के दौरान खिलाड़ियों को विज्ञापन शूट या फोटो शूट में भाग लेने की अनुमति नहीं होगी। यह नियम खिलाड़ियों का ध्यान भटकाने से रोकने के लिए लागू किया जा रहा है।
8. परिवार के साथ यात्रा की नीति:
यदि कोई खिलाड़ी विदेशी टूर पर भारत से बाहर 45 दिन या अधिक समय तक रहता है, तो वह एक बार दो सप्ताह के लिए अपने परिवार के साथ रह सकता है। यह नियम खिलाड़ियों के पर्सनल जीवन और टीम कमिटमेंट के बीच संतुलन बनाए रखेगा।
9. बीसीसीआई की गतिविधियों में शामिल होना: खिलाड़ी को बीसीसीआई के प्रचार और गतिविधियों में शामिल होना जरूरी होगा।
10. जल्दी घर लौटने पर पाबंदी: अब खिलाड़ियों को सीरीज या दौरे के निर्धारित अंत तक टीम के साथ रहना आवश्यक होगा, भले ही मैच शेड्यूल से पहले समाप्त हो।