रविवार को, अक्षय वाडकर की अगुवाई वाली विदर्भ ने नागपुर के वीसीए स्टेडियम में अपना तीसरा रणजी ट्रॉफी खिताब जीता। केरल के खिलाफ फाइनल ड्रॉ पर समाप्त हुआ, लेकिन विदर्भ को पहली पारी की बढ़त के आधार पर विजेता घोषित किया गया। इस जीत से विदर्भ को पुरस्कार राशि में 5 करोड़ रुपये मिले, जो कि 2023 से पहले विजेताओं को दिए जाने वाले 2 करोड़ रुपये से काफी अधिक है। उपविजेता के रूप में केरल को 3 करोड़ रुपये मिले।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अप्रैल 2023 में घरेलू टूर्नामेंटों की पुरस्कार राशि में बड़ी बढ़ोतरी की घोषणा की। यह फैसला घरेलू क्रिकेट को मजबूत करने की दिशा में बोर्ड की गंभीरता को दिखाता है, जिसे अक्सर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के प्रभाव का सामना करना पड़ता है। तुलना के लिए, ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में सेमीफाइनल हारने वाली टीम को $560,000 (करीब 5.2 करोड़ रुपये) मिलेंगे।
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से तुलना
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की पुरस्कार राशि में बड़ा फर्क दिखाती है। चैंपियंस ट्रॉफी विजेता को $2.24 मिलियन (करीब 20.8 करोड़ रुपये) और उपविजेता को $1.12 मिलियन (करीब 10.4 करोड़ रुपये) मिलेंगे। वहीं, सेमीफाइनल हारने वाली टीम को उतनी ही राशि मिलेगी जितनी रणजी ट्रॉफी विजेता को। यह दिखाता है कि बीसीसीआई घरेलू क्रिकेट का स्तर बढ़ाने और खिलाड़ियों को इसमें अधिक भाग लेने के लिए प्रेरित करने के प्रयास कर रहा है।
पुरस्कार राशि का विवरण: रणजी ट्रॉफी बनाम चैंपियंस ट्रॉफी
टूर्नामेंट चरण | ईनाम का पैसा |
रणजी ट्रॉफी विजेता | 5 करोड़ रुपये |
रणजी ट्रॉफी उपविजेता | 3 करोड़ रुपये |
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनलिस्ट | ~5.2 करोड़ रुपये |
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी विजेता | ~20.8 करोड़ रुपये |
रणजी खिलाड़ियों का वेतन विवरण
टीम पुरस्कारों के अलावा, खिलाड़ियों को मैच फीस और रिटेनरशिप के जरिए भी आर्थिक लाभ मिलता है। बीसीसीआई ने हाल के वर्षों में आईपीएल जैसी लीगों के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए खिलाड़ियों के वेतन में बदलाव किए हैं, ताकि घरेलू क्रिकेट को भी समान महत्व दिया जा सके।
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रणजी ट्रॉफी मैच फीस (2023-24 सीज़न से आगे)
- 41-60 मैच खेलने वाले खिलाड़ी: INR 60,000 प्रति दिन (प्लेइंग-XI), INR 30,000 प्रति दिन (रिजर्व)
- 21-40 मैच खेलने वाले खिलाड़ी: INR 50,000 प्रति दिन (प्लेइंग-XI), INR 25,000 प्रति दिन (रिजर्व)
- 0-20 मैच खेलने वाले खिलाड़ी: INR 40,000 प्रति दिन (प्लेइंग-XI), INR 20,000 प्रति दिन (रिजर्व)
- गैर-खिलाड़ी टीम के सदस्य: 25,000 रुपये प्रतिदिन
विजय हजारे और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जैसे टूर्नामेंटों के लिए:
- विजय हजारे में भी इसी प्रकार का वेतन मिलता है, लेकिन प्रति मैच के आधार पर।
- सैयद मुश्ताक अली खिलाड़ी प्रति मैच 17,500 रुपये कमाते हैं।
I’m pleased to announce an increase in prize money for all @BCCI Domestic Tournaments. We will continue our efforts to invest in Domestic Cricket – which is the backbone of Indian Cricket. Ranji winners to get ₹5 crores (from 2 cr), Sr Women winners ₹50 lacs (from 6 lacs)🇮🇳 pic.twitter.com/Cgpw47z98q
— Jay Shah (@JayShah) April 16, 2023
पूरा रणजी सीजन खेलने वाला एक सीनियर खिलाड़ी सिर्फ मैच फीस से करीब 25 लाख रुपये कमा सकता है। अगर बीसीसीआई वेतन बढ़ाने का फैसला करता है, तो शीर्ष खिलाड़ी सालाना 75 लाख रुपये तक कमा सकते हैं, जो उन्हें आईपीएल जैसी कमाई के करीब ला सकता है। यह वित्तीय सुधार घरेलू क्रिकेट में रुचि बढ़ाने की कोशिश को दिखाता है, खासकर जब फ्रेंचाइजी लीगों का प्रभाव बढ़ रहा है। अजीत अगरकर जैसे विशेषज्ञों ने घरेलू क्रिकेट को अधिक आकर्षक बनाने पर चर्चा की है। विदर्भ की सफलता और करुण नायर के 800+ रनों जैसे प्रदर्शन दिखाते हैं कि आर्थिक प्रोत्साहन से खिलाड़ी बेहतर खेल सकते हैं।