ऑस्ट्रेलिया लंबे समय से टेस्ट क्रिकेट में एक मजबूत टीम रही है, चाहे घरेलू मैदान हो या विदेशी। उनकी बल्लेबाजी क्षमता उन्हें किसी भी परिस्थिति में बड़े स्कोर बनाने में सक्षम बनाती है। हाल ही में, उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ गाले (2025) में 654/6 रन बनाकर यह साबित किया कि वे स्पिन वाली पिचों पर भी शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं।
ऑस्ट्रेलिया की सफलता उनके खिलाड़ियों की तकनीकी कुशलता, मानसिक मजबूती और हालात के अनुसार खुद को ढालने की क्षमता पर निर्भर करती है। उनकी टीम लगातार नए मानक स्थापित कर रही है, और चाहे पुराने दिग्गज हों या नए सितारे, उनका प्रभुत्व बरकरार है।
एशिया में ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष 5 सर्वोच्च टेस्ट स्कोर
1. 654/6d बनाम श्रीलंका (गाले, 2025)
ऑस्ट्रेलिया ने गाले में श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट में 654/6 रन बनाकर अपना सबसे बड़ा टेस्ट स्कोर बनाया। स्टीव स्मिथ और उस्मान ख्वाजा की शानदार पारियों ने टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। कई बल्लेबाजों ने शतक लगाए और 4.24 के तेज रन रेट से श्रीलंका पर दबाव बनाया।
जवाब में श्रीलंका संघर्ष करता दिखा और तीसरे दिन 106/4 तक सिमट गया, अभी भी 548 रन पीछे था। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने स्पिन वाली पिच का अच्छा फायदा उठाया और मजबूत साझेदारियां बनाईं।
2. 617 बनाम पाकिस्तान (फैसलाबाद, 1980)
1980 में फैसलाबाद में पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 617 रन बनाए। उनकी पारी 211 ओवर तक चली, जो उनके बल्लेबाजों के धैर्य और लचीलापन को दिखाता है। 2.92 की धीमी रन रेट के बावजूद, उन्होंने पाकिस्तान पर दबाव डालने के लिए मजबूत स्कोर बनाया।
पाकिस्तान ने भी अच्छा खेल दिखाया और 382/2 का स्कोर बनाया, जिससे मैच ड्रॉ हो गया। फैसलाबाद की पिच सपाट थी, जिससे गेंदबाजों को ज्यादा मदद नहीं मिली। ऑस्ट्रेलिया ने बिना किसी जोखिम के सही तरीके से खेलते हुए बड़ा स्कोर बनाया। इस मैच में दोनों टीमों के बीच कड़ी मेहनत और संघर्ष देखने को मिला।
3. 599/4डी बनाम पाकिस्तान (पेशावर, 1998)
मार्क टेलर ने पाकिस्तान के खिलाफ पेशावर में ऑस्ट्रेलिया की पारी को 599/4 पर घोषित किया और 334 रन बनाकर रिकॉर्ड की बराबरी की। उनकी शानदार पारी ने उन्हें पूरी पारी में अच्छा खेल दिखाने का मौका दिया। पाकिस्तान ने 580/9 के साथ जोरदार जवाब दिया, जिससे मैच हाई-स्कोरिंग ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
सपाट पिच ने बल्लेबाजों को हावी होने का मौका दिया और ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 289/5 रन बनाए। दोनों टीमों के अच्छे प्रयासों के बावजूद, बल्लेबाजी के अनुकूल परिस्थितियों के कारण परिणाम नहीं निकल सका। टेलर की पारी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की सबसे बेहतरीन पारियों में से एक मानी जाती है, जो उन्हें महान खिलाड़ियों में शामिल करती है।
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4. 581/4डी बनाम बांग्लादेश (चटगांव, 2006)
ऑस्ट्रेलिया ने जेसन गिलेस्पी के नाबाद 201 रनों की शानदार पारी की बदौलत चटगांव में बांग्लादेश को पहली पारी में 581/4 के स्कोर पर ढेर कर दिया। गिलेस्पी, जो मुख्य रूप से गेंदबाज हैं, ने अपने विदाई टेस्ट में दोहरा शतक बनाकर सभी को चौंका दिया। बांग्लादेश पहली पारी में 197 रन पर आउट हो गया और दूसरी पारी में 304 रन पर सिमट गया, जिससे उसे एक पारी और 80 रन से हार मिली।
ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी करके मैच को जल्दी खत्म किया और अपनी बल्लेबाजी की ताकत साबित की। गिलेस्पी की शानदार पारी ने उन्हें प्लेयर ऑफ़ द मैच और प्लेयर ऑफ द सीरीज दोनों पुरस्कार दिलाए। उनका यह प्रदर्शन टेस्ट क्रिकेट इतिहास में एक बड़ी उपलब्धि के रूप में याद किया जाएगा।
5. 577 बनाम भारत (दिल्ली, 2008)
2008 में दिल्ली में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में भारत ने अपनी पहली पारी में 613/7 रन बनाये। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 577 रन बनाकर जोरदार प्रतिक्रिया दी। उनकी पारी 179.3 ओवरों तक चली, लेकिन परिणाम तक पहुंचने की गति कम थी। भारत ने अपनी दूसरी पारी में 208/5 रन बनाकर घोषित की, जिससे ऑस्ट्रेलिया को 245 रन का लक्ष्य मिला। आखिरकार मैच ड्रॉ हो गया।
वीवीएस लक्ष्मण ने नाबाद 200 रन बनाकर भारत के लिए शानदार पारी खेली, जिससे टीम मजबूत स्थिति में आ गई। मैच में दोनों टीमों ने धैर्य से बल्लेबाजी की और दिल्ली की धीमी पिच पर आक्रामक क्रिकेट खेला। दोनों टीमों के बड़े स्कोर के कारण मैच में कोई निर्णायक परिणाम नहीं निकल पाया।