31 जनवरी, 2025 को रणजी ट्रॉफी मैच में एक रोमांचक मुकाबले में दिल्ली के कप्तान आयुष बदोनी ने अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया, लेकिन शतक से सिर्फ़ एक रन से चूककर 99 रन पर आउट हो गए। जब वे पवेलियन लौट रहे थे, तो उनकी निराशा साफ़ दिख रही थी। यही नहीं, क्रिकेट के महान खिलाड़ी विराट कोहली भी उनकी इस स्थिति को देख कर निराश हो गए थे। यह पल क्रिकेट के उतार-चढ़ाव को दिखाता है, जहाँ एक छोटी सी चूक से बड़ी उपलब्धि हाथ से जा सकती है।
शतक से चूके आयुष बदोनी
बदोनी की पारी शानदार थी। रेलवे के खिलाफ अरुण जेटली स्टेडियम में बल्लेबाजी करते हुए, उन्होंने बेहतरीन कौशल और मेहनत दिखाई। लेकिन 56वें ओवर में टर्निंग पॉइंट तब आया जब उन्होंने कर्ण शर्मा की गेंद पर एक जोखिम भरा शॉट खेलने की कोशिश की। यह फैसला गलत साबित हुआ और कुणाल यादव ने तेज़ी से कैच लपक लिया, जिससे बदोनी 99 रन पर आउट हो गए। उनके आउट होने से न सिर्फ उनकी शतक की उम्मीदें टूट गईं, बल्कि कोहली भी इस बात से दुखी हुए कि उनके साथी ने इतने बड़े मौके को खो दिया।
रेलवे के खिलाफ दिल्ली का मिलाजुला प्रदर्शन
यह मैच दिल्ली के लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहा। रेलवे ने अपनी पहली पारी में 241 रन का लक्ष्य दिया, जिसमें उपेंद्र यादव ने 95 रन की शानदार पारी खेली। जवाब में दिल्ली ने शुरुआत में संघर्ष किया और जल्दी दो विकेट खो दिए। एक दशक बाद घरेलू क्रिकेट में कोहली की वापसी से फैंस उत्साहित थे, लेकिन वे केवल 6 रन बना पाए। इन झटकों के बावजूद, बदोनी की पारी ने दिल्ली को मैच में बनाए रखा और टीम 241-5 तक पहुंचकर रेलवे के स्कोर के बराबर हो गई।
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बदोनी के आउट होने के बाद कोहली की भावुक प्रतिक्रिया
बदोनी के आउट होने पर कोहली की प्रतिक्रिया बहुत भावुक थी। अपनी प्रतिस्पर्धी भावना और खेल के प्रति जुनून के लिए मशहूर कोहली ने अपने साथी की शानदार पारी के दुखद अंत को देखकर अपनी आँखें बंद कर लीं। इस पल ने कोहली के मैच में योगदान और युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करने की इच्छा को दिखाया।
वीडियो यहां देखें:
— rohitkohlirocks@123@ (@21OneTwo34) January 31, 2025
बदोनी के लिए यह अनुभव एक सीख और प्रेरणा दोनों था। शतक से चूकना निश्चित रूप से निराशाजनक था, लेकिन यह दिल्ली और उससे आगे के लिए उनकी क्षमता को भी दिखाता है। कोहली जैसे बड़े खिलाड़ियों के साथ खेलना एक बड़ा दबाव हो सकता है, लेकिन इससे बहुत कुछ सीखने का मौका भी मिलता है। इस मैच को याद करते हुए, बदोनी इस निराशा को अपने भविष्य के प्रदर्शन में बदलने के लिए और मजबूत होगा।